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Ravendra

ट्रैक्टर ट्रॉली ने बाइक सवारों को रौंदा, दो युवकों की मौत बहराइच जिले के इंटहा चौराहे के पास अनियंत्रित ट्रैक्टर ट्रॉली मंगलवार सुबह बाइक क #न्यूज़

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Parul Sharma

बापू जी आप कहते हैं कि अगर कोई एक गाल पे मारे तो दूसरा गाल आगे कर दो, आपने कहा हिंसा से और रक्तपात से आजादी नहीं मिलेगी,भगत सिंह,राजगुरू,सुख #Poetry #Life #Gandhi #Motivation #Hindi #जीवन #शेर #kavishala #Shayari #nojotoofficial #कविता #nojotohindi #hindipoetry #शायरी #sher #nojotoquotes #हिन्दीकविता #kalakash #TST #रचना #Faiziqbalsay #गाँधी #Baapu

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Mahatma Gandhi 
आप कहते हैं कि अगर कोई एक गाल पे मारे तो दूसरा गाल आगे कर दो, आपने कहा हिंसा से और रक्तपात से आजादी नहीं मिलेगी,भगत सिंह,राजगुरू,सुखदेव को फाँसी दी गयी तब आपन कहा--भगत सिंह और उनके साथियों को फांसी दी गई. वे अमर शहीद हो गए. उनकी मृत्यु बहुत से लोगों के लिए निजी क्षति की तरह है. मैं इन युवकों की स्मृति को नमन करता हूं. परंतु मैं देश के नवयुवकों को इस बात की चेतावनी देता हूं कि उनके पथ का अनुसरण नहीं करें. हमें अपनी ऊर्जा, आत्मोसर्ग की भावना, अपने श्रम और अपने अदम्य साहस का इस्तेमाल उनकी भांति नहीं करना चाहिए. इस देश की स्वतंत्रता रक्तपात से जरिए नहीं प्राप्त होनी चाहिए."यानी आपकी नजर में क्रांती का मार्ग अनुचित था जिसे आपने हिंसा का मार्ग कहा।
इस हिसाब से तो देश की शरहदों पे तैनात सेना और उसका दुश्मनों के आक्रमणों का करारा जबाब देना भी उचित नहीं है आपके गांधी वाद के विचार से तो शरहदों से सारा सना बल हटा लेना चाहिये और और दुशमन के बार सहने के लिये अंसन पर बैठ जाना चाहिये।
जय भगत सिंह 
एक देश भक्त 
पारुल शर्मा बापू जी
आप कहते हैं कि अगर कोई एक गाल पे मारे तो दूसरा गाल आगे कर दो, आपने कहा हिंसा से और रक्तपात से आजादी नहीं मिलेगी,भगत सिंह,राजगुरू,सुख

satyarth vani

# दोस्तों यह कविता उन युवकों के लिए है जो नशे की गिरफ्त में आ कर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं कृपया नशे से दूर रहें यह विशेष कविता मद्यपान नि

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Rakesh frnds4ever

#उलझन इस बात की है कि,,, हमें ...... उलझन किस बात की है अपनों से दूरी की या फिर किसी #मज़बूरी की खुद की नाकामी की या किसी परेशानी की दुनि #जीवन #मनुष्य #दुनिया #ज़िन्दगी #ज़िन्दगी #रिश्तों #धरती #AdhureVakya

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उलझन इस बात की है कि   हमें .......उलझन किस बात की है
अपनों से दूरी की 
या फिर किसी मज़बूरी की
खुद की नाकामी की 
या किसी परेशानी की
दुनिया के झमेले की या  मन के अकेले की
पैसों की तंगी की 
या जीवन कि बेढंगी की
रिश्तों में कटाक्ष की 
या फिर किसी बकवास की
दुनिया की वीरानी की या फिर किसी तनहाई की
अपनी व्यर्थता की 
या ज़िन्दगी की विवशता की
खुद के भोलेपन की 
या फिर लोगो की चालाकी की
अपनी खुद की खुशी की 
या दूसरों की चिंता की
खुद की संतुष्टि की
 या फिर दूसरों से ईर्ष्या की
खुद की भलाई की
 या फिर दूसरों की बुराई की
धरती के संरक्षण की या फिर इसके विनाश की
मनुष्य की कष्टता की
 या धरती मां की नष्टता की
मानव की मानवता की 
या फिर इसकी हैवानियत की
बच्चो के अपहरण की या बच्चियों के अंग हरण की
प्यार की या नफरत की ,,जीने की या मरने कि,,,
विश्वाश की या धोखे की,, प्रयास की या मौके की
बदले की या परोपकार की,,, अहसान की या उपकार की
,,,,,,ओर ना जाने किन किन सुलझनों या उलझनों
 या उनके समस्याओं या समाधानों 
या उनके बीच की स्थिति या अहसासों की हमें उलझन है,,,
की हम किस बात की उलझन है..==...........

rkysky frnds4ever #उलझन इस बात की है कि,,,
हमें ......
उलझन किस बात की है
अपनों से दूरी की 
या फिर किसी #मज़बूरी की
खुद की नाकामी की 
या किसी परेशानी की
#दुनि

आलोक कुमार

आज की पीढ़ी की सच्चरित्र की हक़ीक़त

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बस यूँ ही चलते-चलते .........
जरा सोचिए कि आजकल हमलोग खुद को बेहतर बनाने के लिए कौन-कौन से गलत/अभद्र नुस्खें अपनाते जा रहे हैं. ना ही उस नुस्खें के चरित्र, प्रकरण एवं उसके कारण दूसरे मनुष्य, आसपास, समाज, देश व आगामी पीढ़ी पर असर का ख्याल रख रहें हैं, न ही ख़यालों को किसी को समझने का मौक़ा दे रहे हैं. बस अपने ही धुन में उल्टी सीढ़ी के माध्यम से अपने आप को आगे समझते हुए सचमुच में बारम्बार नीचे ही चलते जा रहे है. तो जरा एक बार फिर सोचिए कि उल्टी सीढ़ी उतरने और सीधी सीढ़ी चढ़ने में क्रमशः कितनी ऊर्जा, शक्ति और समय लगती होगी. यह भी पता चलता है कि आज की पीढ़ी की ऊर्जा और शक्ति का किस दिशा में उपयोग हो रहा है और शायद यही कारण है कि आज का "गंगु तेली" तो "राजा भोज" बन गया और "राजा भोज", "गंगु तेली" बन कर सब गुणों से सक्षम रहने के बावज़ूद नारकीय जीवन जीने को मजबूर है. यही हकीकत है हम अधिकतर भारतवासियों का...... आगे का पता नहीं क्या होगा. शायद भगवान को एक नए रूप में अवतरित होना होगा. आज की पीढ़ी की सच्चरित्र की हक़ीक़त

KUMARI USHA AMBEDKAR

मत की की मत #Motivational

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Anuj Ray

# खुशबू की चरित्र की" #कविता

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KK Mishra

हंसी की सीफारिश की #nojotophoto

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 हंसी की सीफारिश की

Raj

# इंसान की सफलता की# #विचार

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Nitish Aarya

सायरी की की दायरी #शायरी

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