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बेजुबान शायर shivkumar
// छठ पर्व // कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में, आता पर्व महान, सब हैं करते तेरा ध्यान, मैया तूँ है दयानिधान. चार दिवस का पर्व अनोखा, युगों से चलती आई, सीता मैया, कर्ण और पांडव, साथ में कुंती माई. भक्ति भाव उमड़ पड़ता है, करते सब गुणगान, सब हैं करते तेरा ध्यान, मैया तूँ है दयानिधान. प्यारी बहना दिनकर की हैं, षष्ठी तिथि है प्यारी, कृपा सिंधु हैं आप हे मैया, जग देता बलिहारी. डाला सूप सजाये कहते, आ जाओ दिनमान, सब हैं करते तेरा ध्यान, मैया तूँ है दयानिधान. आम की लकड़ी, नारियल, संतरा, मूली, ठेकुआ, केला, घाट सजे हैं सुंदर -सुंदर, कितना मोहक बेला. अमरुद, पान, सुपारी, गन्ना, विविध बने पकवान, सब हैं करते तेरा ध्यान, मैया तूँ है दयानिधान. जल में व्रती हाथ हैं जोड़े, सुख-समृद्धि मांगे, अंतस का तम दूर करो माँ, और न हम कुछ चाहें. कोढ़िया, दुखिया, बाँझ, गरीबी, सबका करते त्राण, सब हैं करते तेरा ध्यान, मैया तूँ है दयानिधान. ©बेजुबान शायर shivkumar 👏जय छठी माँ 👏 कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में, आता पर्व महान, सब हैं करते तेरा ध्यान, मैया तूँ है दयानिधान. चार दिवस का पर्व अनोखा, युगों से
👏जय छठी माँ 👏 कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में, आता पर्व महान, सब हैं करते तेरा ध्यान, मैया तूँ है दयानिधान. चार दिवस का पर्व अनोखा, युगों से
read moreअज्ञात
बिरहगीत ---------- अब आन मिलो गिरधारी मेरी उमर बीत रही सारी... रख लाज बचा ले प्रीत मेरी मनमोहन मानी जीत तेरी यह प्रेम पुजारिन हारी अब आन मिलो गिरधारी.. ऐसे जो छोड़ के जाओगे वापस घर लौट न पाओगे मर जाये बिरह की मारी अब आन मिलो गिरधारी.. अँखियों की प्यास बुझा जाओ पल दो पल को ही आ जाओ तुम पर बिरहन बलिहारी अब आन मिलो गिरधारी.. ©अज्ञात #कान्हा
Anuj Ray
शुक्रिया रब तेरी मेहरबानी का" धोखे से शर्ट के उसके,टूटते ही बटन, आग के शोलों ने गज़ब ढा दिया। फटी की फटी रह गई आंखें मेरी, ऐ हुस्न तूने कौन सा जलवा दिखा दिया। शायद मेरी तक़दीर में लिखा था, ऐसे ही किसी जन्नत ए हूर के दीदार नज़ारा। शुक्रिया रब तेरी मेहरबानी का, बिना कहे ही उपहार में तोहफ़ा ये दिया। ©Anuj Ray # शुक्रिया रब तेरी मेहरबानी
# शुक्रिया रब तेरी मेहरबानी
read moreSaurabh Raj Sauri
White उसकी मोहब्बत को पाने का हम "राज", बेहिसाब जतन करते है दर्द को सिल कर उड़ा कर हवा मे, बिन डोर की पतंग करते है कि अधूरा सा छोड़कर मेरी हर एक पहल को रियेक्ट करके msg पर वो बात को, कुछ यूँ खतम करते हैं ©Saurabh Raj Sauri खत्म करते हैं
खत्म करते हैं
read moreAnjali Singhal
"ग़म साझा करते हैं तो, खुशियाँ भी साझा करते हैं; हम शायर वो नहीं जो, बस यादों में जिया करते हैं। लिखने से हमें खुशी मिलती, इसलिए लिखा करते
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