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🌹AAR 🌹
लम्हा नींद आती नही है कभी कबार रातो को नींद नही आती है कभी कबार रातो को अरसा हो गया हैं उनसे बिछड़े क्या वो भी जगती होगी मेरी तरह रातों को। आर खान की शायरी
आर खान की शायरी
read moreAbrar khan
मेरी शायरी को इतनी मोहब्बत से न पड़ा करो यारो कही कुछ ज़हन में बेठ गया तो मुझे भुला ना पाओगे ©Abrar khan शायरी अबरार खान #Books
शायरी अबरार खान #Books
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मेरे दामन मे कांटो के सिवा कुछ भी नही आप फुलो के खरीदार नज़र आते है हश्र में कोन गवाही देगा अबरार सब तुम्हारे ही तरफदार नज़र आते है ©Abrar khan शायरी अबरार खान #vacation
शायरी अबरार खान #vacation
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ए इश्क खामोश हु तेरा चहरा देखकर वरना ताक़त तो खुदा ने मुझे भी दी है ©Abrar khan इश्क शायरी अबरार खान
इश्क शायरी अबरार खान
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तुम क्यु मुझसे दूर जाने की बात करती हो मायरा क्या तुम्हे पता नही के मे तुम्हारे बिना जी नही सकता ©Abrar khan मोहब्बत शायरी अबरार खान #UnderTheStars
मोहब्बत शायरी अबरार खान #UnderTheStars
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या खुदा मेरी मोहब्बत को सलामत रखना वो जहाँ भी रहे उसे आबाद रखना अर्ज़ी लगादी है खुदा से हमने ए लोगो हमको दुआओ मे हमेशा याद रखना ©Abrar khan मोहब्बत शायरी अबरार खान #wetogether
मोहब्बत शायरी अबरार खान #wetogether
read moreNaina ki Nazar se
जिंदगी यूहीं चली जाएगी हमे शिकस्त देकर, मंजिल–ए–मौत जब मिलेगी सफ़र के अंतिम मोड़ पर, सब बेगाने लगेंगे केवल उसे छोड़ कर, हाथ पकड़ेंगे उसका और कहेंगे ए मौत!ले चल मुझे अपने साथ, क्योंकि सब झूठे है यहां केवल तुझे छोड़ कर। Naina ki Nazar se मौत#इरफान खान#जिंदगी#शायरी#Naina ki Nazar se
मौतइरफान खानजिंदगीशायरीNaina ki Nazar se
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जिंदगी यूहीं चली जाएगी हमे शिकस्त देकर, मंजिल–ए–मौत जब मिलेगी सफ़र के अंतिम मोड़ पर, सब बेगाने लगेंगे केवल उसे छोड़ कर, हाथ पकड़ेंगे उसका और कहेंगे ए मौत!ले चल मुझे अपने साथ, क्योंकि सब झूठे है यहां केवल तुझे छोड़ कर। Naina ki Nazar se मौत#इरफान खान#जिंदगी#शायरी#Naina ki Nazar se
मौतइरफान खानजिंदगीशायरीNaina ki Nazar se
read moreAnant Nag Chandan
मेरे घर से दफ्तर के रास्ते में, तुम्हारे नाम की इक दुकान पड़ती है, विडंबना तो देखो वहा दवाईयां मिला करती है। ज़ाकिर खान ©Anant Nag Chandan मेरे घर से दफ्तर के रास्ते में, तुम्हारे नाम की इक दुकान पड़ती है, विडंबना तो देखो वहा दवाईयां मिला करती है। ज़ाकिर खान
मेरे घर से दफ्तर के रास्ते में, तुम्हारे नाम की इक दुकान पड़ती है, विडंबना तो देखो वहा दवाईयां मिला करती है। ज़ाकिर खान #Shayari
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