Find the Latest Status about मनाते हैं दिवाली from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मनाते हैं दिवाली.
@arhan_haider
अब चूने में नील मिलाकर पुताई का जमाना नहीं रहा। चवन्नी, अठन्नी का जमाना भी नहीं रहा। फिर भी यह कविता आप सब के लिए पेश है-- हफ्तों पहले से साफ़-सफाई में जुट जाते हैं चूने के कनिस्तर में थोड़ी नील मिलाते हैं अलमारी खिसका खोयी चीज़ वापस पाते हैं दोछत्ती का कबाड़ बेच कुछ पैसे कमाते हैं चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं .... दौड़-भाग के घर का हर सामान लाते हैं चवन्नी -अठन्नी पटाखों के लिए बचाते हैं सजी बाज़ार की रौनक देखने जाते हैं सिर्फ दाम पूछने के लिए चीजों को उठाते हैं चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं .... बिजली की झालर छत से लटकाते हैं कुछ में मास्टर बल्ब भी लगाते हैं टेस्टर लिए पूरे इलेक्ट्रीशियन बन जाते हैं दो-चार बिजली के झटके भी खाते हैं चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं .... दूर थोक की दुकान से पटाखे लाते हैमुर्गा ब्रांड हर पैकेट में खोजते जाते है दो दिन तक उन्हें छत की धूप में सुखाते हैं बार-बार बस गिनते जाते है चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं .... धनतेरस के दिन कटोरदान लाते हैछत के जंगले से कंडील लटकाते हैं मिठाई के ऊपर लगे काजू-बादाम खाते हैं प्रसाद की थाली पड़ोस में देने जाते हैं चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं .... अन्नकूट के लिए सब्जियों का ढेर लगाते है भैया-दूज के दिन दीदी से आशीर्वाद पाते हैं चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं .... दिवाली बीत जाने पे दुखी हो जाते हैं कुछ न फूटे पटाखों का बारूद जलाते हैं घर की छत पे दगे हुए राकेट पाते हैं बुझे दीयों को मुंडेर से हटाते हैं चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं .... बूढ़े माँ-बाप का एकाकीपन मिटाते हैं वहीँ पुरानी रौनक फिर से लाते हैं सामान से नहीं, समय देकर सम्मान जताते हैं उनके पुराने सुने किस्से फिर से सुनते जाते हैं चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं ....🙏 #diwali #nojoto #nojotohindi बचपन की दिवाली पर लिखी यह पुरानी कविता है।। अब चूने में नील मिलाकर पुताई का जमाना नहीं रहा। चवन्नी, अठन्नी
#Diwali #Nojoto #nojotohindi बचपन की दिवाली पर लिखी यह पुरानी कविता है।। अब चूने में नील मिलाकर पुताई का जमाना नहीं रहा। चवन्नी, अठन्नी
read moreमासूम
एक नये तरीके से , दीवाली मनाते हैं..... दीपोत्सव कर , पुनः , राम राज्य लाते हैं हम भी किसी , सबरी के , जूठे बेर खाते हैं धर्म जाति का भेद मिटा , मित्रता निभाते हैं मात - पिता की सेवा में , तत्पर हो जाते हैं भाई से भाई का , चलो हम , प्रेम दर्शाते है देश की मिट्टी का सम्मान करना सिखाते हैं आओ एक नए तरीके से , दीवाली मनाते हैं आओ एक नए तरीके से , दीवाली मनाते हैं प्रेम और सौहार्द , का ,दीप जलाते हैं खुशियों के सौगात का , दीप जलाते हैं सुविचार और संस्कार का , दीप जलाते हैं आदर और सत्कार का , दीप जलाते हैं एक नए उत्थान का , दीप जलाते हैं भारत के नव निर्माण का , दीप जलाते हैं आओ एक नए तरीके से , दीवाली मनाते हैं आओ एक नए तरीके से ,दीवाली मनाते हैं क्यूं ना? आज चलो, किसी निर्धन के घर जाते हैं खाली हाथ नहीं , खुशियों की मिठाई ले जाते हैं घर पर अपने दो दीये हम , कम ही जलाते है उसी दीये से झोपड़ी इनकी, रौशन कर जाते हैं चलो छोड़ो हम इस बार , पटाखे नहीं जलाते हैं संग बैठ कर , खुद भी हसतें और इन्हें हसातें हैं आओ एक नए तरीके से , दीवाली मनाते हैं आओ एक नए तरीके से , दीवाली मनाते हैं भूख से तड़पते बच्चों को , भोजन पहुंचाते हैं नए वस्त्र देकर , इन देवों से आशीष कमाते हैं उदास चेहरों पर , चलो खिलखिलाहट लाते हैं खोया जो "मासूम" का , मासूमियत ढूंढ लाते हैं दिल से दिल तक पहुंचने का , मार्ग अपनाते हैं पैसे से नहीं व्यवहार से , सबको अपना बनाते हैं आओ एक नए तरीके से , दीवाली मनाते हैं.. आओ एक नए तरीके से , दीवाली मनाते हैं... 👉✍️ अपर्णा त्रिपाठी "मासूम" ✍️👈 ✍️ महराजगंज ✍️ ©मासूम आओ एक नए तरीके से दिवाली मनाते हैं
आओ एक नए तरीके से दिवाली मनाते हैं #कविता
read moreBHAWANI RAJPUROHIT
फ़ोन कल्पना की दुनिया छोड़ कर बस आज एक दिन के लिए यथार्थ में आते हैं चलो मोबाइल से चार्जर हटाते हैं..इतवार मनाते हैं। क्यों नहीं ऐसा करें खाली तिज़ोरी है दुआओं से भरें। आज बैठे माँ-बाप के चलो पाँव दबाते हैं..... इतवार मनाते हैं। इन्हें धन दौलत कुछ नहीं चाहिये तुम्ही तो हो जो कुछ भी हो। चलो आज बच्चों को पार्क घुमा लाते हैं..... इतवार मनाते हैं। एक और उपाय है वो जो एलबम है वो बहुत से खट्टे मीठे पल छिपाये हैं। उन्ही पलों को आओ ढूंढ लाते हैं...... इतवार मनाते हैं। आओ एक काम करें चाय पानी का इंतज़ाम करें। फ़ोन बुक खोलो। कुछ भूले बिसरों को आज फोन लगाते हैं..... इतवार मनाते हैं। कुछ पल फुरसत के इस भागम भाग भरी ज़िन्दगी से आओ चुराते हैं। आज फिर से वही पुराने वाला..... इतवार मनाते हैं। @इतवार मनाते हैं
@इतवार मनाते हैं #कविता
read moreRanveer__Maheshwari
Happy Diwali दिवाली तुम भी मनाते हो; दिवाली हम भी मनाते हैं; बस फर्क सिर्फ इतना है कि; हम दियें जलाते हैं; और तुम दिल जलाते हो! @Ranveer__Maheshwari 💕💕💕 दिवाली तुम भी मनाते हो; दिवाली हम भी मनाते हैं; बस फर्क सिर्फ इतना है कि;
@Ranveer__Maheshwari 💕💕💕 दिवाली तुम भी मनाते हो; दिवाली हम भी मनाते हैं; बस फर्क सिर्फ इतना है कि; #nojotohindi #nojotoenglish #dipawali #ranveermaheshwari
read moreMannu
अरे सुनो आओ ना तुम भी A - दोस्त हम भी ना दीवाली मनाते हैं आओ ना दीवाली मनाते हैं
आओ ना दीवाली मनाते हैं
read moreNobita
नाराजगी होती है अंधेरों सी चलो इसे मिटाते हैं पटाखों सी खुशियां भर के आज फिर दिवाली मनाते हैं @mere_bolte_alfaaz नाराजगी होती है अंधेरों सी चलो इसे मिटाते हैं पटाखों सी खुशियां भर के आज फिर दिवाली मनाते हैं.... #mereboltealfaaz
नाराजगी होती है अंधेरों सी चलो इसे मिटाते हैं पटाखों सी खुशियां भर के आज फिर दिवाली मनाते हैं.... #MereBolteAlfaaz #विचार
read moreDR. LAVKESH GANDHI
गुलाल चेहरे पर गुलाल लगाकर चलो खुशियांँ मनाते हैं चलो दर पे खुशियांँ आई हैं चलो खुलकर मनाते हैं आज तो चारों तरफ खुशियांँ ही खुशियांँ हैं चलो इसे उत्सव के रूप में मिलकर मनाते हैं ©DR. LAVKESH GANDHI #Kundan&Zoya # # चलो उत्सव मनाते हैं #
Kundan&Zoya # # चलो उत्सव मनाते हैं #
read moreJaydev Kumar
चल पगली तुम्हें ले चलता हूं चांद के पार रूठे हो क्यों मुझसे ओ मेरे यार किया है तुम्हें मैंने दिलो जान से प्यार, किया था वादा जो तूने मुझसे एक पल में भूल गई जब लगी थी चोट पैरों में तो दौड़ी दौड़ी आई थी तुम और आज कहते हो जा तुम मैं नहीं जाऊंगी पछताओगे बाद में करोगे याद हमें बैठ के यूही राहे तक ना करना मेरा इंतजार चल पगली तुम्हें ले चलता हूं चांद के पार,,,,, ©Jaydev Kumar पगली रूठ गई ,,,,, पगली को मनाते हैं
पगली रूठ गई ,,,,, पगली को मनाते हैं #लव
read moreNojoto Hindi (नोजोटो हिंदी)
आप क्या चाहते हैं इस दिवाली पर ? #Diwali #दिवाली #NojotoHindi
आप क्या चाहते हैं इस दिवाली पर ? #Diwali #दिवाली Hindi #nojotohindi
read more