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Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी तलाश खत्म कहाँ है मंजिलो की बस दाँव पर,सब कुछ रखता रहा बेहतरी मिलेगी इसलिये हर पग दूरी तय करता रहा जिंदगी को जंग बनाकर कोशिशों से लड़ता रहा कसूरवार में ही निकला ख्वाव इतने पाल लिये जालिमो के चंगुल में है दुनिया मैने यो ही सीधे रास्ते नाप लिये प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #safar मैने यो ही सीधे रास्ते नाप लिये #nojotohindi
#safar मैने यो ही सीधे रास्ते नाप लिये #nojotohindi #कविता
read moreseema patidar
White मेरा मन हमेशा अंतर्द्वंध से लड़ता रहता है कभी ख्वाबों के पुलिंदे सजाता है तो कभी मायूसी को गले लगाता है कभी भविष्य की संभावनाओं को निहारता है तो कभी अतीत के जख्मों को टटोलता है कभी समझदार बनकर जिम्मेदारियों से डरता है तो कभी सारे बंधन तोड़ आजाद होने को करता है कभी मान सम्मान के दायरे तय करता है तो कभी कल्पनाओं के साकार होने की दुआ करता है कभी स्वार्थ में खुद के लिए प्रेम ढूंढता है तो कभी निस्वार्थ बन अपने हिस्से का प्रेम भी ओरो के लिए उड़ेल देता है कभी जो हासिल हुआ उसी में सब्र कर लेता है तो कभी जो पाना रह गया उसकी शिकायते करता रहता है मेरा मन हमेशा अंतर्द्वध से लड़ता है क्या तुम्हारा भी मन कभी अंतर्द्वंध से लड़ता है। ©seema patidar मेरा मन
मेरा मन #Love
read moreSamiksha Chouhan
White बेहतर को बेहतरीन बनाया है कुदरत ने ने सारी खूबसूरती से धरती को सजाया है , पहाड़ों से उठता बादल मानो स्वर्ग जमीन पर चला आया है , यू तेज हवाओं का चलना उस पर पानी का जोर से बरसाना मन का ना चाहते हुए भी इस बारिश में देर तक भींगना , और चारों ओर की हरियाली को खुद में समेट कर खुद से ही बातें करना इससे खूबसूरत कुछ भी नहीं एक सुकून एक खामोशी! ©Samiksha Chouhan #बावड़ा मन
मन
White कभी हुआ मुमकिन तो बैठकर पियेंगे तेरे शहर में तेरे हाथ की चाय☕☕ #मन ©मन #मन
मन
White बहुत कुछ है कहने को पर ना जाने क्यूं अब कुछ भी न कहूँ तो बेहतर लगता है....✍️ ©मन #मन
मन
White मैंने देखी है दुनियां सारी सब दोगले निकले बारी बारी........✍️ #मन ©मन #मन
Richa Dhar
White भीग के बारिश में डाली से पत्ता भी गिर रहा है लिख दो आज कुछ मेरे नाम से,ये दिल कह रहा है शाख से गिरा पत्ता मिट्टी से आलिंगन कर रहा है लगता है जैसे कोई बेहिसाब प्यार कर रहा है ये सावन का महीना फूलों को महका रहा है मदहोश कर देने वाला मौसम मुझे पागल बना रहा है ये शीतल सी हवाएं और मन ज्वर से ग्रसित हो रहा है हर पल तुम साथ रहो बस मन कह रहा है ©Richa Dhar #sad_shayari मेरा मन
#sad_shayari मेरा मन #कविता
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