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Dil galti kr baitha h
"देखो नूतन वर्ष हैं आया, धरा पुलकित हुई गगन मुस्काया। किंचित चिंताओं में डूबा कल ढूँढ़ ही लेगा नया वर्ष कोई हल.. " ©Dil galti kr baitha h "देखो नूतन वर्ष हैं आया, धरा पुलकित हुई गगन मुस्काया। किंचित चिंताओं में डूबा कल ढूँढ़ ही लेगा नया वर्ष कोई हल.. "
"देखो नूतन वर्ष हैं आया, धरा पुलकित हुई गगन मुस्काया। किंचित चिंताओं में डूबा कल ढूँढ़ ही लेगा नया वर्ष कोई हल.. " #suspense
read moreकवि रामानुज पाराशर
धर वीण मध्य सो कंठ पुलकित चारों दिश हो रहे घने , जय लोक सुर पर लोक सुशोभित मध्य हन्सा कर रहे ।। जय धाम सुरपुर धाम देवन द्वंदवी बाजी घनी , तब शब्द अलौकिक शब्द मैं देवी सदा पूजा मही ।। ©कवि रामानुज पाराशर धर वीण मध्य सो कंठ पुलकित चारों दिश हो रहे घने , जय लोक सुर पर लोक सुशोभित मध्य हन्सा कर रहे ।। #Sarswati #shriram #vrindavan #kaviramanunj
धर वीण मध्य सो कंठ पुलकित चारों दिश हो रहे घने , जय लोक सुर पर लोक सुशोभित मध्य हन्सा कर रहे ।। #Sarswati #shriram #vrindavan #kaviramanunj #writer #कविता
read moreunmukt sanjana
#Zindagi #nojotahindi #nojotaquotes #nojotashayari english#poetryclub #Tha #poetcommunity #nojotouser s हम पंछी उन्मु #nojotoquotes #nojotoenglish
read moreबादल सिंह 'कलमगार'
भाव समर्पित मन स्वभाव समर्पित बेरंगी दुनिया मे सतरंगी कल समर्पित जीवन की आपाधापी मे जिस रंग ढंग से मन मिले वो पुलकित मन समर्पित इर्शा द्वेष #Holi #शायरी #badalsinghkalamgar #RangoMein
read moreRakesh Kumar
देखो नूतन वर्ष हैं आया, 🎊 धरा पुलकित हुई गगन मुस्काया, 🎊 एक खूबसूरती, 🎊 एक एहसास, 🎊 एक ताज़गी, 🎊 एक विश्वास एक सपना, 🎊 एक सच्चाई एक कल्पना, #लव
read moreHanvant Charan
मन करता हैँ.. नवनीत बनु.. मन पुलकित बनु.. जंग जीत बनु.. मनभावन संगीत बनु.. मन करता हैँ..
read moreSonam kuril
जीवन मेरा धन्य हुआ, जो तुझको मैंने पाया है, दूर हुई सारी चिंता, मेरा हृदय पुलकित हो आया है| तुमने देकर स्नेह मुझे, खुलकर जीना सीखलाया है, मैं करती है आज इजहार प्रेम का, जो तुमसे मैंने पाया है | तुम रहना जीवन भर साथ मेरे, मेरे सुख दुःख का साथी बनकर, जब होगा ना कोई मेरा, तुम रहना बस मेरे बनकर | है अरदास मेरी, तुमसे बस इतनी, ना दूर कभी तुम जाना मुझसे, मेरा जीवन तुझबीन कोराकागज सा, मेरा साथ सदा बस रहना तुम | Happy propose day ©Sonam kuril #proposeday #Streaks जीवन मेरा धन्य हुआ, जो तुझको मैंने पाया है, दूर हुई सारी चिंता, मेरा हृदय पुलकित हो आया है| तुमने देकर स्नेह मुझे, खुल
#proposeday #Streaks जीवन मेरा धन्य हुआ, जो तुझको मैंने पाया है, दूर हुई सारी चिंता, मेरा हृदय पुलकित हो आया है| तुमने देकर स्नेह मुझे, खुल
read moreAnupam Mishra
हम पंछी उन्मुक्त गगन के हम पंछी उन्मुक्त गगन के पिंजरबद्ध न गा पाऍंगे कनक-तीलियों से टकराकर पुलकित पंख टूट जाऍंगे । हम बहता जल पीनेवाले मर
read moreƇђɇҭnᴀ Ðuвєɏ
jai_shree_ram🙏❤️ jai_hanuman❤️🙏🏻 हो गया है भक्तिमय ब्रह्मांड सारा, प्रभु राम जी के ध्यान में पहुंच रहे हैं प्रभु के दर्शन को सब पावन नग
read morePoonam Suyal
प्रकृति का संतुलन मैं हूँ प्रकृति, कभी थी हरी-भरी मैं, अब हूँ बंजर, तन्हा और उदास मानव हो गया है गैरजिम्मेदार, नहीं है उसे अपनी ग़लतियों का आभास पेड़ों को काटकर कर दिया है उसने सब प्रदुषित, शुद्ध वायु के लिए अब किस पर रहेगा वो आश्रित अपने स्वार्थ की बस पड़ी है मनुष्य को, सब कुछ ध्वस्त करके भी वो हो रहा पुलकित सो गई आज इंसान की आत्मा है, उसके ज़ुल्म से हो रही पृथ्वी परेशान है मैं अपनी व्यथा आख़िर किससे कहूँ, लोगों की फ़ितरत में हो गया लालच विद्यमान है जहाँ पहले थी हरियाली और सुंदरता हर ओर, वहाँ आज उदास मंजर का है शोर जानवर भी नहीं रहे इस विनाश से अछूते, कोई तो करो इस समस्या पर कुछ तो गौर क्या होगा इस दुनिया का भविष्य, ये सोच कर मेरा दिल जाता है भर नहीं होगा अगर प्रकृति में संतुलन, कैसे होगी मानव की ज़िंदगी बसर ©Poonam Suyal प्रकृति का संतुलन मैं हूँ प्रकृति, कभी थी हरी-भरी मैं, अब हूँ बंजर, तन्हा और उदास मानव हो गया है गैरजिम्मेदार, नहीं है उसे अपनी ग़लतियों
प्रकृति का संतुलन मैं हूँ प्रकृति, कभी थी हरी-भरी मैं, अब हूँ बंजर, तन्हा और उदास मानव हो गया है गैरजिम्मेदार, नहीं है उसे अपनी ग़लतियों #Problems #Hindi #poem #kavita #कविता #nojotohindi #nojotoapp #Nidan
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