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RAMLALIT NIRALA
जिन्दगी के तलास मे हम जाने कहा कहा भटकते है और हमे जिवन में दुःखो का सामना करना पड़ा है फिर भी ईसांन जिन्दगी से हमेशा परसान होकर मायुस रहता है ईसांन भुल जाता है कि सुख और दुःख दोनों के बीच एक आनोखी रिश्ता है फर्क इतना है कि सुख मे ईसांन सबको भुल जाता है और दुःख मे ईसांन सबको याद आता है ईसांन को जीने के लिए सब्र करनी चाहिए लालच नही सोच अच्छे रखोगे तो जिन्दगी सकुन से जीयोगे ©RAMLALIT NIRALA अनमोल जिवन जिना है तो सोच हमेशा सही रखना
अनमोल जिवन जिना है तो सोच हमेशा सही रखना
read moreNitin Pathak
White दूसरों कि गलती देखने गलत नहीं है पर शुरूआत खुद से होनी चाहिए 🤞🏻🙏🏻❣️ ©Nitin Pathak #good_night सही लगा हो तो कमेंट में जरूर बताना
#good_night सही लगा हो तो कमेंट में जरूर बताना
read moreनवनीत ठाकुर
कभी करीब आ, सच्चाई की गहराई में उतर तो सही, हर खामोशी के भीतर छुपे तूफ़ान को समझ तो सही। कभी सलीके से सुन, दिल की धड़कन की आवाज़, मेरा हाल-ए-दिल पढ़, मेरी रूह को जान तो सही। ©नवनीत ठाकुर कभी करीब आ, सच्चाई की गहराई में उतर तो सही, हर खामोशी के भीतर छुपे तूफ़ान को समझ तो सही। कभी सलीके से सुन, दिल की धड़कन की आवाज़, मेरा हाल-ए
कभी करीब आ, सच्चाई की गहराई में उतर तो सही, हर खामोशी के भीतर छुपे तूफ़ान को समझ तो सही। कभी सलीके से सुन, दिल की धड़कन की आवाज़, मेरा हाल-ए
read moreनवनीत ठाकुर
White कभी करीब आ, धड़कनों में झांक तो सही, इस खामोशी के पीछे की बातें पहचान तो सही। तेरे दावे और वादे हैं बहुत, अब निभा तो सही, क़िस्मत को अपने हाथों में ला, अपना बनाकर देख तो सही। ©नवनीत ठाकुर कभी करीब आ, धड़कनों में झांक तो सही, इस खामोशी के पीछे की बातें पहचान तो सही। तेरे दावे और वादे हैं बहुत, अब निभा तो सही, क़िस्मत को अपने हा
कभी करीब आ, धड़कनों में झांक तो सही, इस खामोशी के पीछे की बातें पहचान तो सही। तेरे दावे और वादे हैं बहुत, अब निभा तो सही, क़िस्मत को अपने हा
read moreनवनीत ठाकुर
कभी करीब आ, तुझे परखू तो सही, ये दाग गहरे हैं, मगर मिटे तो नहीं। ज़ख्म खुद-ब-खुद भर जाएंगे यकीनन, बस एक बार तू मरहम कर तो सही। ©नवनीत ठाकुर कभी करीब आ, तुझे परखू तो सही, ये दाग गहरे हैं, मगर मिटे तो नहीं। ज़ख्म खुद-ब-खुद भर जाएंगे यकीनन, बस एक बार तू मरहम कर तो सही।
कभी करीब आ, तुझे परखू तो सही, ये दाग गहरे हैं, मगर मिटे तो नहीं। ज़ख्म खुद-ब-खुद भर जाएंगे यकीनन, बस एक बार तू मरहम कर तो सही।
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