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Anjali Singhal
"मन में ये कैसी आस जगी, तुझसे मिलने की प्यास बढ़ी; निहारी जब तस्वीर तेरी, खिल-खिल मेरी साँस महकी। महकी इन साँसों से, बढ़ धड़कनें और तेज़ चल #Poetry #AnjaliSinghal
read moreAnjali Singhal
"आज फिर भीगी हैं पलकें, आज फिर महसूस हुई तन्हाई। दिल को रुलाने देखो, यादों की बारात होती चली आई।।" #AnjaliSinghal #hindishayari #Shayari n
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White एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए, तू आज भी बेखबर है कल की तरह। ©Sk एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए, तू आज भी बेखबर है कल की तरह।
एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए, तू आज भी बेखबर है कल की तरह। #Quotes
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
White दोहा :- विषय हिंदी हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार । हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।। जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार । अब कहते बच्चे पढ़े , अंग्रेजी अख़बार ।। गुरुकुल के उस ज्ञान से , विस्तृत थे संस्कार । हिंदी का भी मान था , संस्कृति थी आधार ।। वन टू थ्री अब याद है, भूले दो दो चार । बदल रहे दिन-दिन यहाँ , सबके आज विचार ।। कब हिंदी दुश्मन हुई , और रुका व्यापार । तब भी तो द चली , सत्ता पक्ष सरकार ।। हिंदी को दो मान्यता , तब आये आनंद । गीत ग़ज़ल दोहा लिखे , लिखें मधुर सब छन्द । हिंदी हिंदी कर रहे , हिंदी का गुणगान । हिंदी चाहे हिंद से , फिर अपना अभिमान ।। सुबह-शाम जो पढ़ रहे , थे गीता का सार । आज उन्हें अब चाहिए , अंग्रेजी अख़बार ।। हिंदी नंबर प्लेट पर , कट जाते चालान । ऐसे हिंदुस्तान में , हिंदी का गुणगान ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :- विषय हिंदी हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार । हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।। जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार । अब
दोहा :- विषय हिंदी हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार । हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।। जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार । अब #कविता
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White बुढ़ापा क्यो आता हैं????? जवानी ले जाता हैं, एक नहीं 100 दर्द दिए जाता हैं शरीर क्यो कमजोर पड़ जाता हैं सहारा भी छूट जाता हैं जब पति चला जाता हैं अब उम्मीद बेटे से वो भी बहु की सुनता हैं कोई शिकवा शिकायत नहीं करती दिन तो कट ही जाता हैं मौत का इंतज़ार कर रही हूँ कब चली जाऊ...... क्या पता बेटा भी शायद यही चाहता हैं 🥹 ©puja udeshi #बुढ़ापा #pujaudeshi Kavi Himanshu Pandey MD Raja chetan parihar Arshad Siddiqui Dr. uvsays बुढ़ापा क्यो आता हैं????? जवानी ले जाता हैं,
#बुढ़ापा #pujaudeshi Kavi Himanshu Pandey MD Raja chetan parihar Arshad Siddiqui Dr. uvsays बुढ़ापा क्यो आता हैं????? जवानी ले जाता हैं, #SAD
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
White ग़ज़ल :- लोग वह खुशनसीब होते हैं साथ जिनके हबीब होते हैं अपनी हम क्या सुनाये अब तुमको हम से पैदा गरीब होते हैं तुमने देखा न ढंग से शायद किस तरह बदनसीब होते हैं पास जिनके हो रूप की दौलत उनके लाखों रक़ीब होते हैं प्यार जिनको हुआ नहीं दिल से वो कहाँ फिर करीब होते हैं जो न करते यकीं वफ़ा पे अब बस वही बदनसीब होते हैं पास ख़ुद ही ख़ुशी चली आती जिनके अच्छे नसीब होते हैं दिल से कैसे अमीर वो होगें जिनके ऐसे मुज़ीब होते हैं तू नहीं सोचना प्रखर अब कुछ दिल के रिश्ते अजीब होते है महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- लोग वह खुशनसीब होते हैं साथ जिनके हबीब होते हैं अपनी हम क्या सुनाये अब तुमको हम से पैदा गरीब होते हैं तुमने देखा न ढंग से शायद किस त
ग़ज़ल :- लोग वह खुशनसीब होते हैं साथ जिनके हबीब होते हैं अपनी हम क्या सुनाये अब तुमको हम से पैदा गरीब होते हैं तुमने देखा न ढंग से शायद किस त #शायरी
read morePrakash writer05
मेरा #गांव अब उदास रहता है.. ✍️ लड़के जितने भी थे मेरे गांव में। जो बैठते थे दोपहर को आम की छांव में। बड़ी रौनक हुआ करती थी जिनसे घर में #मोटिवेशनल
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
कुण्डलिया छन्द :- राधा-राधा जप रहे , देखो बैठे श्याम । आ जायें जो राधिका , तो पायें आराम ।। तो पायें आराम , चैन की वंशी बोले । फिर यमुना के तीर , प्रेम के वह रस घोले ।। ग्वाल-बाल का साथ , करे जिनका दुख आधा । वह ही है घनश्याम , चली जिनके सह राधा ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया छन्द :- राधा-राधा जप रहे , देखो बैठे श्याम । आ जायें जो राधिका , तो पायें आराम ।। तो पायें आराम , चैन की वंशी बोले । फिर यमुना के
कुण्डलिया छन्द :- राधा-राधा जप रहे , देखो बैठे श्याम । आ जायें जो राधिका , तो पायें आराम ।। तो पायें आराम , चैन की वंशी बोले । फिर यमुना के #कविता
read moreRameshkumar Mehra Mehra
चली आओ...... अजनबी बनकर......! फिर से मिले हम............!! तुम हमारा नाम पूछो..........!!! हम तुम्हारा हाल पूछेगे.....💕 ©Rameshkumar Mehra Mehra # चली आओ अजनबी बनकर,हम दोनो फिर से मिले,तुम हमारा नाम पूछना,हम तुम्हारा हाल पूछेंगे....💕
# चली आओ अजनबी बनकर,हम दोनो फिर से मिले,तुम हमारा नाम पूछना,हम तुम्हारा हाल पूछेंगे....💕 #Quotes
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