Find the Latest Status about 787 cockpit from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, 787 cockpit.
Neerja
Feeling restlessness Since few days.. Why?? May be this age.. Age of uncertainties in life further.... (787) #Being_hibiscuzzy #saggitarius #november
(787) #Being_hibiscuzzy #SAGGITARIUS #November
read moreDHIRAJ SANJAY MALI
माघारी फिरती पाऊले मांजर आडवे जाता क्षणी नसते हो ती चाहूल काही अपशकून वगैरे घडण्याची माणसांच्या अंधश्रद्धेचाच तर ठरतात हे प्राणी बळी! शुभ संध्या मित्रहो आताचा विषय आहे 787.. पहिल्या ओळीत सात शब्द दुसर्या ओळीत आठ शब्द तिसर्या ओळीत सात शब्द... #787मराठी चला तर मग लिहुया.
शुभ संध्या मित्रहो आताचा विषय आहे 787.. पहिल्या ओळीत सात शब्द दुसर्या ओळीत आठ शब्द तिसर्या ओळीत सात शब्द... #787मराठी चला तर मग लिहुया.
read moreDhiraj Mali
माघारी फिरती पाऊले मांजर आडवे जाता क्षणी नसते हो ती चाहूल काही अपशकून वगैरे घडण्याची माणसांच्या अंधश्रद्धेचाच तर ठरतात हे प्राणी बळी! शुभ संध्या मित्रहो आताचा विषय आहे 787.. पहिल्या ओळीत सात शब्द दुसर्या ओळीत आठ शब्द तिसर्या ओळीत सात शब्द... #787मराठी चला तर मग लिहुया.
शुभ संध्या मित्रहो आताचा विषय आहे 787.. पहिल्या ओळीत सात शब्द दुसर्या ओळीत आठ शब्द तिसर्या ओळीत सात शब्द... #787मराठी चला तर मग लिहुया.
read moreyogesh atmaram ambawale
खूप दिवसांनी जरा वेगळं लिहायची संधी आली, तीन ओळीत सात,आठ,सात शब्दांची खेळी आली, प्रयत्न केलाय तुम्हीच सांगा,काव्यरचना कशी झाली.? शुभ संध्या मित्रहो आताचा विषय आहे 787.. पहिल्या ओळीत सात शब्द दुसर्या ओळीत आठ शब्द तिसर्या ओळीत सात शब्द... #787मराठी चला तर मग लिहुया.
शुभ संध्या मित्रहो आताचा विषय आहे 787.. पहिल्या ओळीत सात शब्द दुसर्या ओळीत आठ शब्द तिसर्या ओळीत सात शब्द... #787मराठी चला तर मग लिहुया.
read moreyogesh atmaram ambawale
सात,आठ,सात अशाच शब्दात रचना करायची, ताईने नवीन कल्पना मांडलीय सर्वांनी ही मजेत अनुभवायची, मला मात्र सुचेनाच सुरुवात तरी कशी करायची. शुभ संध्या मित्रहो आताचा विषय आहे 787.. पहिल्या ओळीत सात शब्द दुसर्या ओळीत आठ शब्द तिसर्या ओळीत सात शब्द... #787मराठी चला तर मग लिहुया.
शुभ संध्या मित्रहो आताचा विषय आहे 787.. पहिल्या ओळीत सात शब्द दुसर्या ओळीत आठ शब्द तिसर्या ओळीत सात शब्द... #787मराठी चला तर मग लिहुया.
read moreNitesh Prajapati
तेरे मेरे दरमियाँ , यह कौन सा है अनजाना रिश्ता, जिस पल में मिले तुम, उस पल में ही बह गए हम तुम्हारे अहसासों मे, ना जाने भरी महफ़िल में भी, मेरी नजरें ढूंढे तो सिर्फ तुझे ही, दिल मेरा चाहे तो सिर्फ तुम्हारे पास आने का एक मौका, इत्तेफ़ाक से नजर मिली, दूरी मीट के नजदीक हो गए हम, फिर तो क्या यह दुनिया क्या जहां, क्या यह सुबह शाम और क्या यह रात, दोनों के दिल तो सिर्फ़ ढूंढे एक दूसरे का संगाथ, आंखों को सिर्फ चाहिए तेरी ही झलक, दिल को चाहे तेरे ही गुफ़्तगू , मन को सिर्फ चाहे तेरा ही सुकून, तेरे मेरे दरमियाँ, जो अनजाना रिश्ता जुड़ा, उसे प्यार का नाम देकर, आज जुड़ गए हम, जिंदगी भर के बंधन में। -Nitesh Prajapati ♥️ Challenge-787 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अ
♥️ Challenge-787 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अ
read moreDr Upama Singh
तेरे मेरे दरमियाँ जो हो रहा है फ़ासला। बढ़ रहीं हैं जो दूरियांँ खुदा का है शायद फ़ैसला। एक नाज़ुक डोर कभी उलझती कभी सुलझती। पहले ना कभी खींच तान पर अब रही टूटती। तेरे मेरे दरमियाँ जो बढ़ रही है ये दूरी। पता नहीं हम दोनों की कैसी है ये मज़बूरी। करनी है खुदा से अब इबादत दूर करे दे सारी गलतफहमियाँ। मिटा दे हमारे बीच की दूरियाँ लाकर प्यार की नजदीकियांँ। कैसे समझाएँ ख़ुद को या उन्हें जो एक बार ताल्लुकात जुड़ जाते। दिल के नाज़ुक डोर से बंधे रिश्ते जन्मों तक नहीं टूटते। ♥️ Challenge-787 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अ
♥️ Challenge-787 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अ
read moreVedantika
तेरे-मेरे दरमियाँ कुछ बातें अधूरी रह गई तेरे बिना कटी थी जो रातें अधूरी रह गई इस बेरहम वक़्त के आगे कमजोर रह गए तेरे संग मेरी कुछ शरारतें अधूरी रह गई खामोशियाँ है इस कदर चुप है धड़कनें भी कह न सकें अहल-ए-दिल क्या मजबूरी रह गई देख कर भी अंजान है उनकी उदासियों से हम दे रहे है खुद को दिलासा बस इतनी दूरी रह गई कोई शिकायत न हुई फिर भी मिली सज़ा मुझे देखकर वो आसमान बिखरी सब रज़ा रह गई मिटा कर ये फ़ासले एक कदम का आओ सही हमारी कितनी ख़्वाहिशें बे-वक़्त बिखरी रह गई हो जाने दो आज फिर गुफ़्तगू इन आँखों की हो जाने दो मुक़म्मल जो मोहब्बत अधूरी रह गई भीग जाने दो एहसास की बारिश में मुझे भी लफ़्ज़ों की बारिश बस अब थोड़ी दूर रह गई ♥️ Challenge-787 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अ
♥️ Challenge-787 collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अ
read more