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RadhakrishnPriya Deepika
वैसे तो बहुत सी उलझने है मेरी जिंदगी में, अपनी उलझनों को सुलझा लिया करती हूँ। फोटो खिंचवाते समय मैं अक्सर, मुस्करा लिया करती हूँ। आखिर क्यों नुमाइश करूँ मैं, अपने माथे पर शिकन की भी। इसलिए, अक्सर मैं मुस्कराकर, अपने माथे से इन्हें मिटा दिया करती हूँ। क्योंकि, जब खुद के हालातों से, मुझे खुद को ही लड़ना है। इसलिए, हार और जीत में, कभी कोई फर्क नही रखती हूं। हारूँ या जीतू कोई रंज नही मुझे, कभी-कभी खुद को खुद जीता देती हूँ । तो कभी-कभी मैं खुद ही जीत जाती हूँ। इसलिए, हर हाल में मुस्करा लिया करती हूँ। ©®RKP....Deepika♥️💛💙 हर हाल में अक्सर मैं मुस्करा लिया करती हूँ। #कविता #उलझने #हालात #परिस्थितियां #जीवन #संघर्ष #मुस्कराहट Kaju Gautam Anshula Thakur sunny S
हर हाल में अक्सर मैं मुस्करा लिया करती हूँ। #कविता #उलझने #हालात #परिस्थितियां #जीवन #संघर्ष #मुस्कराहट Kaju Gautam Anshula Thakur sunny S
read moreRadhe Chandan jha
उलझे हो उलझन में या कोई गम है। कह रहे हो हस्ते हस्ते लेकिन आँखे नम है।। ✍️ राधे चंदन झा ©Radhe Chandan jha #शायरी #कविता #विचार #उलझन #आंखें
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read moreAnjali Verma
मैं नही सुलझा पा रही हूं अपने बीते अतीत के पन्नो पर लिखी रहस्यमयी लिखावट को महसूस होता है ऐसे मानो संध्या होते ही संसार मे घेर लेती है एक काली उदासी दुनिया से लड़ लेती हूं पर खुद से क्यो भाग जाती हूं उस अंधेरे की तरफ जहां पर सब कुछ धुंधला ही दिखता है आजीवन बहुत देर हँसने के बाद अचानक क्यो मैं अक्सर खामोशी से घिर जाती हूं अपने बारे में लिखने बैठु तो क्यो भीग जाती है मेरी कागज सी जिन्दगी क्यो फैल जाती है उसकी काली स्याही न जाने कितनी रहस्यमयी उलझनों से घिरी हूँ मैं। ©Anjali Verma जीवन की उलझन #मेरी_कलम_से✍️ #कविता #डायरी_के_पिछले_पन्नों_से
जीवन की उलझन मेरी_कलम_से✍️ कविता डायरी_के_पिछले_पन्नों_से
read moreAkira Arsh
ऐ जिदंगी कुछ तो बता दे यूं मायूस हो ना मुझको सजा दे मैने नहीं की बस खुशियों कि ख्वाहिश चल आ दर्द दे और मुझको रुला दे ऐ जिदंगी कुछ तो बता दे क्यों जा रही है दूर तु मुझसे यूं खफा होने की वजह बता दे नहीं पंसद हूँ अगर मैं तुझको तो मौत को जाकर मेरा पता दे कब से मुकदमा मैं लडे जा रही हूं कोई तो अब तू फैसला दे मार दे या जीना सिखा दे ऐ जिदंगी कुछ तो बता दे आने वाले कल की फिक्र नहीं है बिता कल मैं कबकी भुला चुकी हूं 'आज' अब तो अपनी पनाह दे ऐ जिदंगी कुछ तो बता दे एक संमदर मे हूँ,जिसका किनारा नहीं दिशा कोई तु मुझे दिखा दे मुझको बस तु मुझ से मिला दे अंदर मेरे तु जीवन जगा दे ऐ जिदंगी कुछ तो बता दे #Life #Emotional #उलझन #जिंदगी #Nojotohindi #Nojotoforall #कविता
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read moreTausif Kazi
उलझनों में उलझा हूँ इस तरहा के सुलझाते हुए फिर उलझ जाता हूँ। उलझन #उलझन
उलझन #उलझन
read moreRC...✍️
मुझे तू खुद में उलझा रहने दे, कि सुलझ कर भी मैंने क्या पाया है। शायद उलझनों से ही रास्ते बने तुझ तक। उलझन ही उलझन है।
उलझन ही उलझन है।
read moreAkanksha Prajapati
अपनी जिंदगी की इस रेखा को कभी सीधा मत होने देना, यह तो तुम्हारे दिल की धड़कन हैं। निराश मत हो ,परेशान मत हो। यही तो जिंदगी हैं गिरना ,उठना लगा ही रहता हैं। इतने भी मासूम मत बनों की कोई आपको तकलीफ़ दे। इतने भी कठोर ना बनों की आपकी वज़ह से कोई परेशान हों। बस चलते रहिए,जिंदगी की दौड़ में । एक दिन मंजिल मिल ही जाएगी। खूबसूरत हैं जिंदगी ,कभी उलझी सी पहेली। चाहे कितनी भी परेशानियों के बवंडर से गुजरना पडे़। हौसला मत हार ,तू चलकर दिखा इन पथरीली राहों में।। ©Akanksha Prajapati #जिंदगी #सफलता #सफ़र #रेखा #उलझन #प्रेम #शायरी #कविता #लेखक #hangout
Deepak Kumar
क्या चाहता हूं अपने जीवन से ये अभी तक द्वंद है? खुशियां,सफलता या समेट लूं वर्तमान को जिसके लम्हे बस चंद हैं! क्या सभी मनुष्य घिरा है इसी उपापोह में या बस मेरी ही बुद्धि मंद है? अनगिनत विचार उठते हैं मष्तिष्क में ये शैतान है या कोई संत है? क्यों संतुष्ट नहीं हु जीवन से क्या मैं लालची हूँ? या फिर भाग्य में है कुछ और लिखा जिसके प्रति मैं आलसी हूँ! जीवन नें यहां रुकना भी नही है, आगे बढ़ने के लिए कुछ करना भी नही है।। मेहनत तो हो रही है परंतु पता नही किस ओर क्या सदैव रात रहेगी या होगी कभी भोर? कभी सोचता हूं भीड़ में ही रहूं, कभी लगता है अकेले आगे बढ़हुँ जीवन की उलझनें मस्तिष्क की तंत्रिकाओं से भी ज़्यादा हैं। पर सुलझा लूंगा इसे ये मेरा स्वयं से वादा है।। #NojotoQuote उलझन #उलझन #life #poem #nojoto
Andy Mann
हम लोग न उलझे हैं न उलझेंगे किसी से हम को तो हमारा ही गरेबान बहुत है ©Andy Mann #उलझन