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Satish Chandra
अपने आप में ही मशरूफ़ रहता हूँ आजकल, कि ज़माने में अब मेरे अपने नहीं, गैरों के सपने नज़र आते हैं। मैं जो मशरूफ़ हूँ मुझमें तो क्या गुनाह कर दिया, तू भी तो बेगानी शादी में अब्दुल्लाह बनता है। #YQbaba #YQdidi #Sattytude
मैं जो मशरूफ़ हूँ मुझमें तो क्या गुनाह कर दिया, तू भी तो बेगानी शादी में अब्दुल्लाह बनता है। #yqbaba #yqdidi #Sattytude
read moreDevesh nand Singh
1. खुद की जान खतरे में डालना = शादी करना 2. आ बैल मुझे मार = पत्नी से पंगा लेना 3. दीवार से सिर फोड़ना = पत्नी को कुछ समझाना 4. चार दिन की चाँदनी वही अँधेरी रात = पत्नी का मायके से वापस आना 5. आत्महत्या के लिए प्रेरित करना = शादी की राय देना 6. दुश्मनी निभाना = दोस्तों की शादी करवाना 7. खुद का स्वार्थ देखना = शादी ना करना 8. पाप की सजा मिलना = शादी हो जाना 9. लव मैरिज करना = खुद से युद्ध करने के लिए योद्धा ढूंढना 10. जिंदगी के मज़े लेना = कुँवारा रहना 11. ओखली में सिर देना = शादी के लिए हाँ करना 12. दो पाटों में पिसना = दूसरी शादी करना 13. खुद को लुटते हुऐ देखना = पत्नी की मांग पूरी करना 14. शादी के फ़ोटो देखना = गलती पर पश्चाताप करना 15. शादी = बिना अपराध की सजा 16. बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना = दूसरों के दुःख से खुश होना 17. साली आधी घर वाली = वो स्कीम जो दूल्हे को बताई जाती है लेकिन दी नहीं जाती। 1. खुद की जान खतरे में डालना = शादी करना 2. आ बैल मुझे मार = पत्नी से पंगा लेना 3. दीवार से सिर फोड़ना = पत्नी को कुछ समझाना 4. चार दिन क
1. खुद की जान खतरे में डालना = शादी करना 2. आ बैल मुझे मार = पत्नी से पंगा लेना 3. दीवार से सिर फोड़ना = पत्नी को कुछ समझाना 4. चार दिन क #deveshnandsingh
read moreBrajesh kumar
बचपन के दिन चार, ना आएंगे बार बार, जिले जिले मेरे यार, जेब खाली तो उधार। बचपना ।।।।😢😢😊😊😊 बचपन के वो दिन चार , याद आते हैं मुझे बार बार। दे जाते हैं नेत्रों में खुशियों की धार, बचपन के वो दिन चार।। वो खिड़कियों की
बचपना ।।।।😢😢😊😊😊 बचपन के वो दिन चार , याद आते हैं मुझे बार बार। दे जाते हैं नेत्रों में खुशियों की धार, बचपन के वो दिन चार।। वो खिड़कियों की
read moreusha
कम उम्र में भी की उसमें भी कोई गिला न था निभ जातें थे वो,बस वो खो गया ,मिलना चाहिए था उस वक़्त की उम्र में हमे, लेकिन वक़्त की नजा़गत को परखते हुए जिदंगी मे सही उम्र में भी मिले तो उन्हें निभाना नहीं आया ,हम तो बेगम जान थी पर दिल के तार तार कर दिए ... कम उम्र में भी..... । usha...✍ # बेगानी
# बेगानी
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