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BALJEET SINGH MAHLA
ਘੁੰਮ ਲਈ ਦੁਨੀਆਂਦਰੀ,"ਸਾਰੀ ਸਾਈਆਂ ਪਰ ਮੇਰੀ ਰੂਹ ਨੂੰ ਚੈਣ ਨਾ ਆਇਆ ਕੁਲ ਆਲਮ ਵਿੱਚ ਵੱਸਦਾ ਤੂੰ ,"ਹੈਂ ਸਾਈਆਂ ਪਰ ਤੈਨੂੰ ਕਿਸੇ ਦੇ ਵਿੱਚ ਨਾ ਪਾਇਆ ਤਨ ਵਿੱਚ ਮਨ ਦਾ ਦੀਵਾ ,"ਬੁੱਝਿਆ ਸਾਈਆਂ ਤੇਰੇ ਬਿਨਾਂ ਕਿਸੇ ਨਾ ਜਗਾਇਆ ©BALJEET SINGH MAHLA Sai Abha Singh Suraj Rishu Gupta Ritika Gupta Dr. Subhash Chouhan (Subh2026)
Sai Abha Singh Suraj Rishu Gupta Ritika Gupta Dr. Subhash Chouhan (Subh2026)
read moreAnteryami Balsamanta
ସମାଜ ତୁମର ସତ୍ୟତା ଉପରେ ପ୍ରଶ୍ନ କରିବ କିନ୍ତୁ ତୁମର ମିଥ୍ୟାକୁ ସହଜରେ ଗ୍ରହଣ କରିବ । Society will question your truthfulness but will easily accept your lies. ©Anteryami Balsamanta #GoodMorning #the_bitter_truth Sethi Ji Mohan raj angel rai narendra bhakuni shubham mishra
#GoodMorning #the_bitter_truth Sethi Ji Mohan raj angel rai narendra bhakuni shubham mishra
read moreशुभम मिश्र बेलौरा
White बैठकर बेवफाई के आहों तले उसके जाने का मातम मनाता रहा सुनने वाला बचा था मुझे न कोई फिर अकेले ही मैं गीत गाता रहा गुनगुनाता रहा गुनगुनाता रहा... सुुबह में शाम में डूबता जाम में जिंदगी जी रहा था मैं गुमनाम में कोई पागल कहे और अवारा कोई सबको सुनता और आंसू बहाता रहा गुनगुनाता रहा गुनगुनाता रहा... मैं था राही भटक कर कहां खो गया लोग कहते हैं मै क्या से क्या हो गया छिप रहीं मेरी चीखें जो बेबस बनीं उनको गीतों में लिखता और गाता रहा गुनगुनाता रहा गुनगुनाता रहा... तेरी यादों में गिरते जो आंसू मेरे उनको इक इक संजोकरके गढ़ता रहा तेरे मिलने बिछड़ने के पत्रों को मैं रात भर जाग करके यूं पढ़ता रहा अपने गिरते हुए आंसुओं में भी मैं याद करके तुम्हें मुस्कुराता रहा सुनने वाला बचा था मुझे न कोई फिर अकेले ही मैं गीत गाता रहा गुनगुनाता रहा गुनगुनाता रहा...... ©Shubham Mishra #sad_shayari shubham mishra
#sad_shayari shubham mishra
read moreशुभम मिश्र बेलौरा
अपनी भूख के खातिर देते बेेटी की कुर्बानी है, उनके नपुंसकता की ये सबसे बड़ी निशानी है, देश में सारे देशभक्त है पर कुछ पर शक होता है, मुगलों अंग्रेजों से पैदा कुछ ये नमक हरामी हैं। ©Shubham Mishra shubham
shubham
read moreशुभम मिश्र बेलौरा
White निगाहों को चुराने की अदाकारी भी रखती है, मै किसको देखता हूं ये भी अच्छे से परखती है, बहाने खूब बनाती है मुझे न चाहने के वो, मै उस पर मर रहा हूं ये सबसे कहती रहती है। कभी ऐल्बम से अपनी वो पुरानी फोटो लाती है, कभी मेहंदी से अक्षर नाम का पहला लिखाती है, दिखावा मस्ती का करके मुझे खुद देखती रहती, मै उस पर मर रहा हूं ये सबसे कहती रहती है। बहुत नटखट है प्यारी है बहुत मासूम लगती है, किसी के प्यार में पागल वो अब मरहूम लगती है, मुझे भी अच्छी लगती है गवारा ये नहीं करता, मगर वो जितना कह रही मैं उतना भी नहीं मरता। ©Shubham Mishra #Love Shubham Mishra
Love Shubham Mishra
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