Find the Latest Status about ज्योतिबा फुले from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ज्योतिबा फुले.
पूर्वार्थ
अवतरण दिवस पर मैं जिनको करता हूँ प्रणाम, वो हैं ज्योतिबा फुले, पिता जिनके गोविंद राम। धन्य हैं वो माता ,जिनकी देवी..... चिमना बाईं, पत्नी जिनकी सावित्री बाई, जिन्होंने बेटियां पढ़ाई। जागरूकता से जिनकी शिक्षा द्वार खुले, महान शख्स थे वो महात्मा ज्योतिबा फुले। बहुजन समाज के लिए जलाया शिक्षा दीपक, साक्षरता के रूप में दलितों में भी गुल खिले। थे वे एक महान समाज सुधारक, छुआछूत के थे वे महान उद्धारक। शिक्षा से ही जिन्होंने अलख जगाई, विधवा पुनर्विवाह के लिए लड़ी लड़ाई। फुले ने शिक्षा का एक ऐसा अभियान चलाया, शूद्रों के लिए नया विद्यालय खुलवाया। ऊँच-नीच के भेदभाव का कराया खात्मा, बम्बई में सम्मान मिला कहलाये फिर महात्मा। बने जो सामाजिक क्रांति के जनक, देश प्रेमी के साथ वे थे महान जन नायक। स्वतंत्रता सेनानी रूप में किया बढ़के सहयोग, जंग जीती आजादी की दूर किया दलित का रोग। #महात्मा ज्योतिबा फुले ©पूर्वार्थ #महात्मा ज्योतिबा फुले
manoj solanki boddhy
#शिक्षक_दिवस किसके #जन्मदिन को #मनाना_चाहिए #तर्क_संगत जवाब दीजिए ? आज मै #ब्राह्मण जात का ''सर्वपल्ली राधाकृष्णन'' और #मूलनिवासी बहुजन ''राष्ट्रपिता #ज्योतिराव फुले'' दोनो के ''एजुकेशन'' के लिए किये गए कार्यो को बताउंगा। फिर फैसला आपलोग ही करना की किसका जन्मदिन ''राष्ट्र गुरु'' / टीचर दिवस के रूप में मनाना चाहिए , 1)ब्राह्मण जात सर्वपल्ली राधाकृष्णन के पैदा होने के 40 साल पहले से ही ''राष्ट्रपिता #ज्योतिराव_फुले'' ने #आधुनिक भारत में एजुकेशन के फिल्ड में क्रांति सुरु कर दी थी (सबूत = ''राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले'' का जन्म 11 अप्रैल 1827 में हुआ और उन्होंने #क्रांति की सुरुवात 1848 को कर ही दिया जबकि विदेशी ब्राह्मण जात ''सर्वपल्ली_राधाकृष्णन'' का जन्म 5 sep 1888 को हुआ मतलब फुले की क्रांति के 40 साल बाद )! 2)''राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले'' ने 1848 से शुरू कर 4 साल के अन्दर ही करीब 20 स्कूल खोल डाले ,जब की ब्राह्मण सर्वपल्ली ने एक भी स्कूल नहीं खोला ! 3)''राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले ने #पिछड़ी जाति के लोगो को बिना पैसे लिए #एजुकेशन दिया ,जब की ब्राह्मण जात सर्वपल्ली ने जिंदगी भर पैसे की #लालच में लोगो को पढ़ाया ! 4)''राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले'' ने खुद की जेब से पैसे खर्च कर लोगो को education दी ,जबकि ब्राह्मण जात सर्वपल्ली ने एजुकेशन देने के नाम पर खूब पैसा कमाया ! 5)गाव देहातो में ''राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले'' ने 20 स्कूल खोले ,जब की ब्राह्मण जात सर्वपल्ली गाँव में स्कूल खोलने गया ही नहीं 6)सबको #बैज्ञानिक सोच वाली #एजुकेशन ''राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले ने दिया ,जब की ब्राह्मण सर्वपल्ली ने ''ब्राह्मण धर्म'' (हिन्दू धर्म) की गैर बराबरी और अंधविश्वास वाली एजुकेशन का कट्टर समर्थक था ! 7)''बालविवाह'' का विरोध और ''विधवा विवाह'' को बढ़ावा दिया "'राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले ने जबकि ब्राह्मण जात सर्वपल्ली बाल विवाह का समर्थक था ,और विधवा विवाह का विरोधी ! 8)#महिलाओं के लिए #पहला_स्कूल अगस्त 1848 को ''राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले ने खोला जब की ब्राह्मण जात सर्वपल्ली स्त्री एजुकेशन का #विरोधी था 9)''राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले ने अपनी पत्नी को सबसे पकले एजुकेशन दी ,ब्राह्मण जात सर्वपल्ली ने अपनी औरत को ही अनपढ़ बनाए रख्खा ! 10)''राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले'' ने अपना गुरु ''छत्रपति शिवाजी महाराज'' को माना ,ब्राह्मण सर्वपल्ली ने अपना गुरु ब्राह्मण भगौड़ा ''सावरकर'' को माना ! 11)''राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले ने ''गुलामगिरी'' नमक ग्रन्थ लिख पिछड़ी जातियों को गुलामी का एहसास कराया ,जब की ब्राह्मण सर्वपल्ली ने ब्राह्मण धर्म का कट्टर समर्थन कर #बहुजनो के #दिमाग की नसबंदी कर उनके दिमाग को बाँझ बनाया ! 12)किसानो को जगाने के लिए ''#राष्ट्रपिता_ज्योतिराव फुले'' ने किताबे लिखी जैसे ''किसान का कोड़ा'', आज से 150 साल पहले 'कृषि विद्यालय' की बात की, जब की ब्राह्मण सर्वपल्ली ने जीतनी भी किताबे लिखी सब की सब ब्राह्मण धर्म को महिमामंडित करने को लिखी ! 13) सभी को एजुकेशन मुफ्त और सख्ख्ती से दिया जाय इसके लिए ''हंटर कमिसन'' (उस समय का भारतीय एजुकेशन आयोग) के आगे अपनी मांग ''राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले'' ने रख्खी ,जब की ब्राह्मण सर्वपल्ली #बहुजनो को #एजुकेशन देने का विरोधी था 14)लोगो ने ''#राष्ट्रपिता_ज्योतिराव फुले'' को ''#राष्ट्रपिता'' की #उपाधि दी ,ब्राह्मण सरकार ने ब्राह्मण सर्वपल्ली की चोरी की थीसिस पर उन्हें डॉ की उपाधि दी ! 15) '#राष्ट्रपिता_ज्योतिराव फुले'' ने ब्राह्मणों को विदेशी कहा ब्राह्मण सर्वपल्ली ने भी खुद को विदेशी आर्य ब्राह्मण कहा (बस केवल एक जगह दोनों सामान थे ) https://www.facebook.com/groups/592086901429285/?ref=share # चक दिवस महात्मा ज्योतिबा फुले
# चक दिवस महात्मा ज्योतिबा फुले #ब्राह्मण #महिलाओं #जन्मदिन #दिमाग #राष्ट्रपिता #लालच #मूलनिवासी #शिक्षक_दिवस #क्रांति #विरोधी #आधुनिक #उपाधि #पिछड़ी #एजुकेशन #मनाना_चाहिए #तर्क_संगत #ज्योतिराव #ज्योतिराव_फुले #बैज्ञानिक #पहला_स्कूल #बहुजनो #राष्ट्रपिता_ज्योतिराव
read moreJk
शीर्षक : या क्रांती सूर्याचे उपकार महात्मा फुलेंचे कार्य असे हे थोर शिक्षणासाठी आम्हा मुलींना केले खुले, बंद असलेले दार घरच्याच चौकटीत चार भिंती चुलमुलं बंदिस्त जीवन सारे हुंदक्यांचा तो आवाज बंद मुलींसाठी किती पहारे तोडले पहारे, या क्रांतीसुर्याचे उपकार शिक्षणासाठी आम्हा मुलींना केले खुले, बंद असलेले दार बंद केली सती प्रथा सती प्रथेला घातला आळा नवजीवन दिले तिजला वाचविले तिच्या तान्ह्या बाळा नवजीवन दिले आम्हा, या क्रांती सूर्याचे उपकार शिक्षणासाठी आम्हा मुलींना केले खुले, बंद असलेले दार वाचविण्या जगाचा पोशिंदा घेतला आसूड हाती गुलामगिरी संपविण्या तळपला तो क्रांतीसुर्य ज्योती झुगारिली अमानुष प्रथा, या क्रांती सूर्याचे उपकार शिक्षणासाठी आम्हा मुलींना केले खुले, बंद असलेले दार घेऊनी संगे सावित्रीला तिलाही ज्ञानाचा धडा शिकविला मिळुनी मग दोघा उभयंत्यांनी शिक्षणाचा विडा उचलला बहुजना शिकविले, या क्रांती सूर्याचे उपकार शिक्षणासाठी आम्हा मुलींना केले खुले, बंद असलेले दार ज्योती किरतकुडवे (साबळे) दिवा - ठाणे ©Jk क्रांतिसूर्य महात्मा ज्योतिबा फुले यांना स्मृती दिनानिमित्त विनम्र अभिवादन 🙏
क्रांतिसूर्य महात्मा ज्योतिबा फुले यांना स्मृती दिनानिमित्त विनम्र अभिवादन 🙏 #कविता
read more