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Diwan G
झूठी हर कसम, कि झूठा हर वादा, यदि गलत हो जब, दिल का इरादा। ©Diwan G #झूठा
Meenakshi Sharma
शायरी अगर बात नहीं करनी थी तो सीधा बोल देते, हम कौन सा जबरदसती आप से बात करवाए, जा रहे थे। अगर नहीं थे हम आपकी दोस्ती के काविल तो सीधा बोल देते। फिर हमें कयूं झूठी उम्मीदों और झूठे दीलासें में, जलाए जा रहे थे। Meenakshi Sharma झूठा
झूठा #शायरी
read moreRaman@87( Ramnath Toppo)
हम ढोंगी नही थे,पर तुमने, हमें कह दिया। मगर अब बनना होगा ताकि तुम्हें कोई झूठा न कह दे।। #झूठा
its.ishamishra30
ख़्वाबों का शहर जितना बड़ा है हकीक़त का.. शहर उतना ही छोटा और झूठा है...!! #झूठा
Ashraf Fani
Tunnel अक़्सर-शायर-झूठा-होता है ख़ुद से या फिर दुनिया से भी रूठा होता है अक़्सर-शायर-झूठा-होता है सपनों का सौदा करता है,अंदर से ख़ुद टूटा होता है अक़्सर-शायर-झूठा-होता है। झूठा
झूठा
read moreAkshit Ojha
लफ्ज़ रियासती नहीं, मेरे खुद के पाले हुए हैं जरूरी नहीं हर शब्द के मायनों से वाजिब होना तुम्हारा वाजिब -सही ठहराना #oneliner #readingminds #someone #courageintrust
वाजिब -सही ठहराना #oneliner #readingminds #someone #courageintrust
read moreKalpana Srivastava
बातें झूठी ,वादा झूठा इकरार झूठा, रिश्ता झूठा तुझे मुझसे था प्यार झूठा.. ©kalpana srivastava #झूठा
Vikas Dhaundiyal
तेरे इश्क़ में नाकाम हुआ पर हौंसला मेरा अभी टूटा नहीं हूँ तुझे यकीं ना हो ना सही पर अपनी नज़रों में मैं झूठा नहीं #झूठा
Meenakshi Sharma
सही नहीं हर बात का दोषी औरत को ही ठहराना, घर टूटे तो उसके टुकड़ों का, इल्ज़ामऔरत पर ही लगाना, मां की लाड़ली पिता की जिंदगी बेटी से बहु बन जाती है अनजान रिश्तों की चक्की में वो यू ही बस पीस जाती है, सही नहीं हर बात का दोषी औरत को ही ठहराना। सही नहीं हर बात का दोषी औरत को ही ठहराना, घर की एकता में बल ही नहीं हो तो उसके, टूटने का इल्ज़ाम क्यूं इक औरत पर लगाना, नाना की लाड़ली नानी की दुनिया अपना घर त्याग के दूसरे घर आती है, इज्जत की हकदार हैं वो तो, फिर भी इल्ज़ाम पाती है, सही नहीं हर बात का दोषी औरत को ही ठहराना। सही नहीं हर बात का दोषी औरत को ही ठहराना, घर की दीवारों की नींव खोखली हो, तो उसका इल्ज़ाम क्यूं औरत पर लगाना, दादा की लाड़ली दादी की जान , बेटी से पत्नी बन जाती है, दो घरों के वैचारिक मतभेद में वो बेचारी पीस जाती है, पति के लिए वो जिंदा जल जाए तब भी वो दोषी ठहराती है, सही नही हर बात का दोषी औरत को ही ठहराना। ©Meenakshi Sharma हर बात का दोषी औरत को ठहराना #dusk