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Mr.Ravi Rajdev
प्रेरणादायी कविता मराठी मराठी कविता पाऊस प्रदूषण मराठी कविता कापणी कविता मराठी कविता संग्रह #मराठीकविता
read moreRam Yadav
White ये सारे देवता,,, जंगल, नदियों, पेड़ों, जानवरों, पहाड़ों.... के पास क्यों मिले???? क्यों वो कंक्रीट के साम्राज्य में अध्यात्म नहीं खोज पाए???????? ऊर्ध्वमूलमधःशाखमश्वत्थं प्राहुरव्ययम् । छन्दांसि यस्य पर्णानि यस्तं वेद स वेदबित् ।। गीता : 15.1 ।। हरि ॐ ©Ram Yadav #Krishna #अध्यात्म #भारत #पर्यावरण
Anand Kumar Ashodhiya
पर्यावरण - नई हरयाणवी रागनी तूं कितना ए जतन लगाले बन्दे वो पल में प्रलय करता है तूं भाज भाज कै थक लेगा, वो एक पग में योजन भरता है तनै पेड़ अर पौधे काट काट कै, जंगल नदी उजाड़ दिए पर्वत घाटी काट काट कै, खनिज और पत्थर काढ़ लिए उनै बाढ़ के पंजे गाड़ दिए, इब क्यूं ज्यान बचाए फिरता है तनै सारी ए धरती बंजर करदी, मार कै खाद दवाई खान पान सब जहरी कर दिया, जहरी ए हवा बणाई तनै अपनी शामत आप बुलाई, वो तौल तौल कै धरता है धरती थोथी करकै नै तनै, सारा पाणी खींच लिया पीवण नै भी छोड़या ना तनै, आंगण बाड़ी सींच लिया उनै दया का पंजा भींच लिया इब, बूंद बूंद नै मरता है कई कई मंजिल भवन बणा लिए, कितै बारा कितै ठारा पहाड़ दरकगे नदी उफणगी, तेरा कुछ ना चाल्या चारा कदे सुनामी कदे हल्लण आरहया, फिर कुदरत से क्यूं डरता है गुरु पालेराम नै पकड़ आंगली कथना रचना सिखा दिया के आच्छा के बुरा जगत में शीशे की ज्यूं दिखा दिया उनै कड़वा मीठा चखा दिया वो जीवन के दुख हरता है कॉपीराइट©️आनन्द कुमार आशोधिया 2024-25 ©Anand Kumar Ashodhiya #पर्यावरण नई हरयाणवी रागनी पर्यावरण कविता कोश कविताएं प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता हिंदी कविता
#पर्यावरण नई हरयाणवी रागनी पर्यावरण कविता कोश कविताएं प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता हिंदी कविता
read moreRam Yadav
White दुनियां में मौजूद लगभग हर धर्म की किताबें पढ़ रहा हूं। लेकिन, किसी भी किताब में नाग, पीपल, बरगद, गंगा, कैलाश, चिड़िया, चूहा, हाथी, शेर, चींटी आदि का पूजन नहीं लिखा मिला।।।।। किस दर्जे के महान वैज्ञानिक रहे होंगे मेरे पूर्वज जो जानते थे जैव श्रृंखला का नियम यानी एक भी प्रजाति मिटी तो हमारा अस्तित्व खत्म हो जाएगा। और फिर जाने कहां से आए वो मूर्ख विकसित मानव जिन्होंने इन परंपराओं पर धर्म की चादर लपेट दी🥹।।।।।।। कितने अविकसित और तुच्छ बुद्धि के मानव रहे होंगे जिन्होंने सभी जीवों को मानव जाति का सेवक बता दिया #अध्यात्म #पर्यावरण #भारत ©Ram Yadav #Animals #पर्यावरण #भारत #अध्यात्म
Dr. Satyendra Sharma #कलमसत्यकी
मेरा देश मेरा दायित्व वृद्धजनों की सेवा पर्यावरण सुरक्षा #मोटिवेशनल
read moreRam Yadav
White अच्छा रोज ये सफर में मौत के बाद जो रंग भर लेते हैं न??? अगर सूरज न होता तो इस कायनात को जगाता कौन????? मोट्टो इसके आगे के किस्से तू सोँच मैं कहानियां सुनाता हूं😅 ईरान पहले आर्यान था जो अग्नि यानि ऊर्जा की पूजा करता था वैसे कितनी ही सभ्यताएं चली गईं न? फिर भी भगवान???????????????????? और अब भी लड़ रहे हैं लोग... भूमि,गगन,वायु,अग्नि,नीर न पढ़ कर भगवान के लिए😒😌 छोड़ो भी, ये छोटी बातें.... कल भी सूरज जी आप आ जाना मेरे जैसे आठ अरब लोग जीना चाहते हैं अपने ख़्वाब !!!!!!!!!!!!!!! #पर्यावरण🥹#अध्यात्म हरि ॐ १८.०७.२०२४ ©Ram Yadav #good_morning_quotes #अध्यात्म #पर्यावरण #भारत
Ram Yadav
White जब भी कोई सड़क मंजूर होती है.... पेड़ सिहर उठते हैं।।।।।। दौलत शोहरत और लालची हवस से नंगे ये इंसानों की कौम कुल्हाड़ी लिए आ रहे हैं 😭 ©Ram Yadav #good_night_images #भारत #पर्यावरण #अध्यात्म
#good_night_images #भारत #पर्यावरण #अध्यात्म #विचार
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White एक दुनियां तुम्हारी बनाई एक दुनियां उसकी बनाई तुम्हारी दुनियां में तुम हो उसकी दुनियां में हम सब हैं अपनी लड़ाई में हड़प्पा भी हारी मेसोपोटामिया भी हारी यूनान भी हारा रोम भी हारा।।।।।। पर उसकी लड़ाई में पेड़ जीत गए पहाड़ जीत गए मिट्टी जीत गई नदियां जीत गईं।।।।।।।।।।।।। अच्छा इस घमंड भरे मैं में स्वर्ग या नर्क किसी ने देखा है?????????? ऐसी कहानियां क्यों लिखी गई होंगी?????????????? हरि ॐ १२.०७.२०२४ ©Ram Yadav #sad_dp #अध्यात्म #भारत #पर्यावरण
Ram Yadav
ये पहाड़ नहीं दरक रहे ।।।।। दरक रहा है वो इतिहास जिसे पृथ्वी ने करोड़ों साल लिखा मानव नाम की जात को पैदा करने के लिए ।।।।।।।।।।।।। हां तो क्या बता रहा था?????? एक उल्का ने पृथ्वी से जीवन खत्म कर दिया फिर दो महाद्वीप टकराए और हिमालय का निर्माण किया इन पहाड़ों से टकरा कर धूल के बादल बारिश करने लगे और पृथ्वी को जीवन लायक बनाया।।।।। फिर मानव पैदा हुआ 🥹 वैसे क्या सच में कैलाश जीवंत हृदय है पृथ्वी में स्पंदन पैदा करता नदियों को जल देता।।।।।।।। हरि ॐ १०.०७.२०२४ ©Ram Yadav #अध्यात्म #भारत #पर्यावरण #हिमालय