Find the Latest Status about मंज़िल के पर्यायवाची from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मंज़िल के पर्यायवाची.
नवनीत ठाकुर
White अंधेरों में उजाले का खिलना, दर्द के बाद राहत की उम्मीद का होना ज़रूरी। कभी टूट कर गिरना, फिर उठकर चलना, ज़िंदगी के इस सफर में संभलना ज़रूरी। मंज़िल तक पहुँचने के लिए रास्ते हों या कांटे, हर फिज़ा में संघर्ष का होना ज़रूरी। हर असफलता से कुछ सीखा है, सच्चाई यही, अच्छे दिन आने तक मेहनत का होना ज़रूरी। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर अंधेरों में उजाले का खिलना, दर्द के बाद राहत की उम्मीद का होना ज़रूरी। कभी टूट कर गिरना, फिर उठकर चलना, ज़िंदगी के इस सफर मे
#नवनीतठाकुर अंधेरों में उजाले का खिलना, दर्द के बाद राहत की उम्मीद का होना ज़रूरी। कभी टूट कर गिरना, फिर उठकर चलना, ज़िंदगी के इस सफर मे
read moreBhupendra Rawat
White दर बदर भटका हूँ तो मंज़िल को पाया है राह की ठोकरों ने मुझे चलना सिखाया है वो चिराग नहीं जो बुझ जाए हवा के झरोखो से मैंने स्वयं को आँधियों मे जलना सिखाया है ©Bhupendra Rawat दर बदर भटका हूँ तो मंज़िल को पाया है राह की ठोकरों ने मुझे चलना सिखाया है वो चिराग नहीं जो बुझ जाए हवा के झरोखो से मैंने स्वयं को आँधियों मे
दर बदर भटका हूँ तो मंज़िल को पाया है राह की ठोकरों ने मुझे चलना सिखाया है वो चिराग नहीं जो बुझ जाए हवा के झरोखो से मैंने स्वयं को आँधियों मे
read moreARBAJ Khan
White शैतान की दासतान वे कहते है। जब आप आश की एक छोटी - सी उमीद निराशा में बदल जाती है। तब काली दुनिया से कोई हमारे लिए आएसान करने के लिए तैयार रहता है। फिर वों कहते है। ना हर आएसान की कोई न कोई कीमीत होती है। ©ARBAJ Khan काली दुनिया के शैतान के खोफ
काली दुनिया के शैतान के खोफ
read moreSrinivas
हवाओं की रुख़ से परेशान मत हो, वो तुम्हारी मंज़िल को नहीं, तुम्हारे इरादों को परखने आई हैं। ©Srinivas हवाओं की रुख़ से परेशान मत हो, वो तुम्हारी मंज़िल को नहीं, तुम्हारे इरादों को परखने आई हैं।
हवाओं की रुख़ से परेशान मत हो, वो तुम्हारी मंज़िल को नहीं, तुम्हारे इरादों को परखने आई हैं।
read more