Find the Latest Status about श्रृंगार काव्य कन्नड सोंग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, श्रृंगार काव्य कन्नड सोंग.
neelu
White अगर नारी शक्ति है नारी ही श्रृंगार है तो बेचारा पुरुष क्या है ©neelu #good_night #अगर #नारी #शक्ति है नारी ही #श्रृंगार है तो #बेचारा #पुरुष क्या है
अज्ञात
शेर हुए चटखारे से ग़ज़ल हुई नमकीन गीत हुए मधुशाला से कविता भावविहीन गहन मनन चिंतन नहीं श्रोता नव सब दीन हीने ओछे काव्य गढ़ अब के कवि प्रवीन ©अज्ञात #काव्य
SHIVAM MISHRA
White हम अपने मुस्तक़िल के पैकान ही रहे वाज़िब सा ,दर्द था सबब हैरान ही रहे यूँ ही यक़ीन अब ना आँखो पे कीजिये लहेज़ तलल्ख़ करके सब बीरान ही रहे वैसे तो इल्म तुमको, हर बात का रहा बस जख्म भर गए, बुलंद इम्कान ही रहे C@R shivam mishra पैकान = नुकीला इम्कान = सामर्थ्य आप सभी मित्रो को शुभ दीपावली...... ❤️🙏🥰🕉️ ©Shivam mishra #diwali_wishes अdiति Kshitija काव्य महारथी Prashu_ R Ojha #diary #SAD
#diwali_wishes अdiति Kshitija काव्य महारथी Prashu_ R Ojha #diary #SAD
read moreAzaad Pooran Singh Rajawat
White "ए चांद मेरे बता मुझे किस कदर सजूं संवरू मैं तेरे लिए नख से शिख तक नज़र ठहर जाए तेरी मुझ पर तेरी सोलह कलाओं सा श्रृंगार करूं मैं करवा चौथ माता से दुआ है बस यही मेरी मेरा प्यार तुझे मिले,तेरा प्यार मुझे मिले जन्मों जन्मों के लिए। "करवा चौथ के सिंजारे की आजाद शुभकामनाएं।" ©Azaad Pooran Singh Rajawat #Sad_Status श्रृंगार दिवस की शुभकामनाएं
#Sad_Status श्रृंगार दिवस की शुभकामनाएं
read moreBanna govardhan
White आज हिंद के देश में भी हिंदी किरायेदार की तरह रह रही है जबकि अंग्रेज़ी की चापलूसी बढ़ती ही जा रही हैं..! ©Banna govardhan #hindi_diwas काव्य महारथी chetan parihar R Ojha Khushawant Purohit #Hindidewas
#hindi_diwas काव्य महारथी chetan parihar R Ojha Khushawant Purohit #Hindidewas
read moreBanna govardhan
White ख्वाबों की दुनिया को, हकीकत में बदलने, "आओ हम तुम संग चले" ©Banna govardhan #Thinking shayari in hindi काव्य महारथी R. Ojha Rakesh Srivastava
#Thinking shayari in hindi काव्य महारथी R. Ojha Rakesh Srivastava
read morePriya Gour
White किसी भी वत्त-त्यौहार पर अक्सर सजने वाली लड़की को यही तंज कंसा जाता हैं कभी हँसी में छेडा़ जाता हैं की किसके लिए तैयार हुई? जैसे नारी को अपनी खुशी से अपने लिए सजने संवरने का अधिकार ही नहीं है बस सज संवरी हैं तो किसी के लिए श्रृंगार का संपूर्ण अर्थ पुरुष से ही है ? माना किसी भी नारी के श्रृंगार की पूर्णता भी उसके प्रियतम को भाना है परंतु प्रश्न ये है प्रियतम के आगमन से पूर्व श्रृंगार की शुरुआत भी नहीं कर सकती कोई नारी इस प्रश्न के अतिरिक्त एक अन्य आवश्यक प्रश्न उठता है जिनका प्रियतम छोड़ जाये हमेशा के लिए श्रृंगार करने का उनका अधिकार भी नहीं रहता हैं? ©Priya Gour ❤🌸 #25aug 3:51 #श्रृंगार #Tulips