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Rashmi Hule
जाणता राजा माझा वाली सार्या रयतेचा सामर्थ्यशाली, निधड्या छातीचा त्रिवार मुजरा त्यांना मानाचा 🙏🙏🙏 लेखकानों💕 यशवंत,सामर्थ्यवंत,वरदवंत,पुण्यवंत, जाणता राजा प्रौढ प्रताप पुरंदर, महापराक्रमी रणधुरंदर,क्षत्रियकुलावतंस् सिंहासनाधीश्वर, महाराजाध
लेखकानों💕 यशवंत,सामर्थ्यवंत,वरदवंत,पुण्यवंत, जाणता राजा प्रौढ प्रताप पुरंदर, महापराक्रमी रणधुरंदर,क्षत्रियकुलावतंस् सिंहासनाधीश्वर, महाराजाध #Collab #YourQuoteAndMine #yqtaai #शिवाजी #मावळे
read moreसुतार अक्षय
राजांनी शिकवलं सगळ्या संकटाना तोंड कस द्यायचं कठीण परिस्थितीतही कधी हार मानायची नाही कितीही वाईट परिस्थिती असली तरी त्याला मार्ग असतात फक्त आपण खंबीर राहायचं. आणि लढत राहायचं... 🚩🙏 लेखकानों💕 सुप्रभात यशवंत,सामर्थ्यवंत,वरदवंत,पुण्यवंत, जाणता राजा प्रौढ प्रताप पुरंदर, महापराक्रमी रणधुरंदर,क्षत्रियकुलावतंस् सिंहासनाधीश्वर,
लेखकानों💕 सुप्रभात यशवंत,सामर्थ्यवंत,वरदवंत,पुण्यवंत, जाणता राजा प्रौढ प्रताप पुरंदर, महापराक्रमी रणधुरंदर,क्षत्रियकुलावतंस् सिंहासनाधीश्वर, #Collab #YourQuoteAndMine #yqtaai #मावळे #राजामाझा
read moreManasi Ghatge
🙏🚩केवळ भायांगनी म्हाराजांसारखं दिसण्या पेक्षा अंतरंगात महाराजांचे विचार जतन केले तर ती खरी आदरांजली ठरेल महाराजांना...💯🚩🙏 🙏🚩शिवजयंतीच्या हार्दिक शुभेच्छा...🚩🙏 🚩छत्रपती शिवाजी महाराज की जय....🚩 लेखकानों💕 सुप्रभात यशवंत,सामर्थ्यवंत,वरदवंत,पुण्यवंत, जाणता राजा प्रौढ प्रताप पुरंदर, महापराक्रमी रणधुरंदर,क्षत्रियकुलावतंस् सिंहासनाधीश्वर,
लेखकानों💕 सुप्रभात यशवंत,सामर्थ्यवंत,वरदवंत,पुण्यवंत, जाणता राजा प्रौढ प्रताप पुरंदर, महापराक्रमी रणधुरंदर,क्षत्रियकुलावतंस् सिंहासनाधीश्वर, #Collab #YourQuoteAndMine #yqtaai #मावळे #राजामाझा
read moreyogesh atmaram ambawale
असा एकमेव जाणता राजा माझा.... ज्यांच्या एका शब्दा खातीर, प्राणाची बाजी लावायला, तयार असायचे मावळे आणि प्रजा. 🚩 श्री छत्रपती शिवाजी महाराज की जय 🚩 लेखकानों💕 सुप्रभात यशवंत,सामर्थ्यवंत,वरदवंत,पुण्यवंत, जाणता राजा प्रौढ प्रताप पुरंदर, महापराक्रमी रणधुरंदर,क्षत्रियकुलावतंस् सिंहासनाधीश्वर,
jagruti vagh
स्वराज्य जिंकुन देणारा देव माझा जाणता राजा पळविले मुगलला आणि केला वध अफजलखानाचा तो अनेक किल्ले जिंकणारा सामर्थ्यवंत पुत्र जिजामाताचा श्रेष्ठ शिष्य होता तो गुरु रामदासा चा ज्यांनी दिले उत्तर स्त्रीयांना तुच्छ समजणार लोकाना आणि शिकविले मान देणे स्त्रीयांना कपाळी चंद्रकोर,हाती वाघनख आणि चेहरेवर शिवतेज तो छत्रपती सह्याद्रीचा तुम्ही जन्मी येवून वाढविला मान मातीचा शत शत कोटी नमन तुम्हास या शिवभक्ताचा 🚩🚩🚩एक मराठा लाख मराठा🚩🚩🚩 Happy shivjayanti to all shivbhakt🚩🚩🚩 लढावे तर वाघा सारखे जगावे तर शिवराय सारखे🚩🚩 ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ लेखकानों💕 सुप्रभात यशवंत,सामर्थ्यवंत,वरद
Happy shivjayanti to all shivbhakt🚩🚩🚩 लढावे तर वाघा सारखे जगावे तर शिवराय सारखे🚩🚩 ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ लेखकानों💕 सुप्रभात यशवंत,सामर्थ्यवंत,वरद #Collab #YourQuoteAndMine #yqtaai #मावळे #राजामाझा
read moreyogesh atmaram ambawale
१९ फेब्रुवारी १६३० शिवनेरी वर शिवतेज जन्मले, शिवाई देवी वरून नाव त्यांचे शिवाजी ठेविले. पिता शहाजी राजांकडून,राज कारभार,रणनीती संबंधी मार्गदर्शन लाभले, तर सत्तेविरुद्ध आवश्यक शिस्तीचे शिक्षण माँ जिजाऊंकडून मिळाले. शिक्षण,युद्धकला,राजनीती शास्त्र चे धडे दादोजी कोंडदेवांकडून मिळाले, तर संत तुकाराम महाराजांकडून अध्यात्मिक मार्गदर्शन लाभले. स्वप्न पाहिले जे हिंदवी स्वराज्याचे,ते प्रत्यक्षात ही उतरविले, कमी मनुष्यबळ तरीही गनिमी काव्यसह शत्रूंचे नामोहरण केले. आदिलशाही,निजामशाही,मुघलशाही सर्वांशीच हिमतीने लढले, आणि महाराष्ट्रात मराठी साम्राज्याचे बीजारोपण केले. . . ऐसा जाणता राजा माझा जो त्रिलोकी गाजला, त्या छत्रपती शिवाजी महाराजांना मानाचा मुजरा.🚩🚩 लेखकानों💕 सुप्रभात यशवंत,सामर्थ्यवंत,वरदवंत,पुण्यवंत, जाणता राजा प्रौढ प्रताप पुरंदर, महापराक्रमी रणधुरंदर,क्षत्रियकुलावतंस् सिंहासनाधीश्वर,
लेखकानों💕 सुप्रभात यशवंत,सामर्थ्यवंत,वरदवंत,पुण्यवंत, जाणता राजा प्रौढ प्रताप पुरंदर, महापराक्रमी रणधुरंदर,क्षत्रियकुलावतंस् सिंहासनाधीश्वर, #Collab #YourQuoteAndMine #yqtaai #मावळे #राजामाझा #शिवजयंतीच्या_शुभेच्छा
read moreN S Yadav GoldMine
सोने के सिंहासन पर विराजकर अपने भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं इस मंदिर के बारे में जानिए !! 🔯🔯 {Bolo Ji Radhey Radhey} श्री कष्टभंजन हनुमान मंदिर सारंगपुर :- 🌷 गुजरात के भावनगर के सारंगपुर में विराजने वाले कष्टभंजन हनुमान यहां महाराजाधिराज के नाम से राज करते हैं। वे सोने के सिंहासन पर विराजकर अपने भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं। कहते हैं कि बजरंगबली के इस दर पर आकर भक्तों का हर दुख, उनकी हर तकलीफ का इलाज हो जाता है। फिर चाहे बात बुरी नजर की हो या शनि के प्रकोप से मुक्ति की गुजरात के भावनगर के सारंगपुर में विराजने वाले कष्टभंजन हनुमान यहां महाराजाधिराज के नाम से राज करते हैं। वे सोने के सिंहासन पर विराजकर अपने भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं। कहते हैं कि बजरंग बली के इस दर पर आकर भक्तों का हर दुख, उनकी हर तकलीफ का इलाज हो जाता है। फिर चाहे बात बुरी नजर की हो या शनि के प्रकोप से मुक्ति की। 🌷 हनुमान ने अपने बाल रूप में ही सूर्यदेव को निगल लिया था। उन्होंने राक्षसों का वध किया और लक्ष्मण के प्राणदाता भी बने। बजरंग बली ने समय-समय पर देवताओं को अनेक संकटों से निकाला। पवनपुत्र आज भी अपने इस धाम में भक्तों के कष्ट हर लेते हैं, इसलिए उन्हें कष्टभंजन हनुमान कहते हैं। हनुमान के इस इस दर पर आते ही हर कष्ट दूर हो जाता है। यहां आकर हर मनोकामना पूरी होती है। विशाल और भव्य किले की तरह बने एक भवन के बीचों-बीच कष्टभंजन का अतिसुंदर और चमत्कारी मंदिर है। केसरीनंदन के भव्य मंदिरों में से एक कष्टभंजन हनुमान मंदिर भी है। गुजरात में अहमदाबाद से भावनगर की ओर जाते हुए करीब 175 किलोमीटर की दूरी पर कष्टभंजन हनुमान का यह दिव्य धाम है। 🌷 किसी राज दरबार की तरह सजे इस सुंदर मंदिर के विशाल और भव्य मंडप के बीच 45 किलो सोना और 95 किलो चांदी से बने एक सुंदर सिंहासन पर हनुमान विराजते हैं। उनके शीश पर हीरे जवाहरात का मुकुट है और पास ही एक सोने की गदा भी रखी है। संकटमोचन के चारों ओर प्रिय वानरों की सेना दिखती है और उनके पैरों शनिदेवजी महाराज हैं, जो संकटमोचन के इस रूप को खास बना देते हैं। बजरंग बली के इस रूप में भक्तों की अटूट आस्था है और वे यहां दूर-दूर से खिंचे चले आते हैं। मान्यता है कि पवनपुत्र का स्वर्ण आभूषणों से लदा हुआ ऐसा भव्य और दुर्लभ रूप कहीं और देखने को नहीं मिलता है। हनुमत लला की ये प्रतिमा अत्यंत प्राचीन है, तो इस रूप में अंजनिपुत्र की शक्ति सबसे निराली। दो बार है आरती का विधान :- 🌷 कष्टभजंन हनुमान के इस मंदिर में दो बार आरती का विधान है, पहली आरती सुबह 5.30 बजे होती है। आरती से पहले पवनपुत्र का रात्रि श्रृंगार उतारा जाता है फिर नए वस्त्र पहनाकर स्वर्ण आभूषणों से उनका भव्य श्रृंगार किया जाता है और इसके बाद वेद मंत्रों और हनुमान चालीसा के पाठ के बीच संपन्न होती है हनुमान लला की यह आरती। बजरंग बली के इस मंदिर में वैसे तो रोजाना ही भक्तों का तांता लगा रहता है लेकिन मंगलवार और शनिवार को यहां लाखों भक्त आते हैं। नारियल, पुष्प और मिठाई का प्रसाद केसरीनंदन को भेंट कर प्रार्थना करते हैं। 🌷 कुछ भक्त तो मात्र शनि प्रकोपों से मुक्ति के लिए यहां आते हैं क्योंकि वो जानते हैं कि वो तो शनिदेव से डरते हैं लेकिन शनि देव अगर किसी से डरते हैं तो वे हैं स्वयं संकटमोचन हनुमान।कष्टभजंन हनुमान की मंगलवार और शनिवार को विशेष आराधना होती है। भक्त अपने कष्टों और बुरी नजर के दोषों को दूर करने की कामना लेकर यहां आते हैं और मंदिर के पुजारी से बजरंग बली की पूजा करवाकर कष्टों से मुक्ति पाते हैं। क्या है इस धाम की विशेषता :- 🌷 बजरंग बली के इस धाम को उनके अन्य मंदिरों से अलग विशेष स्थान दिलाती है उनके पैरों में विराजमान शनि की मूर्ति। क्योंकि यहां शनि बजरंग बली के चरणों में स्त्री रूप में दर्शन देते हैं। तभी तो जो भक्त शनि प्रकोपों से परेशान होते हैं वे यहां आकर नारियल चढ़ाकर समस्त चिंताओं से मुक्ति पा जाते हैं। 🌷 आप जानना चाहते होंगे कि आखिर शनिदेव को क्यों लेना पड़ा स्त्री रूप और वो क्यों हैं बजरंग बली के चरणों में। कहते हैं करीब 200 साल पहले भगवान स्वामी नारायण इस स्थान पर सत्संग कर रहे थे। स्वामी बजरंग बली की भक्ति में इतने लीन हो गए कि उन्हें हनुमान के उस दिव्य रूप के दर्शन हुए जो इस मंदिर के निर्माण की वजह बना। बाद में स्वामी नारायण के भक्त गोपालानंद स्वामी ने यहां इस सुंदर प्रतिमा की स्थापना की। 🌷 कहा जाता है कि एक समय था जब शनिदेव का पूरे राज्य पर आतंक था, लोग शनिदेव के अत्याचार से त्रस्त थे। आखिरकार भक्तों ने अपनी फरियाद बजरंग बली के दरबार में लगाई। भक्तों की बातें सुनकर हनुमान जी शनिदेव को मारने के लिए उनके पीछे पड़ गए। अब शनिदेव के पास जान बचाने का आखिरी विकल्प बाकी था सो उन्होंने स्त्री रूप धारण कर लिया। क्योंकि उन्हें पता था कि हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी हैं और वो किसी स्त्री पर हाथ नहीं उठायेंगे। ऐसा ही हुआ, पवनपुत्र ने शनिदेव को मारने से इनकार कर दिया। लेकिन भगवान राम ने उन्हें आदेश दिया, फिर हनुमानजी ने स्त्री स्वरूप शनिदेव को अपने पैरों तले कुचल दिया और भक्तों को शनिदेव के अत्याचार से मुक्त किया। 🌷 मान्यता है बजरंग बली के इसी रूप ने शनि के प्रकोप से मुक्त किया। इसिलिए यहां की गई पूजा से शनि के समस्त प्रकोप तत्काल दूर हो जाते हैं, तभी तो दूर-दूर से भक्त यहां आते हैं और शनि की दशा से मुक्ति पाते हैं। क्योंकि भक्तों का ऐसा विश्वास है कि केसरीनंदन के इस रूप में 33 कोटि देवी देवताओं की शक्ति समाहित है। इस हनुमान मंदिर के प्रति लोगों में अगाध श्रद्धा है। क्योंकि यहां भक्तों को बजरंग बली के साथ शनि देव का आशीर्वाद भी मिल जाता है। कहते हैं यहां अगर कोई भक्त नारियल चढ़ाकर अपनी कामना बोल दे तो उसकी झोली कभी खाली नहीं रहती। शनि दशा से मुक्ति तो मिलती ही है साथ ही संकटमोचन का रक्षा कवच भी मिल जाता है। ©N S Yadav GoldMine #boat सोने के सिंहासन पर विराजकर अपने भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं इस मंदिर के बारे में जानिए !! 🔯🔯 {Bolo Ji Radhey Radhey} श्री कष्टभं
manoj solanki boddhy
राम मंदिर आंदोलन में एक भी ब्राह्मण दंगों में या पुलिस की गोली से नही मारा गया. आप मारे गए, ओबीसी एससी एसटी मरे ! अछूतों ने हिन्दू बनकर क्या क्या नही सहा रामलला के लिए. पढ़ाई लिखाई छोड़कर, काम धंदा त्यागकर कारसेवक बनकर अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर सीने में गोली खाई ! ब्राह्मणों को सत्ता मिली, राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट में पद प्राप्त हुआ. लेकिन ओबीसी एससी एसटी को मिला ? कोरोना बीमारी और आर्थिक महासंकट काल में कल ब्राह्मणों के समूह ने तय किया राममंदिर पहले से अधिक बड़ा और भव्य बनाया जाएगा ! निर्णय करने वाले ब्राह्मण पदाधिकारियों के नाम इस प्रकार हैं. 1)महंत नृत्य गोपाल दास - राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष 2)चंपत राय - महासचिव 3)गोविन्द देव गिरी 4)स्वामी परमानन्द 5)कामेश्वर चौपाल 6)डॉ अनिल मिश्रा 7)विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा 8)महंत दिनेन्द्र दास 9)अविनाश अवस्थी - अतिरिक्त चीफ सेक्रेटरी 10)अनुज झा - डीएम 11)कृष्ण गोपाल दास - आरएसएस प्रतिनिधि 12)नृपेंद्र मिश्रा - राम जन्मभूमि निर्माण अध्यक्ष 13)के के शर्मा - मंदिर सुरक्षा परिसर सलाहकार 14)कमल नयन दास 15)जगतगुरु वासुदेवानंद सरस्वती 16)स्वामी विष्णु प्रसंतीर्थ महाराज 17)के परासरन इन नामो में कोई यादव, पटेल, मौर्य, तेली, रजक, जाटव, पासवान सरनेम नही मिलेगा. जिन्हें हिन्दू होने का गुमान रहता है. ओबीसी एससी एसटी को हिन्दू कहा जाता है तो इन्हें क्यों नही राममंदिर निर्माण ट्रस्ट में शामिल किया गया. आबादी के लिहाज से 85% पद इसी वर्ग के पास होना चाहिए था और बाकी 15% ब्राह्मण ठाकुरों के पास ! ओबीसी एससी एसटी हिन्दू धर्म में बंधुआ मजदूर हैं. सांप्रदायिक हिंसा और वोट की खातिर ब्राह्मणों ने हिन्दू बनाया है ! kranti kumar #leaf राम मंदिर आंदोलन में एक भी ब्राह्मण दंगों में या पुलिस की गोली से नही मारा गया. आप मारे गए, ओबीसी एससी एसटी मरे ! अछूतों ने हिन्दू ब
#leaf राम मंदिर आंदोलन में एक भी ब्राह्मण दंगों में या पुलिस की गोली से नही मारा गया. आप मारे गए, ओबीसी एससी एसटी मरे ! अछूतों ने हिन्दू ब
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