Nojoto: Largest Storytelling Platform

New मानसुन कब आयेगा Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about मानसुन कब आयेगा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मानसुन कब आयेगा.

    LatestPopularVideo

INDRAJEET KUMAR,

नया सबेरा कब आयेगा #कविता

read more
बचपन में जो देखा है वो सपना कब आयेगा 
जो रात सदियों से है वो अंधेरा कब जायेगा 
यू बदलते रहते हैं दिन को रात में 
पर सदियों तक सबेरा कब आयेगा नया सबेरा कब आयेगा

Babu Ahmad Mansuri

अरे सुन वापस कब आयेगा, #शायरी

read more

vishal patil

पता नही वोह दिन कब आयेगा

read more
पता नही वोह दिन कब आयेगा,हमारा दिल जिस नाजमी के लिए धड़कता है उसका भी हमारे लिए धड़क जायेगा,पता नही वोह दिन कब आयेगा हमारे साँसे जिसके लिए चलती है उसी के साँसों से हमारे प्यार का आगाज आयेगा, पता नही वोह दिन कब आयेगा...पर कहते है ना की अगर किसी चीज को तुम पूरी शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात तुम्हे उनसे मिलाने के कोशिश में लग जाती है इसीलिए जानते है कि....वोह दिन जरूर आयेगा
vishu...sheru... #NojotoQuote पता नही वोह दिन कब आयेगा

Kumar Rain

जीवन में बदलाव कब आयेगा 🤔 #प्रेरक

read more

shuchi

 #पगली #इंतज़ार #प्यार तेरा #ख़त कब आयेगा

HARSHIT369

वो दिन कब आयेगा..? #मेरा सपना,मेरा लक्ष्य #प्रेरक

read more

Darshan chorasiya

Love ना जाने कब वो दिन आयेगा😔 #Shayari

read more
मुझे तेरा साथ
जिंदगी भर नहीं चाइए।
बल्कि जब तक तू साथ है.
तब तक साथ चाइए।

©Darshan chorasiya #Love ना जाने कब वो दिन आयेगा😔

sarika

और वो इक दिन न जाने कब आयेगा #विचार

read more
जो आज हैं
वो कल नही होगा
कहते हैं,इक दिन
सब ठीक होगा

©sarika और वो इक दिन न जाने कब आयेगा

super star

#पता नही वो दिन कब आयेगा😊😊😃

read more
Scattered Hair पता नही वो दिन कब आयेगा जब वो चशमिश इन हाथो मे फुल थमायेगा 

तब मै सब को छोड बस उसका हाथ थमाउगी #पता नही वो दिन कब आयेगा😊😊😃

Usha Dravid Bhatt

जीवन में कब कैसा समय आयेगा पता नहीं चलता । #Twowords #ज़िन्दगी

read more
हम तुम  कभी चले थे साथ - साथ
मीलों दूर का सफर पता तक नहीं चला,
फिर धीरे - धीरे   शब्द खामोश होने लगे
उदासी और खामोशी का कारण भी नहीं मिला ।
समझ नहीं आया यूं हरे पेड़ों के पत्तों 
का अचानक  पीला हो जाना ,
देखती रही बहते आंसुओं की तरह
पत्तों का टूटकर बिखर जाना ,
हम  तुम चलते  रहे साथ
एक दूसरे से बेखबर ,
एक ही शिला पर बैठ जाते 
गुमसुम पीठ फेर कर ।
डूबा जा रहा था सबकुछ अंधेरे में ,
दूर चांद की रोशनी में पेड़ों के झुरमुट में 
चिडियों के कोहराम ने 
सन्नाटा चीर निष्प्राण तन्द्रा झकझोर दी ,
सूखे पत्तों के चरमराते ढेर में 
स्पन्दन हो उठा ,
हाथ बढ़ा  कसकर  मेरा हाथ पकड़ लिया 
मैं तो थी ही तुम्हारी परछाई  
बाहों में थाम  लिया , 
तुम्हारा नींद से जाग कर पश्चाताप में रो देना ,
मेरा हाथ पकड़ घरोंदे में वापस लौट आना
जैसे कभी उदासी थी ही नहीं ,
क्योंकि हम से तुम हो 
और तुम से हम 
हम कभी अलग थे ही नहीं 
सिर्फ तुम और  हम ।

स्वरचित  और  वास्तविक 
usha

©Usha Dravid Bhatt जीवन में कब कैसा  समय आयेगा पता नहीं चलता  ।

#Twowords
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile