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Ali Writes
एक एसी आज़ादी मुबारक हो जिस मे हम आज भी क़ैद हैं , बस फर्क इतना है पहले गोरे राज कर रहे थे, आज काले । #Fake #आजादी #झूठी #independenceday2020
#Fake #आजादी #झूठी #independenceday2020 #Talk
read moreRajinder Raina
क्या ये आजादी है कैसी आजादी किसकी आजादी कब हुई आजादी, लोग जश्न मना कर क्यों कर रहे वक्त की बरबादी। कैसी आजादी किसकी ……………………. गरीब भूखा मर रहा अनाज गोदामों में सड़ रहा है, कर्जे के बोझ तले दबा किसान आत्महत्या कर रहा है, किसी अनहोनी से हर कोई सहमा सा डर रहा है, ये विडम्बना पैदा होते बच्चे के सिर कर्ज चढ़ रहा है, 70 वर्षों बाद भी दहशत में है देश की आधी आबादी। कैसी आजादी किसकी................................... जरा गोर से देखो तो सारा सिस्टम ही फेल लगता है, अब उपर से नीचे तक सिर्फ पैसे का खेल लगता है, इमानदार वफादार के लिये हिंदुस्तान जेल लगता है, दुष्ट आत्माओं का इस जमीं पर हो रहा मेल लगता है, अब मसीहा बन रहे चुगल चम्मचें चोर उच्चके शराबी। कैसी आजादी किसकी …………………………. सही मायनों में आजाद हुआ विशाल अजगर भ्रष्टाचार, आजाद हुए रिशवतखोर बेईमान देशद्रोही कपटी गद्दार, खुली हवा वो साँस ले रहे जिनका नफरत का कारोबार, देश के जो कट्टर दुश्मन उनके गलों डलते फूलों के हार, हर बड़े ताले को अब तो खोल रही है भ्रष्टाचार की चाबी। कैसी आजादी किसकी …………………………. भारत माता रो रो कर अब अपना दुखड़ा सुनाती है, मुझको तो आजादी कहीं पर भी नजर नही आती है बेरोजगार मायूस बच्चे को देख कर मां आंसू बहाती है, दूर दूर तक आशा की कोई किरण झलक न दिखाती है, जनता अब अश्वासन के दम से देखती ख्वाब गुलाबी। कैसी आजादी किसकी .................... रैना " ©Rajinder Raina क्या ये आजादी है #droplets
क्या ये आजादी है #droplets
read morenaveenlupoetry
हम योग्य थे हमें छाँट दिया गया हम एक थे हमें बाँट दिया गया फिर वो गाँधी नही आयेंगे फिर वो आजादी नही लाएंगे ©naveenlupoetry धूमिल होते गाँधी ये कैसी है आजादी...
धूमिल होते गाँधी ये कैसी है आजादी... #Society
read moreShikha Dubey
कदम से कदम मिलाकर चलता हूं हां मैं भी आजाद हूं बातें कुछ जहन में दबा कर रखता हूं बोलने की आजादी नहीं फिर भी में आजाद हूं अपने सपनों के लिए खुद से लड़ता हूं फिर अपनों के लिए झुक जाता हूं फिर भी में आजाद हूं मैं एक सभ्य किरदार हूं ताना असभ्य होने का सुनूं बस सुनूं कुछ ना बोलू फिर भी में आजाद हूं ख़ुद पर उठी उंगलियां मैं खुशी खुशी झेल लुं फिर भी में आजाद हूं दौर आजादी से आजाद हूं हां मैं भी आजाद हूं कैसी ये आजादी है , ओर वो कहते है में आजाद हूं
कैसी ये आजादी है , ओर वो कहते है में आजाद हूं
read moreDeepankar Duklan
"आइना" आज फिर , रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। दर्द दिल में था , और चेहरा हस्ते हुए पकड़ा गया। #मुस्कराहाटे #झूठी #है ।