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#काव्यार्पण
White मुझी से प्यार करना चाहते हो मुझे ही आजमाना चाहते हो। अपनी जान की बाज़ी लगा कर क्यों मुझ से हार जाना चाहते हो। यूं ही तुम जाग कर रातों में अक्सर मेरे सपने सजाना चाहते हो। तुम्हारी गोद में सर रख के रो लूं मोहब्बत में यही तुम चाहते हो। ये दिल कब से पड़ा है बंद मेरा इसे क्यों खटखटाना चाहते हो। नहीं होता मुझे महसूस कुछ भी क्यों जबरन दिल में आना चाहते हो। यकीं है मुझको एक उसकी वफ़ा पर क्यों मुझको सच बताना चाहते हो। यकीनन मैं तो एक बुझता दिया हूं मुझे क्यों फिर जलाना चाहते हो । वो मेरा श्याम है मैं उसकी राधा क्यों उसकी छवि मिटाना चाहते हो। प्रज्ञा शुक्ला, सीतापुर ©#काव्यार्पण मुझी से प्यार करना चाहते हो!! by pragya Shukla sitapur #Kavyarpan #Poetry #काव्यार्पण #good_night #शून्य राणा शिवम् सिंह भूमि Yash Mehta Sircastic Saurabh सफ़ीर 'रे' Sushant sad poetry Hinduism deep poetry in urdu Islam love poetry in hindi
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White अव्वली इश्क के एहसास नहीं आयेगे नए अय्याम तुम्हे रास नहीं आयेगे हमें जो लग गई आदत यूं खुदपरस्ती की तबाह होंगे मगर पास नहीं आयेगे। प्रज्ञा शुक्ला, सीतापुर ©#काव्यार्पण अव्वली इश्क: प्रज्ञा शुक्ला #Kavyarpan #काव्यार्पण #हिंदी_शायरी #pragyapoetry #प्रज्ञाशुक्ला #love_shayari one sided love quotes sad for him fake love wallpaper sad love shayari quotes on love love status
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White 1222 1222 122 मेरी दुश्मन है बे- अकली हमारी दिखी औकात अब असली हमारी मेरे आँसू छुपा लेता है बिस्तर हँसी है यार अब नकली हमारी। हमें ही मान बैठे हो खुदा तुम मगर करते हो फिर चुगली हमारी। जजीरें तोड़ दी मैंने जहां की सभी ने टागे फिर काटी हमारी। पुरुष ही शेष है नारी के भीतर कहीं अब खो गई नारी हमारी। अकड़ ही रह गई इंसान में अब सिकुड़ती जा रही रस्सी हमारी। नहीं चलती हूं मैं उस राह पे अब जहां से उठ गई अर्थी हमारी। पड़ी रहती हूं मैं कमरे के भीतर हमें ही भा गई सुस्ती हमारी। दरो दीवार पर चेहरा है उसका नजर ही हो गई अंधी हमारी। सभा में मौन बैठे ही रहे सब रही थी द्रौपदी लुटती हमारी। कभी भी याद उसकी आ गई जो कि हालत ही नहीं सभली हमारी। मेरी बाहों से हिजरत करने वाले क्या तुमको याद है चुप्पी हमारी। ©#काव्यार्पण मेरी दुश्मन है :- प्रज्ञा शुक्ला, सीतापुर #काव्यार्पण #Kavyarpan #हिंदी #poetry #gazal #good_night hindi poetry Sushant Singh Rajput poetry for kids Kartik Aaryan love poetry in hindi Singh hanny Sushant #शून्य राणा Sircastic Saurabh सफ़ीर 'रे'
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White 1222 1222 122 है आलीशान घर आँगन नहीं है , दुपट्टा है मगर दामन नहीं है । पहुँचना चाहती हूं उस खुदा तक ,पहुँचने का कोई साधन नहीं है। हमें बाहों में लेने से क्या होगा, जिसम तो है हमारा मन नहीं है। महज सिंदूर ही तो भर रखा है, सुहागन कर दे जो साजन नहीं है। हमें यूं देख कर तन्हा वो जालिम, सुकूं से है कोई शिकवन नहीं है। सिले हैं होंठ मैंने जब से अपने, किसी से अब कोई अनबन नहीं है। बड़े चैन- ओ- सुकूं से रहती हूं अब,है दिल लेकिन मेरी धड़कन नहीं है। उसे शर्माना अब आता कहां है ,तवायफ है कोई दुल्हन नहीं है। मेरी तकदीर में ही वो लिखा है , जिसे पाने का कोई मन नहीं है। रकीबों की कहानी तुम कहो बस,वो बहना है मेरी सौतन नहीं है। हमारे पास हैं जज्बात केवल, हमारे पास काला धन नहीं है। वो कैसा है बता पाना है मुश्किल ,जुबां तो है मगर वरनन नहीं है। हमारे प्यार के हम ही हैं दुश्मन, अऔर दूजी कोई अर्चन नहीं है । दुआओं की तलब होती है अक्सर, दुआओं से भरा दामन नहीं है। प्रज्ञा शुक्ला, सीतापुर ©#काव्यार्पण दुपट्टा है मगर दामन नहीं है : प्रज्ञा शुक्ला #गजल #kavyarpan #काव्यार्पण #Sad_Status poetry for kids Extraterrestrial life urdu poetry hindi poetry on life punjabi poetry
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White नहीं मालूम है कैसे गुजारा कर रही हूं मैं रातें जाग कर आंखें सितारा कर रही हूं। इरादा कर तो लूं एक बार फिर दिल को लगाने का मुझे मालूम है गलती दुबारा कर रही हूं। वो कहता है सिगरेट नहीं तुम हो जरूरी किसी की जिंदगी में फिर उजाला कर रही हूं। किसी तस्वीर को पूरा किया था खूँ से अपने जला कर अब उसे इस दिल को काला कर रही हूं। वो आया था मेरे नज़दीक मुझसे पूछने ये मैं जिंदा हूं नहीं फिर क्यों दिखावा कर रही हूं मैं उसके हिज्र में कुचले फूलों को उठा कर मैं अपनी अर्थी की सुंदर सजावट कर रही हूं। वो जैसा है जहां भी है हमेशा खुश रहे बस मैं उसके आंसुओं को अपने हिस्से लिख रही हूं। जुबां पर आज उसके जिक्र आया है हमारा मैं किसकी जिंदगी में अब उजाला कर रही हूं। मोहब्बत है अगर एक बार तो मुझको बता दे तेरे इनकार पर भी कब से हामी भर रही हूं। वो मेरी मांग का सिंदूर माथे पर सजाती मैं उस पग धूल को माथे की बिंदी कर रही हूं। पिता का सर झुका हो ये नहीं हरगिज गवारा इसी कारण तुम्हारे इश्क का खूं कर रही हूं। मेरी आत्मा का ब्याह तो कब से हुआ है महज अब मांग में सिंदूर भर कर सज रही हूं। मेरी रूह के हर पोर में है वो समाया फकत अब मैं किसी से जिस्म साझा कर रही हूं। मेरी रूह मुझको हर दफा झकझोर देती मैं घरवालों की खातिर क्या दिखावा कर रही हूं। अपने बेटे का नाम 'प्रशांत रखा है मैने एक उसकी हंसी में मुस्कुरा कर जी रही हूं। ©काव्यार्पण नहीं मालूम है कैसे गुजारा कर रही हूं #Kavyarpan #लव #Nojoto #प्यार #said #हिंदी #love_shayari नंदी Er Aryan Tiwari Pyare ji Kumar Shaurya Sircastic Saurabh गौरव आनन्द श्रीवास्तव Yash Mehta Kajal Singh [ ज़िंदगी ] शिवम् सिंह भूमि Niaz (Harf)
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White जियरा हमरा जुड़ईहई हमार पिया अंखियां तोसे जो मिलिहई हमार पिया। तुम तऊ लाएउ हमरी सौतनिया दुलहा हमरऊ तऊअई हई हमार पिया। बात मा सौ की ना तुम आयेउ तुमका वा भरमई हई हमार पिया। लरिका तुमरा तुम सई नाकिस बुआ हमका कहति हई हमार पिया। दिलवा हमरा जब दुखि जईहई तुमका ही गोहरई हई हमार पिया। हमरी खातिर रतिया जगती हउ निदिया हमकऊ ना अईहई हमार पिया। एक दिन हमरी अईहई बरतिया परदेसी हुई जईहई हमार पिया। जब हमरे लरिका हुई जई हईं मामा हम कहिके बोलई हईं हमार पिया। जी दिन हमरी अर्थी उठि हई को तुमरा रहि जईहई हमार पिया। प्रज्ञा शुक्ला, सीतापुर ©#काव्यार्पण हमार पिया by pragya Shukla #Kavyarpan #काव्यार्पण #Hindi #Piya #Nojoto #अवधी #love_shayari Anshu writer Sircastic Saurabh कमेंट्स में कोट्स विचारों में सुविचार Kajal Singh [ ज़िंदगी ] Pyare ji नंदी
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White निभाओ दोस्ती तुम और हमें अनजान अब कर दो मोहब्बत बस छलावा है यही ऐलान अब कर दो। हुआ है खून जो प्रज्ञा का कोई बात थोड़ी है मिले थे हम जहां उस राह को सूनसान अब कर दो। प्रज्ञा शुक्ला, सीतापुर ©#काव्यार्पण dosti by pragya Shukla #Kavyarpan #काव्यपथिक #काव्यार्पण #love_shayari
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White प्रेम से भी बड़ा बन्धन,सुकून आये दोस्ती में। कभी कृष्णा कभी अर्जुन याद आये दोस्ती में। अपनी जिंदगी से हार थक करके हर इन्सान, सभी परेशानियां और गम भूल जाये दोस्ती में। बना दे जिंदगी सुंदर निभाओ साथ जब दिल से यकीन करना बड़ा मुश्किल दग़ा गर कोई दे फिर से। दोस्ती है बड़े विश्वास और एहसास का बन्धन, निभाओ इसको तुम निःस्वार्थ हो विश्वास जब दिल से। मेरे मन के मंदिर में दोस्ती राज करती है, मेरे यार की मूरत ही मन मे वास करती है। मेरे दोस्त और मुझसे है कुछ ज्यादा ही मीठापन साथ बस कुछ ही पल का है ये दुनिया बात करती है। कर्ण ने दुर्योधन से निभाया खूब याराना। रक्त के रिश्तों को तोड़ा निभाया खूब याराना। कन्हैया ने तो अर्जुन को गीता उपदेश दे डाला, उठा हथियार वचन तोड़ा निभाया खूब याराना।। प्रज्ञा शुक्ला, सीतापुर ©#काव्यार्पण friendship day special poetry by pragya Shukla #Kavyarpan #Pragyashuklakikavita #Dosti #Friendship #yarana #काव्यार्पण #nojito #sad_shayari Author hardik नंदी Niaz (Harf) Pyare ji Anshu writer Yash Mehta #शून्य राणा Kajal Singh [ ज़िंदगी ] गौरव आनन्द श्रीवास्तव Kumar Shaurya शिवम् सिंह भूमि
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White happy friendship day yash beta 🥰🥰🥰 ©#काव्यार्पण happy friendship day bestu.... #yash #Kavyarpan #काव्यार्पण #love_shayari Yash Mehta
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White कह रहा है मन हमारा ,क्यों दुखी संसार सारा एक निज स्थल हो ऐसा,स्वर्ग से लगता हो प्यारा ना हृदय में वेदना हो ,ना व्यथित मन साधना हो ना हो कोई रुष्ट हर्षित ,ना कोई पीड़ित अकारण। हो अवध सी रामनगरी और रघुबर से हों साजन। माता कौशल्या सी मईया,और लक्ष्मण सा हो भईया उर्मिला सी देवरानी, पार हो जायेगी नईया हो पिता दशरथ के जैसे, हो फलित ये पुण्य कैसे ? मैं बनूं गृह लक्ष्मी उनकी और कहलाऊं सुहागन। हो अवध...। रूप कंचन कांति ऐसे, कौमुदी छिटकी हो जैसे नैन हों जैसे पयोनिधि, रदनच्छद शतपत्र जैसे मान मर्यादा भी समझे, नारी का अस्तित्व समझे एक ही छवि हिय विराजे, रज कमल की मैं पुजारन। हो अवध...। रूप छवि ऐसी सवारूं, साधु भी विपदा में डारूं ओढ़ कर मर्यादा कुल की, राम पद पंकज पखारूं मन की वृत्ति जान लूं मैं, प्रिय कथन भी मान लूं मैं हो फलित पुष्पित वो नगरी, गूंजे किलकारी भी आंगन। हो अवध...। प्रज्ञा शुक्ला, सीतापुर ©#काव्यार्पण हो अवध सी रामनगरी कवयित्री: प्रज्ञा शुक्ला #राम #sajanpoetry #Nojoto #Kavyarpan #सीतापुर #pragyashukla #avadhpoetry #sad_shayari Sircastic Saurabh Pyare ji Niaz (Harf) नंदी शिवम् सिंह भूमि shivom upadhyay Devil गौरव आनन्द श्रीवास्तव #शून्य राणा बदनाम Kajal Singh [ ज़िंदगी ] Anshu writer Yash Mehta - @Hardik Mahajan Singh hanny
हो अवध सी रामनगरी कवयित्री: प्रज्ञा शुक्ला #राम #sajanpoetry #Kavyarpan #सीतापुर #pragyashukla #avadhpoetry #sad_shayari Sircastic Saurabh Pyare ji Niaz (Harf) नंदी शिवम् सिंह भूमि shivom upadhyay Devil गौरव आनन्द श्रीवास्तव #शून्य राणा बदनाम Kajal Singh [ ज़िंदगी ] Anshu writer Yash Mehta - @Hardik Mahajan Singh hanny
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