Find the Best विचारधारा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutमार्क्सवादी विचारधारा क्या है, कम्युनिस्ट विचारधारा क्या है, फासीवादी विचारधारा क्या है, वहाबी विचारधारा क्या है, चरमपंथी विचारधारा क्या है,
Aanchal Anant
White माना के मंजिल दूर सही, पर चलना अपने हक़ में है। तुम किस से डर रहे हो यार, अब तो संसार तुम्हारे हक़ में है। जब थक जाओ तो जरा रुक जाना, अब ये कथन भी तो तुम्हारे हक़ में है। माना के मंजिल दूर सही.... पर चलना अपने हक़ में है। ©Aanchal Anant #goodnightimages #मंजिल #सपने #चलना_ही_जिंदगी_है #विचारधारा #मुसाफिर #नोजोटोहिंदी #पोस्ट
cute baby
जोपर्यंत स्वतःचा आणि स्वतःच्या कुटुंबाचा पोट भरून शिल्लक काही उरत नाही. तोपर्यंत तरुणांनी समाजकार्य आणि राजकारणाच्या नादी लागू नये ©cute baby #विचारधारा #suvichar
Nana
आपले असं कोणीच नसतं स्वतः च्याच आत्मविश्वासाचा कस लावून जगायचं असतं ©Nana #विचारधारा
R K Mishra " सूर्य "
विचारों के साथ समझौता करना पाप है जो कहीं भी बुझ जाय ये कैसी प्यास है हम जो कुछ भी हैं उसमें खुश क्यों नहीं अपना बदबूदार पर दूसरा क्यों खास है विचारों के साथ........ सबके हृदय में हिलोरे मारती हैं भावनाएं अपनी भावनाएं थोप कर कहते आज़ाद हैं सबको अपने धर्मानुसार रहना चाहिए व्यर्थ की परिभाषा गढ़ने का क्यों उल्लास है विचारों के साथ....... दूसरा क्यों खूबसूरत लगता, प्रश्न है मेरा आपको अपने पर क्यों नहीं विश्वास है धर्म ग्रंथ पढ़े नहीं पर चल दिए शास्त्रार्थ को देखो न "सूर्य" जीता जागता गवाह इतिहास है विचारों के साथ........ ©R K Mishra " सूर्य " #विचारधारा Ashutosh Mishra Puja Udeshi भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन Rama Goswami shashi kala mahto
#विचारधारा Ashutosh Mishra Puja Udeshi भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन Rama Goswami shashi kala mahto
read moreअनजान मुसाफ़िर
आप उनकी निन्दा अपने नींद में भी मत कीजिए जिनकी निंदा ने आपको नींद से जगा दिया हो। ©अनजान मुसाफ़िर #विचारधारा
Rakesh Kumar Jha
काम को समय पर न करना,सफलता को स्वयं से दूर करना है। ©Rakesh Kumar Jha #विचारधारा
Amar Anand
दो मनुष्यों के बीच मतभेद विकार और अलगाव होना मानव जाति की साधारण सी क्रिया है , संभवतया वाणी और व्यवहार ही इनके मुख्य दो कारण बनते हैं । उसने ऐसा कह दिया फिर मैंने ऐसा कहा उसने ऐसा कर दिया फिर मैंने वैसा किया । सत्य यह नहीं है , परम सत्य यह है की अपने धर्म की हानि हुई है हमने आपस में एक दूसरे के विचार को एक दूसरे पर हावी होने दिया और एक दूसरों के ही विकल्पों का अनुसरण किया । जबकि वक्ता और व्यक्ता को दोनों को पूर्ण अधिकार है कि वह अपनी योग्यता , मनोविचार और संस्कार के हिसाब से ही शब्दों का चयन और व्यवहार का अनुकरण करेंगे । जैसे रोग व व्याधि जिस तन में रहती है पीड़ा का अनुभव भी वह स्वयं करती है । इसलिए कभी भी किसी भी मनुष्य की कटु वाणी और दुर्व्यवहार का अपने ऊपर असर न होने दें , अपने मनो मस्तिष्क पर अपना संतुलन बनाएं रखें , सदैव अपने अंतःकरण की शीतलता को बरकरार रखें और हमेशा सर्वप्रथम अपने धर्म को ध्यान में रखते हुए अपने कर्मों का निष्पादन करें । ©Amar Anand #विचारधारा #विचार_प्रवाह #विचारक #अमर
#विचारधारा #विचार_प्रवाह #विचारक #अमर
read more