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{**श्री राधा,,**}
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read moreMurtaza Ali
White सिर्फ खुशियां न कोई गम ’मोहसिन’ मिलते हैं मुझे ,फक़त तेरे ही दर पर ✍️✍️मुर्तजा’मोहसिन’ ©Murtaza Ali #दर
Shubham Bhardwaj
ऐतबार किया था हमने, कभी उसके प्यार पर। दरबदर भटक रहे हैं देखो,अपने ही ऐतबार पर।। ©Shubham Bhardwaj #FallAutumn #ऐतबार #किया #था #हमने #उसके #प्यार #पर #दर
कवि मनोज कुमार मंजू
जाने कितने मोक्ष मिले हैं पाकर इन चरणों की धूल तेरा जो दर खोज लिया है होगी न अब हमसे भूल ©कवि मनोज कुमार मंजू #मोक्ष #चरण #धूल #दर #भूल #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #ramsita
Ghumnam Gautam
कि ख़ुश रहकर मैं उसकी शान में गुस्ताख़ी क्यों कर दूँ! उदासी को मेरा दर भा गया है, जानता हूँ मै ©Ghumnam Gautam #lonely #गुस्ताखी #शान #उदासी #मैं #क्यों #दर #ghumnamgautam
गुस्ताख़शब्द
भोर देख दिशा खो जाऊं, ईश मेरे कैसे तुझे पाऊं? पंक्ति छोड़ लफ़्ज़ जो लाऊं, पापी मैं बन सूफी आऊं।। तम की राह रोशनी पाऊं, तुमसे मैं एक हो जाऊं।। धुंध थामे चलता आऊं, पर तेरे दर क्या ही लाऊं? ©गुस्ताख़शब्द #standAlone #गुस्ताख़शब्द #ईश्वर #randomthoughts #रास्ता #दर #मैं #तुम
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read moreAzaad Pooran Singh Rajawat
"दर दिल ए आजाद का खुला रहता है वफ़ा दोस्तों के लिए सुख के साथी होते हैं दुनिया में मगर आजाद आंसुओं को भी तवज्जो देता है ए हंसी धन, दौलत, स्वार्थ से उठकर हमको प्रीत निभाना आता है इक पल का इश्क हमारा उल्फ़त से दिल भर देता है एक बार हमने जिससे दिल लगा लिया अथवा जिसने हम से दिल लगा लिया ना वो हमको भुला पाता है ना दिल ए आजाद उसको भुला पाता हैं।" ©Azaad Pooran Singh Rajawat #दर दिल ए आजाद का खुला रहता है, वफ़ा दोस्तों के लिए
#दर दिल ए आजाद का खुला रहता है, वफ़ा दोस्तों के लिए
read moreAbhishek Trehan
दर-ब-दर ढूंढ़ रहा है पंछी अपने पानी को कितना मुश्किल है पूरी करना लफ्ज़ो से इस अधूरी कहानी को रेत ही रेत फैली हो जैसे,रेत की चलती आंधी हो रेत से ही शुरूआत हुई हो,रेत ही आखिरी निशानी हो रूठी-रूठी घटा है लगती,रूठा मेरे हिस्से का बादल है हवा भी उल्टी बह रही है,दिल भी अश्कों से घायल है ना जाने किसकी नज़र लगी है,ना जाने कैसा ये मौसम है ज़हर भी पानी लगने लगा है,बेताबियों का आलम है मान लिया है मैने भी अब ये जीवन की यही कहानी है ना प्यास बुझी है,ना आग बुझी है, कैसी ये मनमानी है हाथ दुआ में उठने लगे हैं ये रिश्ता भी शायद रूहानी है वो बूंद बनकर मुझपे बरस रहा है,जो तेरे हिस्से का पानी है... © abhishek trehan #दर-ब-दर #पंछी #पानी #रेत #yqbaba #yqdidi #yqaestheticthoughts #yqrestzone
#दर-ब-दर #पंछी #पानी #रेत #yqbaba #yqdidi #yqaestheticthoughts #yqrestzone
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