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Best खाता Shayari, Status, Quotes, Stories

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Batish Nadeem

#खाता

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mamta gupta

LOL

#खाता #सफर #दिल्लगी #yqdidi #yqbaba love PC: HD wallpaper app

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मैंने दस्तक तो दी पर उनका दरवाजा ना खुला
दस्तावेज कुछ गलत थे दिल में खाता ना खुला..

मैं उनकी जबां का कर्जदार भी कुछ रहा 
वो पढ़ा किये मुझे पर मुँह ज्यादा ना खुला..

ख्वाब-ओ-तसव्वुर में ही गुजरी फिर जिन्दगी
उनके खत में जब मिलने का तकाजा ना खुला..

बेचैन दिनों ने जब बढ़ा दी आवारगी से दिल्लगी
आधा सफर तो खुल गया फिर भी आधा ना खुला!
-KaushalAlmora















     #खाता 
#सफर 
#दिल्लगी 
#yqdidi 
#yqbaba 
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chand shayar Saifi

#अब_इश्क़ हम पे, #तरस नहीं #खाता,
वो #पटना नहीं आती, 
मैं भी #जयपुर नहीं 
 जाता...!!

 🌙

©chand shayar ishq #मोहब्बत 
#Sunrise

लक्ष्मी दिव्यतम्

शहर से गाँव ही अच्छा था,
वो पेड़ो की छाव ही अच्छा था,
शहर मुझकों खाता गया,
बेरंग सा जीवन बनाता गया,
गाँव के हवा में खुशबु थी,
वो भात की लात‌ की आदत थी,
सफर का साथी भी इमान पे‌ चलता था,
शहर में ये इमान ही बिकता है,
शहर में खञ्जर घोपे गये,
सफर के लोग मिटते गये,
लोग यहाँ बिकते गये,
ये शहर मुझको खाता है,
वो गाँव ही मुझको भाता है। #बदलते #हालात,
#बदलते #लोग

Rakesh Kumar Dogra

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वो जब खाना खाता है तो दो आइने सामने रखकर खाता है,
बुज़ुर्ग कह गये थे उसे जन्नत मिलती है जो दो को साथ बिठाकर खाना खिलाता है।

Rakesh Kumar Dogra

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खाना खाता हूं तो लैम्प से दिवार पर एक और 
साया भी खाना खाता है.
इस तरह एक ही थाली से दो का पेट भरता है।

Birjesh Singh

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परिवर्तन देखिये

1. पहले शादियों में घर की औरतें खाना बनाती थीं और नाचने वाली बाहर से आती थीं। अब खाना बनाने वाले बाहर से आते हैं और घर की औरतें नाचती हैं।

2- पहले लोग घर के दरवाजे पर एक आदमी तैनात करते थे ताकि कोई कुत्ता घर में न घुस जाये। आजकल घर के दरवाजे पर कुत्ता तैनात करते हैं ताकि कोई आदमी घर में न घुस जाए।

3- पहले आदमी खाना घर में खाता था और लैट्रीन घर के बाहर करने जाता था। अब खाना बाहर खाता है और लैट्रीन घर में करता है।

4- पहले आदमी साइकिल चलाता था और गरीब समझा जाता था। अब आदमी कार से ज़िम जाता है साइकिल चलाने के लिए।
        

चारों महत्वपुर्ण बदलाव हैं !

वाह रे मानव तेरा स्वभाव....
।। लाश को हाथ लगाता है तो नहाता है ...
पर बेजुबान जीव को मार के खाता है ।। 

यह मंदिर-मस्ज़िद भी क्या गजब की जगह है दोस्तो.
जंहा गरीब बाहर और अमीर अंदर 'भीख' मांगता है..
 विचित्र दुनिया का कठोर सत्य..

          बारात मे दुल्हे सबसे पीछे
            और दुनिया  आगे चलती है,
         मय्यत मे जनाजा आगे
           और दुनिया पीछे चलती है..

           यानि दुनिया खुशी मे आगे
          और दुख मे पीछे हो जाती है..!

अजब तेरी दुनिया
गज़ब तेरा खेल

मोमबत्ती जलाकर मुर्दों को याद करना
और मोमबत्ती बुझाकर जन्मदिन मनाना...
Wah re duniya !!!!!
✴ लाइन छोटी है,पर मतलब बहुत बड़ा है ~

उम्र भर उठाया बोझ उस कील ने ... 

और लोग तारीफ़ तस्वीर की करते रहे ..
〰〰〰〰〰〰
✴  पायल हज़ारो रूपये में आती है, पर पैरो में पहनी जाती है 

और..... 

बिंदी 1 रूपये में आती है मगर माथे पर सजाई जाती है 

इसलिए कीमत मायने नहीं रखती उसका कृत्य मायने रखता 
✴  नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है,

मिठी बात करने वाले तो चापलुस भी होते है।

इतिहास गवाह है की आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं पड़े।

और मिठाई में तो अक़्सर कीड़े पड़ जाया करते है...
〰〰〰〰〰〰〰

आशुतोष कुमार रूपेश

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परिवर्तन देखिये

1. पहले शादियों में घर की औरतें खाना बनाती थीं और नाचने वाली बाहर से आती थीं। अब खाना बनाने वाले बाहर से आते हैं और घर की औरतें नाचती हैं।

2- पहले लोग घर के दरवाजे पर एक आदमी तैनात करते थे ताकि कोई कुत्ता घर में न घुस जाये। आजकल घर के दरवाजे पर कुत्ता तैनात करते हैं ताकि कोई आदमी घर में न घुस जाए।

3- पहले आदमी खाना घर में खाता था और लैट्रीन घर के बाहर करने जाता था। अब खाना बाहर खाता है और लैट्रीन घर में करता है।

4- पहले आदमी साइकिल चलाता था और गरीब समझा जाता था। अब आदमी कार से ज़िम जाता है साइकिल चलाने के लिए।
        

चारों महत्वपुर्ण बदलाव हैं !

वाह रे मानव तेरा स्वभाव....
।। लाश को हाथ लगाता है तो नहाता है ...
पर बेजुबान जीव को मार के खाता है ।। 

यह मंदिर-मस्ज़िद भी क्या गजब की जगह है दोस्तो.
जंहा गरीब बाहर और अमीर अंदर 'भीख' मांगता है..
 विचित्र दुनिया का कठोर सत्य..

          बारात मे दुल्हे सबसे पीछे
            और दुनिया  आगे चलती है,
         मय्यत मे जनाजा आगे
           और दुनिया पीछे चलती है..

           यानि दुनिया खुशी मे आगे
          और दुख मे पीछे हो जाती है..!

अजब तेरी दुनिया
गज़ब तेरा खेल

मोमबत्ती जलाकर मुर्दों को याद करना
और मोमबत्ती बुझाकर जन्मदिन मनाना...
Wah re duniya !!!!!
✴ लाइन छोटी है,पर मतलब बहुत बड़ा है ~

उम्र भर उठाया बोझ उस कील ने ... 

और लोग तारीफ़ तस्वीर की करते रहे ..
〰〰〰〰〰〰
✴  पायल हज़ारो रूपये में आती है, पर पैरो में पहनी जाती है 

और..... 

बिंदी 1 रूपये में आती है मगर माथे पर सजाई जाती है 

इसलिए कीमत मायने नहीं रखती उसका कृत्य मायने रखता 
✴  नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है,

मिठी बात करने वाले तो चापलुस भी होते है।

इतिहास गवाह है की आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं पड़े।

और मिठाई में तो अक़्सर कीड़े पड़ जाया करते है...
〰〰〰〰〰〰〰

Sam Khan

Sirf meri T ke liye

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चाँद तारो की कसम खाता हूँ,

 मैं बहारों की कसम खाता हूँ,

 कोई आप जैसा नज़र नहीं आया,

 मैं नजारों की कसम खाता हूँ.. Sirf meri T ke liye
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