Find the Best खाता Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutजो आदमी को खाता है, खाता क्या होता है, वाह क्या खाता है, खाता चेक करना है, तिलचट्टा क्या खाता है,
Batish Nadeem
हाथ आया है निज़ाम जो एक मुद्दत के बाद ओसन खता है इनके ये बौखलाए हुए है तल्खी माजी की इन्हें चेन से जीने नहीं देती जख्म ताज़ा हे अभी कर्ब से बिलबिलाए होवे है।। ©Batish Nadeem #खाता
mamta gupta
मत सिखाओ तुम हमें मोहब्बत का बही खाता.. हिसाब-ए-इश्क़ रखना हम दीवानों को नहीं आता जय श्री श्याम ©mamta gupta #couples #मोहब्बत #हिसाब #खाता
LOL
मैंने दस्तक तो दी पर उनका दरवाजा ना खुला दस्तावेज कुछ गलत थे दिल में खाता ना खुला.. मैं उनकी जबां का कर्जदार भी कुछ रहा वो पढ़ा किये मुझे पर मुँह ज्यादा ना खुला.. ख्वाब-ओ-तसव्वुर में ही गुजरी फिर जिन्दगी उनके खत में जब मिलने का तकाजा ना खुला.. बेचैन दिनों ने जब बढ़ा दी आवारगी से दिल्लगी आधा सफर तो खुल गया फिर भी आधा ना खुला! -KaushalAlmora #खाता #सफर #दिल्लगी #yqdidi #yqbaba #love PC: HD wallpaper app
chand shayar Saifi
#अब_इश्क़ हम पे, #तरस नहीं #खाता, वो #पटना नहीं आती, मैं भी #जयपुर नहीं जाता...!! 🌙 ©chand shayar ishq #मोहब्बत #Sunrise
लक्ष्मी दिव्यतम्
शहर से गाँव ही अच्छा था, वो पेड़ो की छाव ही अच्छा था, शहर मुझकों खाता गया, बेरंग सा जीवन बनाता गया, गाँव के हवा में खुशबु थी, वो भात की लात की आदत थी, सफर का साथी भी इमान पे चलता था, शहर में ये इमान ही बिकता है, शहर में खञ्जर घोपे गये, सफर के लोग मिटते गये, लोग यहाँ बिकते गये, ये शहर मुझको खाता है, वो गाँव ही मुझको भाता है। #बदलते #हालात, #बदलते #लोग
Rakesh Kumar Dogra
वो जब खाना खाता है तो दो आइने सामने रखकर खाता है, बुज़ुर्ग कह गये थे उसे जन्नत मिलती है जो दो को साथ बिठाकर खाना खिलाता है।
Rakesh Kumar Dogra
खाना खाता हूं तो लैम्प से दिवार पर एक और साया भी खाना खाता है. इस तरह एक ही थाली से दो का पेट भरता है।
Birjesh Singh
परिवर्तन देखिये 1. पहले शादियों में घर की औरतें खाना बनाती थीं और नाचने वाली बाहर से आती थीं। अब खाना बनाने वाले बाहर से आते हैं और घर की औरतें नाचती हैं। 2- पहले लोग घर के दरवाजे पर एक आदमी तैनात करते थे ताकि कोई कुत्ता घर में न घुस जाये। आजकल घर के दरवाजे पर कुत्ता तैनात करते हैं ताकि कोई आदमी घर में न घुस जाए। 3- पहले आदमी खाना घर में खाता था और लैट्रीन घर के बाहर करने जाता था। अब खाना बाहर खाता है और लैट्रीन घर में करता है। 4- पहले आदमी साइकिल चलाता था और गरीब समझा जाता था। अब आदमी कार से ज़िम जाता है साइकिल चलाने के लिए। चारों महत्वपुर्ण बदलाव हैं ! वाह रे मानव तेरा स्वभाव.... ।। लाश को हाथ लगाता है तो नहाता है ... पर बेजुबान जीव को मार के खाता है ।। यह मंदिर-मस्ज़िद भी क्या गजब की जगह है दोस्तो. जंहा गरीब बाहर और अमीर अंदर 'भीख' मांगता है.. विचित्र दुनिया का कठोर सत्य.. बारात मे दुल्हे सबसे पीछे और दुनिया आगे चलती है, मय्यत मे जनाजा आगे और दुनिया पीछे चलती है.. यानि दुनिया खुशी मे आगे और दुख मे पीछे हो जाती है..! अजब तेरी दुनिया गज़ब तेरा खेल मोमबत्ती जलाकर मुर्दों को याद करना और मोमबत्ती बुझाकर जन्मदिन मनाना... Wah re duniya !!!!! ✴ लाइन छोटी है,पर मतलब बहुत बड़ा है ~ उम्र भर उठाया बोझ उस कील ने ... और लोग तारीफ़ तस्वीर की करते रहे .. 〰〰〰〰〰〰 ✴ पायल हज़ारो रूपये में आती है, पर पैरो में पहनी जाती है और..... बिंदी 1 रूपये में आती है मगर माथे पर सजाई जाती है इसलिए कीमत मायने नहीं रखती उसका कृत्य मायने रखता ✴ नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है, मिठी बात करने वाले तो चापलुस भी होते है। इतिहास गवाह है की आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं पड़े। और मिठाई में तो अक़्सर कीड़े पड़ जाया करते है... 〰〰〰〰〰〰〰
आशुतोष कुमार रूपेश
परिवर्तन देखिये 1. पहले शादियों में घर की औरतें खाना बनाती थीं और नाचने वाली बाहर से आती थीं। अब खाना बनाने वाले बाहर से आते हैं और घर की औरतें नाचती हैं। 2- पहले लोग घर के दरवाजे पर एक आदमी तैनात करते थे ताकि कोई कुत्ता घर में न घुस जाये। आजकल घर के दरवाजे पर कुत्ता तैनात करते हैं ताकि कोई आदमी घर में न घुस जाए। 3- पहले आदमी खाना घर में खाता था और लैट्रीन घर के बाहर करने जाता था। अब खाना बाहर खाता है और लैट्रीन घर में करता है। 4- पहले आदमी साइकिल चलाता था और गरीब समझा जाता था। अब आदमी कार से ज़िम जाता है साइकिल चलाने के लिए। चारों महत्वपुर्ण बदलाव हैं ! वाह रे मानव तेरा स्वभाव.... ।। लाश को हाथ लगाता है तो नहाता है ... पर बेजुबान जीव को मार के खाता है ।। यह मंदिर-मस्ज़िद भी क्या गजब की जगह है दोस्तो. जंहा गरीब बाहर और अमीर अंदर 'भीख' मांगता है.. विचित्र दुनिया का कठोर सत्य.. बारात मे दुल्हे सबसे पीछे और दुनिया आगे चलती है, मय्यत मे जनाजा आगे और दुनिया पीछे चलती है.. यानि दुनिया खुशी मे आगे और दुख मे पीछे हो जाती है..! अजब तेरी दुनिया गज़ब तेरा खेल मोमबत्ती जलाकर मुर्दों को याद करना और मोमबत्ती बुझाकर जन्मदिन मनाना... Wah re duniya !!!!! ✴ लाइन छोटी है,पर मतलब बहुत बड़ा है ~ उम्र भर उठाया बोझ उस कील ने ... और लोग तारीफ़ तस्वीर की करते रहे .. 〰〰〰〰〰〰 ✴ पायल हज़ारो रूपये में आती है, पर पैरो में पहनी जाती है और..... बिंदी 1 रूपये में आती है मगर माथे पर सजाई जाती है इसलिए कीमत मायने नहीं रखती उसका कृत्य मायने रखता ✴ नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है, मिठी बात करने वाले तो चापलुस भी होते है। इतिहास गवाह है की आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं पड़े। और मिठाई में तो अक़्सर कीड़े पड़ जाया करते है... 〰〰〰〰〰〰〰
Sam Khan
चाँद तारो की कसम खाता हूँ, मैं बहारों की कसम खाता हूँ, कोई आप जैसा नज़र नहीं आया, मैं नजारों की कसम खाता हूँ.. Sirf meri T ke liye
Sirf meri T ke liye
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