Find the Best जीवित Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutजीवित्पुत्रिका व्रत की कथा, जीवित परमेश्वर की आराधना, जीवित का विलोम शब्द, जीवित ka meaning, जीवित प्रमाण पत्र फार्म pdf up,
Mukesh Poonia
White जैसे अंधेरा प्रकाश न होने से जन्म लेता है, वैसे ही अहंकार जागरुकता के अभाव में जीवित रहता है। . ©Mukesh Poonia #Sad_Status जैसे #अंधेरा #प्रकाश न होने से #जन्म लेता है, वैसे ही #अहंकार #जागरुकता के #अभाव में #जीवित रहता है। बेस्ट सुविचार आज शुभ विचार
Mukesh Poonia
स्वयं का दर्द महसूस होना जीवित होने का प्रमाण है, लेकिन दूसरों का दर्द महसूस करना इन्सान होने का प्रमाण है। . ©Mukesh Poonia #स्वयं का दर्द महसूस होना #जीवित होने का #प्रमाण है, लेकिन दूसरों का #दर्द #महसूस करना #इन्सान होने का प्रमाण है।
Sunita D Prasad
जब तक हम रचते रहते हैं तब तक हम बचे रहते हैं जीते जी मरने से..! नदियों ने बसाई सभ्यताएँ, एक के बाद दूसरी सभ्यताओं के आरंभ और अंत के मध्य नदी अनवरत रही बहती और गढ़ती रही नित-नई सभ्यताएँ तभी हर सभ्यता की वह जीवंत साक्षी रही..। बारिशों ने आग से स्वाहा हुए जंगलों में भी फूँक दिया जीवन और खिला दी राख में भी कोंपल विनाश और सृजन के मध्य बारिश ने जीवित रखीं जीवन की संभावनाएँ.. और स्वयं भी बनी रही सजीव, संग इनके..। सागर रहकर भी खारा, बाँटता रहा मीठा वह बिना रुके रचता रहा मेघ और उसने स्वयं को जीवित रखा बारिशों में, नदियों में और हिमाद्रियों में.. #जीवित रहने की शर्त है....सृजन..! जब तक हम रचते रहते हैं तब तक हम बचे रहते हैं जीते जी मरने से..! नदियों ने बसाई सभ्यताएँ, एक के बाद दूसरी सभ्यताओं के आरंभ और अंत के मध्य
#जीवित रहने की शर्त है....सृजन..! जब तक हम रचते रहते हैं तब तक हम बचे रहते हैं जीते जी मरने से..! नदियों ने बसाई सभ्यताएँ, एक के बाद दूसरी सभ्यताओं के आरंभ और अंत के मध्य
read moreShri Saraswati Coaching Center,Neemrana Atul Sharma
*📝“सुविचार"*📝 🖋️*“31/12/2020”*🖋️ 🌟✨ *“गुरुवार”*✨🌟 *“सूर्य” को स्वयं “जलना” पड़ता है ताकि वह दूसरों को “प्रकाश” दे सके* *“रात्रि” के “अंधकार” से लड़ने के लिए “चंद्रमा” को “आकाश” में अकेला चलना पड़ता है* *“नदी” अपनी “यात्रा” कैसे बनाती है?* *अपना “मार्ग” कैसे बनाती है?* *“चट्टानों” से लड़कर बनाती है यदि आप स्वयं की “सहायता” करने में सक्षम नहीं हुए तो निश्चित रूप से आपका “जीवन” व्यर्थ ही है* *स्मरण रखिएगा इस “संसार” में अपने “जीवन का भार” अपने “कंधों” पर ही उठाना पड़ता है* *दूसरों के “कंधों” पर तो “शव यात्रा” चलती है और इस “संसार” में “जीवित” वही है जो स्वयं “आत्मनिर्भर” है* ✨ *अतुल शर्मा🖋️📝📙* *📝“सुविचार"*📝 🖋️*“31/12/2020”*🖋️ 🌟✨ *“गुरुवार”*✨🌟 #सूर्य #चंद्रमा
TARUN KUMAR VIMAL
मै आज भी सफऱ मे हूँ, मै कल भी सफऱ मे रहूँगा. मेरे दोस्तों मेरे साथ रहना, मै अंत तक जीवित रहूँगा. Good morning ©TARUN KUMAR VIMAL मै आज भी #सफऱ मे हूँ, मै कल भी सफऱ मे रहूँगा. मेरे #दोस्तों मेरे #साथ रहना, मै #अंत तक #जीवित रहूँगा. #tarun_kumar_vimal #tarunkumarvimal #worldpostday
मै आज भी #सफऱ मे हूँ, मै कल भी सफऱ मे रहूँगा. मेरे #दोस्तों मेरे #साथ रहना, मै #अंत तक #जीवित रहूँगा. #tarun_kumar_vimal #tarunkumarvimal #worldpostday
read moresaloni sharma
मै प्रेम में कविताओं किरदारों के इर्द गिर्द नहीं बुनती मै तो बस अपने अंदर छुपी दो प्रेमियों के अहसास को बुनता हूं पर उन्हें कभी सजीव नहीं होने दूंगा इस युग में तो बिल्कुल भी नहीं इसे पुनः जीवित करूंगी अगले युग में तब तक कविताओं के माध्यम से इन्हें जीवित रखा करूंगी। (सलोनी)✍️ #जीवित #Waterfall&Stars
#जीवित #waterfall&Stars
read moreJiten rawat
आप तभी तक जीवित हैं,जब तक आप के अंदर सोचने की शक्ति है, अन्यथा आप एक मृत प्राणी समान हैं। #nojoto आप तभी तक #जीवित हैं,जब तक आप के अंदर #सोचने_की_शक्ति है, #अन्यथा आप #एक_मृत_प्राणी समान #हैं।
nojoto आप तभी तक #जीवित हैं,जब तक आप के अंदर #सोचने_की_शक्ति है, #अन्यथा आप #एक_मृत_प्राणी समान हैं।
read moreAjay Kumar
एक ज़िन्दगी जिंदगी एक हम सबों मानव जाति या सभी जीव जंतु के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है परंतु इस जीवन में हमें जब जब तक जीवित हैं तो समाज के हर एक पहलुओं को सुधार की दृष्टि से जीवित रहने का एक जिंदगी कहलाती है। #Life
Gyanendra Kumar
गांधी जयंती पर विशेष भेंट 'गांधी एक विचारधारा का नाम है जो अपने विचारों के साथ आज भी हमारे बीच मौजूद है ' इनसान मरता है विचार नहीं । यदा _यदा हि धर्मसय;; जब जब मनुष्य समाज नैतिकता से मुंह फेर कर वैचारिक तौर पर मूरछित होकर चारित्रिक तौर पर नपुसंकता को प्राप्त करके अपने आपको दीन हीन असहाय मानकर मर्त्यतुलय हो जाता है तब ऐसे महापुरुष जन्म लेते है जो अपने विचारों की शक्ति से मुर्दों में जीवित होने की अनुभूति पैदा करनेवाले होते है जब तक विचार जीवित है तबतक मानव समाज जीवित है ।
गांधी जयंती पर विशेष भेंट 'गांधी एक विचारधारा का नाम है जो अपने विचारों के साथ आज भी हमारे बीच मौजूद है ' इनसान मरता है विचार नहीं । यदा _यदा हि धर्मसय;; जब जब मनुष्य समाज नैतिकता से मुंह फेर कर वैचारिक तौर पर मूरछित होकर चारित्रिक तौर पर नपुसंकता को प्राप्त करके अपने आपको दीन हीन असहाय मानकर मर्त्यतुलय हो जाता है तब ऐसे महापुरुष जन्म लेते है जो अपने विचारों की शक्ति से मुर्दों में जीवित होने की अनुभूति पैदा करनेवाले होते है जब तक विचार जीवित है तबतक मानव समाज जीवित है ।
read morePriya Sharma
🌿जीवित बाप के लठ्ठम लठ्ठा, मूवे गंग पहुचैया। जब आवे आसोज का महीना, कौवा बाप बनईयां। जीवित बाप के साथ तो लड़ाई रखते हैं और उनके मरने के उपरांत उनके श्राद्ध निकालते हैं। परमात्मा कहते हैं रे भोली सी दुनिया सतगुरु बिन कैसे सरिया। #viralpics
🌿जीवित बाप के लठ्ठम लठ्ठा, मूवे गंग पहुचैया। जब आवे आसोज का महीना, कौवा बाप बनईयां। जीवित बाप के साथ तो लड़ाई रखते हैं और उनके मरने के उपरांत उनके श्राद्ध निकालते हैं। परमात्मा कहते हैं रे भोली सी दुनिया सतगुरु बिन कैसे सरिया। #viralpics
read more