Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best जीती Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best जीती Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutकौन सी टीम जीती रात, bjp जीती या कांग्रेस, कांग्रेस जीती या भाजपा, कांग्रेस जीती या बीजेपी, कांग्रेस जीती,

  • 30 Followers
  • 171 Stories

Nurul Shabd

Sarita Shreyasi

#जीती हूं चंद लम्हें, कुछ,यादों में संजो लेती हूं, होती हूं जब तन्हा, मुस्कुराती हूं,तुम्हें जी लेती हूं।# Yqdidiyqbaba#

read more
जीती हूं चंद लम्हें,
कुछ,यादों में संजो लेती हूं,
होती हूं जब तन्हा,
मुस्कुराती हूं,तुम्हें जी लेती हूं। #जीती हूं चंद लम्हें,
कुछ,यादों में संजो लेती हूं,
होती हूं जब तन्हा,
मुस्कुराती हूं,तुम्हें जी लेती हूं।#
Yqdidi#yqbaba#

Shikha Mishra

ना जीती हूँ आजकल... ना मरती हूँ....
आके देख बेवफा......
तेरे प्यार में अपना क्या हाल करती हूँ....
 #yqbaba #yqdidi #yqbhaijan #ना #जीती #आजकल #मरती #बेवफा #प्यार #हाल

parama rathore

#alone

read more
Alone  राह संघर्ष 🏃की जो #चलता है, वही संसार को #बदलता है..,

जिसने रातों से जंग #जीती है, सूर्य ☀️बनकर वही #निकलता है !!









P💕B

©parama rathore #alone

Riyu_aishu

#अंदाज दिल❤ #अदाएँ #जीती हुई बाजी #बाल बांधना #nojotoLove #nojotoexpressionoflove

read more
उनके बाल बाँधने के अंदाज में 
       हम जीती हुई बाजी हर गये, 
उनके इसी अदाओं को देख के हम
     फिर एक बार अपना दिल हार गये।।।।। #अंदाज #दिल❤ #अदाएँ #जीती हुई बाजी #बाल बांधना
#nojotoLove #nojotoexpressionoflove

Kumari Shakshi

#WhoAreYou दुनिया की इस भीड़ में अपनी पहचान बनाने के लिए मैं तो भूल ही गई मैं हूं कौन। बस इतना पता रह गया कि जीती हूं एक ख्वाबों की दुनिया में। ऐसा लगता है मुझे कि मैं हूं ही ख्वाबों की परी जिसका जीना मरना हंसना रोना सब तो ख्वाबों पर ही निर्भर रखता है। इस मतलबी भरी दुनिया में एक ख्वाब मैंने भी देखा है उस दोस्त की तमन्ना है जो जिंदगी भर मेरे साथ रहे। मेरी आंसुओं की वजह वह नहीं होगा ,हां मगर मेरी मुस्कुराने की वजह तो एकलौता वही होगा। बस इतना पता है मुझे कि आज भी मैं जी रही हूं इसी ख्वाब में ख्वाब

read more
दुनिया की इस भीड़ में अपनी पहचान बनाने के लिए मैं तो भूल ही गई मैं हूं कौन।
बस इतना पता रह गया कि जीती हूं एक ख्वाबों की दुनिया में।
ऐसा लगता है मुझे कि मैं हूं ही ख्वाबों की परी जिसका जीना मरना हंसना रोना सब तो ख्वाबों पर ही निर्भर रखता है।
इस मतलबी भरी दुनिया में एक ख्वाब मैंने भी देखा है उस दोस्त की तमन्ना है जो जिंदगी भर मेरे साथ रहे।
मेरी आंसुओं की वजह वह नहीं होगा ,हां  मगर मेरी मुस्कुराने की वजह तो एकलौता वही होगा।
बस इतना पता है मुझे कि आज भी मैं जी रही हूं इसी ख्वाब में ख्वाबों की परी जीती है बस ख्वाबों की दुनिया में।
बस इतना ही पता है कि यहीं हूं मैं। #WhoAreYou दुनिया की इस भीड़ में अपनी पहचान बनाने के लिए मैं तो भूल ही गई मैं हूं कौन।
बस इतना पता रह गया कि जीती हूं एक ख्वाबों की दुनिया में।
ऐसा लगता है मुझे कि मैं हूं ही ख्वाबों की परी जिसका जीना मरना हंसना रोना सब तो ख्वाबों पर ही निर्भर रखता है।
इस मतलबी भरी दुनिया में एक ख्वाब मैंने भी देखा है उस दोस्त की तमन्ना है जो जिंदगी भर मेरे साथ रहे।
मेरी आंसुओं की वजह वह नहीं होगा ,हां  मगर मेरी मुस्कुराने की वजह तो एकलौता वही होगा।
बस इतना पता है मुझे कि आज भी मैं जी रही हूं इसी ख्वाब में ख्वाब

Ramandeep Kaur

अकेले 🚶(मन का अकेलापन) मैं, मैं अकेले ही चली आ रही हूं सदियों से, मैं अकेले ही चली जाऊंगी इस जहां से भी। मेरे महबूब, तुझे तेरी हर अदा मुबारक हो, तेरा मिज़ाज, तेरीे बात, तेरी मसरूफियत मुबारक हो। मैं जीती आ रही हूं तनहाईयों में,

read more
अकेले 🚶(मन का अकेलापन)
मैं, मैं अकेले ही चली आ रही हूं सदियों से,
मैं अकेले ही चली जाऊंगी इस जहां से भी।

मेरे महबूब, तुझे तेरी हर अदा मुबारक हो,
तेरा मिज़ाज, तेरीे बात, तेरी मसरूफियत मुबारक हो।

मैं जीती आ रही हूं तनहाईयों में,
मैं जीती ही रहूंगी तनहाईयों में।

 हर दफा छोड़ा है तुमने मुझे, मझधार में,
फिर क्या नई बात है, आज की इस बात में।

जितना सताना है सता ले ऐ जिंदगी,
हम भी डटे रहेंगे, जब तक मौत नहीं आती।

बंजारों से भटक रहे हैैं जिंदगी के काफिले,
एक उम्मीद, जरा आस और बहुत जान अभी बाकी है।।

(महबूब= chance & luck 
success, satisfaction,
contentment) अकेले 🚶(मन का अकेलापन)
मैं, मैं अकेले ही चली आ रही हूं सदियों से,
मैं अकेले ही चली जाऊंगी इस जहां से भी।

मेरे महबूब, तुझे तेरी हर अदा मुबारक हो,
तेरा मिज़ाज, तेरीे बात, तेरी मसरूफियत मुबारक हो।

मैं जीती आ रही हूं तनहाईयों में,

Pankaj Das

read more
मेरी बेगम की शिकायत थी कि मैं उलूल-जलूल लिखता रहता हूँ और उनपर कभी कुछ नहीं लिखता।वस्तुतः वो मेरे लिए शब्दों से परे है। फिर भी आज उनकी ज़िद और मेरा प्यार.....!!और चंद पंक्तियाँ मैंने उनके लिए लिख डाली। पेश है--------!!!

            ----ज्योतिपंकज----
            *****************

जबसे तेरा साथ मिला है
हर मुश्किल लगती छोटी है !
जिस पथ पर भी साथ चला मैं
वो पथ मेरे चरण चूमती है !

   खुशियां भरे मेरे जीवन में
   बन मुस्कान घूमती रहती है !
   सूरज थककर छुप भी जाता
   पर मेरी जान कहाँ थकती है ?

मुसीबतों में आँसुओं को 
जाम बनाकर वो पीती है !
मेरी भामिनी मेरे नाम से
जीवन भर भर जीती है !

   सरल स्वभाव निश्छल भाव
   किसी देवी की प्रतिमूर्ति है !
   कृष्ण सरीखे मेरे नखरों को
   राधा बनकर वो सहती है  !

कर्तव्य पथ पर दूर भी जाऊं
आकर पास मुझसे कहती है !
ख़्वावों में भी दूर ना रहना
बिन पानी मछली कहाँ जीती है !

   इश्क में तेरे मैं बना फतिंगा
   दीप की लौ सी तु जलती है !
   तेरे स्नेह सलिल का मैं "पंकज"
   मेरे जीवन की तु "ज्योति" है !!

        @------"पंकज"--------

Dimika2sister

ऐ खुदा, तेरी सौंपी हुई ज़िन्दगी जीती हूं। अपनो की थोंपी हुई ज़िन्दगी जीती हूं। क्या करूं लड़की हूं ना, मैं अपने हर घूंट में जहर पीती हूं। #bolteshabddimika

read more
ऐ खुदा,




         तेरी सौंपी हुई ज़िन्दगी जीती हूं।
अपनो की थोंपी हुई ज़िन्दगी जीती हूं।
क्या करूं लड़की हूं ना,
मैं अपने हर घूंट में जहर पीती हूं। ऐ खुदा,
         तेरी सौंपी हुई ज़िन्दगी जीती हूं।
अपनो की थोंपी हुई ज़िन्दगी जीती हूं।
क्या करूं लड़की हूं ना,
मैं अपने हर घूंट में जहर पीती हूं।
#bolteshabddimika

Shraddha

उसकी नजरें मुझसे मिलतीं हैं जब जब मैं उसको तकती हुं वो शांत हवा सा रुकता है जब जब मैं कुछ कहती हुं वो चांद सा मुझपर हसता है जब जब मैं रातें जगती हुं उसकी बातें अधूरी रहतीं हैं जब जब मैं मिलकर जाती हुं

read more
 उसकी नजरें मुझसे मिलतीं हैं
जब जब मैं उसको तकती हुं
वो शांत हवा सा रुकता है 
जब जब मैं कुछ कहती हुं
वो चांद सा मुझपर हसता है 
जब जब मैं रातें जगती हुं
उसकी बातें अधूरी रहतीं हैं
जब जब मैं मिलकर जाती हुं
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile