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मेरा भी मन करता है हाथ पकड़ साथ चलूं उन्हीं रेत पर कभी तुम्हारे साथ मिल ठहाके मार हँसा करूं पर वक्त ने बेड़ियां डाल दी हैं पैरों में जिम्मेदारियों का बोझ जो ले लिया हूं अपने कांधे पे अब न होगा कभी ये मुमकिन अकेले में बैठ मुस्कुरा लेता हूं कल्पनाओं में हाथ पकड़ रेत पर टहल लेता हूं उन्हीं रेत पर अपना आशियां बना हंस लेता हूं कभी हां जीता हूं साथ तुम्हारे पर कल्पनाओं में जिंदगी को जीता हूं बस उन्हीं कल्पनाओं में ©Explorer #Shajar #कल्पनाओं #कल्पना #fantasy
Jyotsana yadav
कल्पनाओं की दुनियां कल्पनाओं की दुनियां हकीकत से बेखबर होती है कितनी खुशनुमा और मस्त सी असर लगती है हकीकत की खौफनाक जिंदगी न चाह कर भी जीनी पड़ती है जबकि कल्पनाए तो बस कल्पना में ही रह जाती हैं।। ©Jyotsana Yadav #कल्पनाओं की दुनिया
#कल्पनाओं की दुनिया
read moreजीtendra
वह प्रेम जिसे मैं खोज रहा हूं, निरंतर अपनी कल्पनाओं में, कोई मासूम सी लड़की उसे अपनी पलकों में छुपाए बैठी है.. #मासूम #निरंतर #कल्पनाओं
hp sharma
कल्पनाओं का सफ़र यूं ही जारी रेहगा कम्बकत हसीन जो है इतनी ©Rj green #dilkibaat #सफर #कल्पनाओं
Pooja
यादों के सफ़र में रहना मुझें अच्छा लगता है कल्पनाओं के शहर में तेरा साथ मुझें अच्छा लगता है मेरे ख़्वाबों में सिर्फ़ तेरा आना मुझें अच्छा लगता है तेरी परछाई का मेरे साथ रहना मुझें अच्छा लगता है आज भी सिर्फ़ तेरा नाम सुनकर मुस्कुराना मुझें अच्छा लगता है बेमौसम की बरसात में तेरा एहसास होना मुझें अच्छा लगता है अतुलनीयpooja #यादों का सफ़र #तेरा साथ #कल्पनाओं का शहर
परवाज़ हाज़िर ........
मेरा शहर ' यादो का शहर ' जिसमे सफर रोज़ होता है इस शहर में मेरा अस्तित्व है कल्पनाओं का सागर , इसमें सफर करने का अलग ही मजा हे कल्पना रूपी लिखावट - " मेरा मुझे ज्ञात है क्या दिन क्या रात हे मुझे क्या ढूढ़ना हे जो अज्ञात है " #mera_shehar_ मेरा शहर ' #यादो का शहर ' जिसमे सफर रोज़ होता है इस शहर में मेरा #अस्तित्व है
#mera_shehar_ मेरा शहर ' #यादो का शहर ' जिसमे सफर रोज़ होता है इस शहर में मेरा #अस्तित्व है
read moreSavin Kandhil
🕯️आज मैंने शहर को देखा🕯️ क्या है लड़का, क्या है लड़की, दुनिया तो आपस में भड़की कल्पनाओं से परे एक शहर देखा, अपनी तड़पती आंखों को सेखा। वहां न उजला दिन है, न अंधेरी रात है वहां न हिन्दू, न मुसलमान है, न कोई जात है सबके मीठे बोल है, सबकी सबसे बात है मन में सबके प्यार है, दिल में भरे जज्बात है परिस्थितियां चाहे विषम भी हो, सबके अच्छे हालात है। ऐसा शहर कल्पनाओं का बताया है यहां आदमी ने आदमी को सताया है पहन मुकुट प्रेमी का, झुठा प्यार जताया है मेरी बंसी मेरा राग, मैंने ही तो इसे अपनाया है। मत कर मेरा पीछा, नए शहर के लिए निकला हूं तोड़ के जैसे दरवाजा, खिड़की से मैं निकला हूं चला मैं कांटों पे भी, संगमरमर पे मैं फिसला हूं छोड़ दिए वो हाथ सारे, पहले जिनसे मैं पिंघला हूं। आज मैंने तड़पती आंखों को सेखा आज मैंने शहर को देखा, शहर को देखा! #intelligence
Vinay Kumar
#Chandrayaan2 आज छत पे गया तो नज़र चाँद पर पड़ी और फिर चाँद को देखने लगा। देखते हुए कई कल्पनायें मन में आने लगी। और फिर से चाँद को गौर से देखने लगा। चाँद को देखते देखते सोचने लगा, ये वही चाँद है, जिसे बचपन में हम चंदा मामा कह कर बुलाते थे, ये वही चाँद है जिससे, चंदा मामा दूर के, चंदा मामा आवयलयँ दूध भात लावयलयँ, आदि कई लोरियों को सुनकर हम सो जाया करते थे। तब हमारे लिये चाँद कल्पनाओं से भी परे था। और आज हम उन्हीं कल्पनाओं को सच में देख पा रहे हैं। मन में कई उत्कंठायें उठी, कि आखिर वो चाँद जो हमसे इतनी दूरी पर है, आखिर वहाँ कौन रहता होगा। चारो तरफ खालीपन होगा, ना पेड़-पौधे, ना ही कोई मनुष्य, और ना ही कोई घर आदि। मगर आज एक बार फिर से हमारा देश उस चाँद पर पहुँचेगा। और ये ना कोई कल्पना होगी और ना ही कोई सपना। ये सोचकर फिर से एक कल्पना लग रही है, मगर यही सच है, कि आज हम फिर से चाँद पर होंगे। आज जब हमारे देश में एकदम सन्नाटा होगा तो उसी सन्नाटे में हमारा देश चाँद पर एक नया किर्तिमान स्थापित करेगा। रात में इंतजार रहेगा हमारे देश को चाँद पर उतरने का। जिससे पहली बार कल्पनाओं से हट कर सच मे चाँद को काफी करीब देखने का मौका मिलेगा। आप भी देखिए रात 1 बजे से । #Chandryan2
Vinay Kumar
#Chandrayaan2 आज छत पे गया तो नज़र चाँद पर पड़ी और फिर चाँद को देखने लगा। देखते हुए कई कल्पनायें मन में आने लगी। और फिर से चाँद को गौर से देखने लगा। चाँद को देखते देखते सोचने लगा, ये वही चाँद है, जिसे बचपन में हम चंदा मामा कह कर बुलाते थे, ये वही चाँद है जिससे, चंदा मामा दूर के, चंदा मामा आवयलयँ दूध भात लावयलयँ, आदि कई लोरियों को सुनकर हम सो जाया करते थे। तब हमारे लिये चाँद कल्पनाओं से भी परे था। और आज हम उन्हीं कल्पनाओं को सच में देख पा रहे हैं। मन में कई उत्कंठायें उठी, कि आखिर वो चाँद जो हमसे इतनी दूरी पर है, आखिर वहाँ कौन रहता होगा। चारो तरफ खालीपन होगा, ना पेड़-पौधे, ना ही कोई मनुष्य, और ना ही कोई घर आदि। मगर आज एक बार फिर से हमारा देश उस चाँद पर पहुँचेगा। और ये ना कोई कल्पना होगी और ना ही कोई सपना। ये सोचकर फिर से एक कल्पना लग रही है, मगर यही सच है, कि आज हम फिर से चाँद पर होंगे। आज जब हमारे देश में एकदम सन्नाटा होगा तो उसी सन्नाटे में हमारा देश चाँद पर एक नया किर्तिमान स्थापित करेगा। रात में इंतजार रहेगा हमारे देश को चाँद पर उतरने का। जिससे पहली बार कल्पनाओं से हट कर सच मे चाँद को काफी करीब देखने का मौका मिलेगा। आप भी देखिए रात 1 बजे से । #Chandrayaan2
Preet💕
ये जो पढ़ लेते हो कोई कविता या लेखन और महसूस करते हो उसकी गहराई भावनाएं, दर्द और प्यार तुमसे पहले, तुमसे ज्यादा उस कवि ने जिया होता है, वो हर लम्हा.. अपनी कल्पनाओं में और महसूस करके उस दर्द को, प्यार को सजा पाता है उनको शब्दों के रूप में.. आसान नहीं होता है यूं कविता या लेखन लिखना जीना पड़ता है उस पल को कितनी ही बार मन में.. कुछ हकीकत को पिरो देते है कुछ कल्पनाओं के समंदर में डूब कर लाते है.. ये दर्द, ये मुस्कुराहट आपके लिए आसान नहीं होता है कुछ भी लिखना जीना पड़ता है कितनी ही बार मर के.... #feelings #writing #expression #hardtoexplain
#feelings #writing #expression #HardToExplain
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