Find the Latest Status about 1 माइक्रोन बराबर कितना मीटर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, 1 माइक्रोन बराबर कितना मीटर.
Sa nvv er u r f sonu
यह जो तुम मिलाते फिरते हो हर किसी से हाथ कहीं ऐसा ना हो कि धो ना पड़ जाए जिंदगी से हाथ जीना है तो 1 मीटर की दूरियां रखो #DesertWalk
जीना है तो 1 मीटर की दूरियां रखो #DesertWalk
read moreRaone
कितना हसीं था वो बचपन हमारा वो बागों का झूला तालाबों का किनारा कभी गर्मी की आग फ़िर बारिश की बूँदें करते थे हम बारिश में छपाके लगाना कभी माँ का था डर तो बाबू जी का गुस्सा याद आता है अब भी वो बचपन हमारा वो पल में रूठ जाना अगले पल हीं मान जाना कभी थे खेलों के ढेर पर अब मोबाइल चलाना कभी लू में थे दौड़े नंगे बिरंगे अब तो दूभर हुआ कमरे से निकलना कभी था मड़ई में जंगला पर अब संगमरमर बिछी है मिलने से कतराती नजरिया देखे तो तिरछी हुयी है याद आता है अब भी वो बचपन हमारा वो सुतरी की खटिया गदरी का बिछौना वो सरसों के खेतों में तितली पकड़ना अपने पेड़ों को छोड़ सबके पेड़ो पे चढ़ना याद आता है अब भी वो बचपन हमारा वो गावों में कजरी औरत का झुंडों में गाना वो सिलवट पर चटनी पुदीने के साथ बनाकर आंटे की चिड़िया और चूल्हे में पकाना याद आता है अब भी वो बचपन हमारा वो बब्बा की बीड़ी चूल्हे में सुलगाना देने से पहले दो-चार फूंके लगाना वो इनारे के पानी में शरबत बनाना पिलाने की ख़ातिर लम्बी लाइन लगवाना याद आता है अब भी वो बचपन हमारा राone@उल्फ़त-ए-ज़िन्दग़ी (भाग-1) ©मेरी दुनियाँ मेरी कवितायेँ कितना हसीं था बचपन हमारा-1
कितना हसीं था बचपन हमारा-1 #कविता
read moreChitransh Vivek Bhatnagar
अगर तुझे याद करने का कोई "मीटर" लग जाये तो सच मे सबसे ज्यादा 'बिल' मेरा ही आयेगा...... याद का मीटर.....
याद का मीटर.....
read moresandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
बराबर देख भी न पाए जाते हुए उसको... आँखें कितनी कम थी आँसू बहुत ज़ियादा थे..। - ख़ब्तुल संदीप बडवाईक ©sandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3 बराबर
बराबर #सस्पेंस
read moreVikas Sharma Shivaaya'
✒️📇जीवन की पाठशाला 📖🖋️ जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की वापिस लौटने की उम्मीद उसकी होती है जो कहीं खो गया हो ,जो पूरी तरह बदल ही गया हो वहां उम्मीद की आस बेकार है ..., जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की आँखों में आंसू उसी के आते हैं जो रिश्तों की क़द्र करते हैं -महसूस करते हैं वर्ना मतलब के लिए रिश्ता रखने वालों की आँखों में ना तो शर्म होती है और ना ही पानी ..., जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की रास्ते की फिक्र वो करते हैं जिन्हें हमसफ़र पर यकीन नहीं ,जिन्हें हमसफ़र पर पूर्ण विश्वास है वो कठिन से कठिन -गलत से गलत रस्ते को आसानी से संगसाथ पार कर जाते हैं ..., आखिर में कल पढते पढ़ते कुछ अच्छा लगा ,सोचा आपके साथ साझा करूँ :- तुमने कहा था की हम एक ही हैं -तो अपने बराबर कर दो ना , नैप्पी जब मैं बदलती हूँ -तुम दूध की बोतल भर दो ना , बस यूँ हीं एक- एक हैं कह कर -कहाँ जिंदगी चलती है , कभी तुम भी सिर दबा दो मेरा -ये कमीं भी खलती है , जब भी मैं ऑफिस जाती हूँ -तुम भी घर को संवार दो ना , तुमने कहा था की हम एक ही हैं -तो अपने बराबर कर दो ना , आओ पास बैठो कुछ बातें करें -कभी दिल के जख्मों को भर दो ना , -क्यों कहना भी पड़ता है ये -तुम अहसासों को समझों ना , -मत करो वादे आने वाले जन्मों के -इस पल तो एक ख़ुशी दो ना , -कभी बाज़ारों से ध्यान हटे -तो इस मकान को भी घर कर दो ना , -तुमने ही कहा था हम एक ही हैं -तो अपने बराबर कर दो ना ...! बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा 🙏सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क 😷 है जरुरी ...! 🌹सुप्रभात🙏 स्वरचित एवं स्वमौलिक "🔱विकास शर्मा'शिवाया '"🔱 जयपुर-राजस्थान ©Vikas Sharma Shivaaya' बराबर
बराबर #समाज
read moreHemant Rudra Shakya
बराबर ख़फ़ा हों बराबर मनाएँ न तुम बाज़ आओ न हम बाज़ आएँ - हेमन्त रुद्र शाक्य बराबर
बराबर #Quote
read moreShiv Narayan Saxena
इश्क का मीटर और चाहत का पारा है. तुझे दिल ने फुर्सत से फिर से पुकारा है. जुल्फों की छाँह और आहों की ठंडक से बुखार मोहब्बत का कम ही उतरता है. किस के कैप्सूल के असर की कमी केलिए बाहों की गर्मी का इंतज़ार रहता है. अजब है यह रोग और ग़ज़ब इसके रोगी हैं हकीम हों या मरीज़ सभी तो भुक्तभोगी है. ©Shiv Narayan Saxena इश्क का मीटर..... #lovebond