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bina singh
मोहब्बत में रुसवाई नहीं होती अगर जो हो जाये मोहब्बत बेवफाई नहीं होती अकेले हो तुम पर तन्हाई नहीं होती मोहब्बत में बीमार जैसी कोई बीमारी नहीं होती मोहब्बत में मर्ज़ की कहि कोई सुनवाई नहीं होती... by bina singh ©bina singh #devdas कविता ,कविता , प्रेम कविता कविता कोश
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read moreMr.Ravi Rajdev
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read moreRAVI Kumar
White एक शाम, किसी झील के किनारे, बैठे हम, और झील हो जाएं, बिल्कुल शांत, खामोश, ठहरे हुए। ©RAVI Kumar #love_shayari कविता प्रेम कविता हिंदी कविता
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read moreAnuradha Priyadarshini
White राधा नहीं रही कान्हा के पीछे गोविन्दा राधा को हरदम रिझाते बंशी की मधुर तान राधा पुकारे चंदा की चांदनी राधा से चमके ©Anuradha Priyadarshini # प्रेम कविता
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read moreSanjai Saxena
न उनसे जफ़ा की उम्मीद, न उनसे वफ़ा की उम्मीद, हमें तो उनकी नज़र भरी, प्यारी मुस्कान की उम्मीद। संजय सक्सेना, प्रयागराज। ©Sanjai Saxena प्रेम कविता
प्रेम कविता
read moreShunay Hriday
White किया वादा मैंने ख़ुद से बस इंतज़ार का हो गया इल्म मुझे उससे मुहब्बत का उन्स में मैं ना कर सका इज़हार इश्क़ का वो ताउम्र मुझमें यूहीं घुला रहा शरबत सा फ़लक को निहारता रहा मैं आशिक़ सा लफ्ज़ पिरोता गया मैं उँगली से शायर सा ~राखी लुक्कड़ ©Shunay Hriday #love_shayari प्रेम कविता कविता
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read moreShmitaa mohanty
गुलाब की हर पंख में छिपी है वेसुमार मुहब्बत इसलिए हर आशिक करतें हैं इसकी इबादत फुल जैसी नाजुक होती है हर प्रेम कहानी मिलते हैं एक दिवाना और एक दिवानी खो जाते हैं खुद में जैसे मिला हो जन्नत चाहे जमाना कुछ कहे उनको लगता है सब खुबसूरत। यही तो है प्यार करने वालों के खासियत। ©Writingworld369 प्रेम कविता
प्रेम कविता
read moreकवि प्रभात
बाट मैं जोहते तेरी, फना ग़र हो गया तो भी भटकते भव ये पाएगा, रूह को तूँ जहाँ होगी रोमियो और मजनूँ सा, तेरा सच्चा दीवाना हूँ 2 आज की तरहा कपटी या, नहीं समझो मुझे ढोंगी ©कवि प्रभात प्रेम कविता कविता कोश
प्रेम कविता कविता कोश
read moreDev Rishi
मोहलतें चादरों में लपेटकर एक भी न दी मुहब्बत मेरे नसीब में नहीं, यादें फिर क्यों दिल में दी.. कहते कि इश्क की लिबास तो दिल ही है... अरे उसे पर भी परत दर परत कजली क्यों लगा दी...! ©Dev Rishi प्रेम कविता
प्रेम कविता
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