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M.K Meet
नफरत की दूनिया को छोड़कर,प्यार की दूनियां में खुश रहना मेरे यार इस झुठ की नगरी से, तोड़के नाता जा प्यारे अमर रहे तेरा प्यार फिल्म-हाथी मेरे साथी, रफ़ी साहब का गाया गीत आज हकीकत हो गया।। दूनियां दूश्मन हो गई,एक बेजुबान की।।😭😭😭😭😭😭 दुश्मन जमाना...
दुश्मन जमाना...
read moreusha
दोस्त तो कोई था नहीं पर जमाने ने दुश्मन जैसे दोस्तो की तरहा वार किया कुछ थे अपने उन्होंने पीछे से वार किया,दुश्मन जैसे दोस्त तो नहीं मगर दुश्मन जमाना बन गया, इतनी बार वार किया कि मेरे मन के इंसान को तार तार किया,वक्त ऐसा बन गया मेरा कि मुझे किसी पे कया खुद पर भी यकीन न रहा दोस्त तो कम जमाने ने जयादा वार किया दुश्मन जैसे दोस्त...। #दुश्मन जमाना
#दुश्मन जमाना
read moreSaurav Das
मेहनत की कड़ी धुप में,भूल गए जमाने को! बरसो की तैयारी है साहब ,फ़ौज में आने को! एक मामुली सा लड़का अब हिफ़ाजत करेगा! खड़े तत्पर है शरहद पर हम,दुश्मन को धुल चटाने को!! ©Saurav Das #देश #जमाना #दुश्मन #मेहनत #फ़ौज #RepublicDay
Guru dayal Yadav
Alone जेकरा नैह अपन संस्कार, मातृभाषाक पैहचान, ओ कदापि नैह भ'सकै य' अपन बापक सन्तान ।। जेकरा नहीं अपन ( मैथिली कवि)
जेकरा नहीं अपन ( मैथिली कवि)
read moreKiran Rani
मोहब्बत पर यूं तो सारा ज़माना लिखे है, कोई करे तो फिर क्यूं शमशिरे तने है। निकले कई फतवे और सब दुश्मन बने है, कह दो फिर ये है गलत इसे अब ना कोई पढ़े है। जिंदगी भर सब कहे मोहब्बत से जियो, दिल से हुई मोहब्बत तो कहते है मरो। क्या एक यही मोहब्बत करना हमारा दोष था, आज खून से लतपथ सड़क पर लाशें पड़ी है। नहीं सोचा था मोहब्बत का ऐसा अंजाम होगा, सोच थी मोहब्बत है तो मोहब्बत पर ही तमाम होगा। ए मेरे रब मुझे न कोई इंतकाम चाहिए, दे समझ और मोहब्बत का दिलों में पैग़ाम चाहिए। #mohaabat #जमाना #शमशिर #फतवे #दुश्मन #मोहब्बत़ #urduhindi #kiranpoetry
#mohaabat #जमाना #शमशिर #फतवे #दुश्मन #मोहब्बत़ #urduhindi #kiranpoetry
read moreGuru dayal Yadav
Alone जेकरा नैह अपन संस्कार, मातृभाषाक पैहचान, ओ कदापि नैह भ'सकै य' अपन बापक सन्तान ।। जेकरा नहीं अपन ( मैथिली कवि)
जेकरा नहीं अपन ( मैथिली कवि)
read moreGuru dayal Yadav
Alone जेकरा नैह अपन संस्कार, मातृभाषाक पैहचान, ओ कदापि नैह भ'सकै य' अपन बापक सन्तान ।। जेकरा नहीं अपन ( मैथिली कवि)
जेकरा नहीं अपन ( मैथिली कवि)
read moreसुसि ग़ाफ़िल
ज़माना दुश्मन बने लाख बेहतर है , ख़ुद का दुश्मन बनाने से अच्छा है। सख़्त फ़ैसले ! जमाना दुश्मन बने लाख बेहतर है , खुद का दुश्मन बनाने से अच्छा है। सख्त फैसले !
जमाना दुश्मन बने लाख बेहतर है , खुद का दुश्मन बनाने से अच्छा है। सख्त फैसले !
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