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Internet Jockey
इस तरह से संवारेंगे तुम्हें अपने शब्दों से कि दुनिया की सबसे छोटी और प्यारी ग़ज़ल होगी तुम -Internet Jockey दुनिया की सबसे छोटी और प्यारी ग़ज़ल होगी तुम
दुनिया की सबसे छोटी और प्यारी ग़ज़ल होगी तुम #विचार
read moreAnamika Gupta
ग़ज़ल मुहब्बत का' होगा असर धीरे धीरे। ज़माने को' होगी ख़बर धीरे धीरे॥ जो' करके गए थे मुहब्बत का' वादा, वो' होते गये बेख़बर धीरे धीरे। सनम जब से तुम बेवफा हुए हो , मुहब्बत के' सूखे शजर धीरे धीरे। तरन्नुम मे' मैंने ग़ज़ल जब पढ़ी तो , हुई मस्त महफ़िल, नगर धीरे धीरे। जिधर देखिए अब दरिंदे खड़े हैं , बशर हो रहा जानवर धीरे धीरे । सभी के लिए अनु दुआ माँगती है, मिले सबको शुहरत मगर धीरे धीरे। --अनामिका "अनु" गया , बिहार शायरी की ग़ज़ल
शायरी की ग़ज़ल
read moreSudha Tripathi
आप सभी को आज रात 9:00 बजे आमंत्रित करती हूं पहली बार औपचारिक रूप से nojoto पे live show में आ रही हूँ ©Sudha Tripathi ग़ज़ल की शाम
ग़ज़ल की शाम #शायरी
read moreAnamika Gupta
किसी को किसी की ज़रूरत नहीं है। बशर को बशर से मुहब्बत नहीं है। तुम्हीं पे सभी कुछ ऐ जानम है वारा कहूँ कैसे तुमसे कि उल्फ़त नहीं है। हुई है मुहब्बत तुम्हीं से सजन रे कहूँ तुझसे कैसे कि हिम्मत नहीं है। बहुत ज्ञान बांचा रहम भी करो अब मुझे ज्ञान की अब ज़रूरत नहीं है। दरिंदे हुए 'अनु' बशर आज देखो नजर में किसी की शराफ़त नहीं है। -- अनामिका 'अनु' गयाजी शायरी की ग़ज़ल
शायरी की ग़ज़ल
read moreanil.gangwar.1994000
न तुम खुश हो न हम तो,खुशी किस हिस्से है। लोग गलतफहमी में हैं उनके अलग ही क़िस्से हैं।। जहन कांप जाता है मेरे शहर की वारदातों से। सियासत फिर से गर्मायी है पर हालात जैसे के तैसे हैं।। उन्हें ये लगता है कि मैं उनका गुनेहगार हूं। पर उन्हें खबर नहीं कि मै उससे हूं,बो मुझसे है।। सराफत मुझे सिखाओ ठीक है मैं सीख जाऊंगा। पर मै चुप रहूंगा उसके लिए, मोहब्बत मुझे जिससे है।। गंगवार अनिल 6396456757 @copyright ©anil.gangwar.1994000 ग़ज़ल अनिल की।। #DilKiAwaaz
ग़ज़ल अनिल की।। #DilKiAwaaz
read moreLAKSHMI KANT MUKUL
कोहरे से झांकता हुआ आया मांगी थी रोशनी ये क्या आया सूर्य - रथ पर सवार था कोई उसके आते ही जलजला आया घोंसले पंछियों के फिर उजड़े फिर कहीं से बहेलिया आया दूर अब भी बहार आँखों से दरमियाँ बस ये फ़ासला आया काकी की रेत में भूली बटुली मेघ गरजा तो जल बहा आया जो गया था उधर उम्मीदों से उसका चेहरा बुझा बुझा आया बागों में शोख तितलियां भी थीं पर नहीं फूल का पता आया _लक्ष्मीकांत मुकुल लक्ष्मीकांत मुकुल की ग़ज़ल
लक्ष्मीकांत मुकुल की ग़ज़ल #शायरी
read moreशैलेन्द्र यादव
is par prathnaye hai tumhare liye, jis bhi duniya me ho khush raho, is par prem hai tumhare liye, jaha bhi raho koi kami na ho tumhe, me bhi aunga tumhari duniya me kisi din, jab mera wakt ayega me bhi us par aunga tumhare pas, fir jiyenge us par ki duniya, abhi kinare dur hai ek dusre ke, parlok ki duniya me aunga kisi din.. इस पार प्रार्थनाएं है तुम्हारे लिए, जिस भी दुनिया मे हो खुश रहो, इस पार प्रेम है तुम्हारे लिए, जहाँ भी रहो कोई कमी न हो तुम्हे, में भी आऊंगा तुम्हारी दुनिया मे किसी दिन, जब मेरा वक्त आएगा में भी उस पार आऊंगा तुम्हारे पास, फिर जिएंगे उस पार की दुनिया, अभी किनारे दूर है एक दुसरे के, परलोक की दुनिया मे आऊंगा किसी दिन... ©शैलेन्द्र यादव #उस पार की दुनिया # परलोक की दुनिया