Find the Latest Status about smog in hindi from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, smog in hindi.
vignesh Vicky
अगर मन में ठान लिया तो आधी जीत हो गई। ©vignesh Vicky #smog #Hindi #motavitonal #quaotes
#smog #Hindi #motavitonal #quaotes #Motivational
read moreसानू
तुझको देखकर अब खाली अनुमान लगाया जा सकता है जासूसी करने तेरी इंसान लगाया जा सकता है वो जो मैं तुझपे सारी नज़्में ग़ज़लें लिख देता था अब चौराहे पे उनका इक दीवान लगाया जा सकता है ©सानू #tujhko #smog #nojoto #hindi #shayari
anitha rajendiran
The Gateway of India is a portal to a world of magic, wonder, and inspiration. ©anitha rajendiran smog....#smog
smog....#smog
read moreH. J. Thakar
मुस्कुराती मुस्कान के पीछे छिपा गम जान लो, जनाब, आप अपने मुस्कुराहट की वजह भूल जायेंगे..! - H.J. Thakar..! ©Himubhau #smog #Hindi #Shayar #dilsediltak #hjthakar #in #M #y #H💘eartखनक #followme
Priya's poetry life
Embarace your own beauty in their own way, beside looking toward the others. ©Priya's poetry life #smog
qais majaz,pheonix
क्या तू भी ये गुनाह करेगा इश्क़ में खुद को फ़ना करेगा मत कर इस टूटे दिल पे नज़र नीम शब में खुद की आहों फुगा सुना करेगा जिन राहो पे फूल महज़ दिख रहे है अभी हाल वो होगा के खार खुद चुना करेगा खिड़की से तकेगा राहों को खो जाएगा किसी की आहों में किसी को गर अपना आईना करेगा सुनाता हूँ पैगाम इश्क़ का बुरा है दोस्त अंजाम इश्क़ का सारी रात आएगी याद महज़ तारे ही तो गिना करेगा मत कर ये कारोबार रायगा है ये रोज़गार रोएगा गर दिलों का सौदा करेगा जाने किस परी की परछाई जाम के साथ शाम में फ़िर नज़र आई एक के चार नज़र आएंगे गर इतना नशा करेगा स्याह शब है ग़म की, ये नहीं कोई मेहताब मोहब्बत की बातो से अब उदास क्यों हो जाते है जनाब तुझे लगा था बहुत मज़ा करेगा जा रेल की पटरियों पे है इक परी चेहरा जिसका है रंग तेरी तरह सुर्ख गहराई शायद उसे इंतेज़ार हो तेरा देखना चाहती है वो तेरे सर पे सहरा अब जल्दी कूच कर, वर्ना ता उम्र पछताएगा अब देर ज़रा करेगा और आँखें भरा करेगा ले जा साथ इस फ़कीर की दुआ हिफाज़त करे तेरी खुदा मौला तेरा भला करेगा ©qais majaaz,3rdmaster #smog
qais majaz,pheonix
Tum nurse ho acha To meri nabz dekho Beemar to nhi hu mai Acha bahane se aya hu Aate jaate samandar ko ese dekhta Ek samandar h mujhme bhi regta Jese samandar ka hu Mai devta रूह फ़ना है जिस्म हल्के हैं आँखों से सिर्फ अश्क़ ढलके हैं सब इक दुसरे से लड़ते है जैसे आ गए हो तेखाने में ये गर इंसान है तो अच्छे है फ़िर शराबी मैखाने में किसान परेशान आज का इंसान बेरोजगार भुखमरी का शिकार वहां शराब छलकती अमीर के पैमाने में ऐ खुदा सुन दुआ जो ताज ओ तख़्त पलट दे ऐसा कोई मसीहा पैदा कर इस ज़माने में ये उदास चेहरे अनपढ़ बादशाह पढ़ना ना जाने धर्म के नाम पे दंगे मिलते है नज़राने में और ये झूठी मिडिया कोई दबा दो इनका टेटुआ इन्हे कोई सनद हासिल है सच को छुपाने में बहुत सहल है बस्ती में आग लगाना किसी का घर ढाना,सुन हरामखोर तेरी सारी ज़िन्दगी गुज़र जाएगी एक आशियाना बनाने में अभी झुलसी है राख़ है बस आशियाने की अभी एक मुद्दत लगेगी वक्त आने में फ़िज़ा आने में इंकलाब का कोई चराग जलाने में गहरी तन्हाई और स्याह रात में निकलते है कुछ जज़्बात तु अभी और शराब डाल दे खाली पैमाने में ©qais majaaz,3rdmaster #smog
qais majaz,pheonix
देखना इक दिन ज़माना देखेगा दुनिया बदलेगी इन मुश्किल रास्तो के साथ हाँ मंज़िल तेरे साथ खुद चल देगी जो बड़े सपने दिखाए पहचान अपने अंदर की आवाज़ जो घुल जाती है तेरे अश्को के साथ खुद से यूँ ना हो नाराज़ क़ल्ब का है बादशाह दिल का तू ही है महाराज ये रास्ता हैरानी से है देखता इन रहो पे जैसे आ गया है कोई देवता दिल में है एक शौर सा रगो में है इक उबलता ज़ोर सा आज बन गया है तू मास्टर कल की तरह नहीं है कामचोर अब जाग बंदेया क्योंकि सूरज निकल गया है भोर का Waah kya andaaz h pari ka Muskurana khoob h sundari ka Wo jahan jana chahta h jaane do use Jo use pasand nhi us trade me mat bhejo Kahin dum na toot jaaye uska ©qais majaaz,3rdmaster #smog
qais majaz,pheonix
उदास शामें दिल में अभी एक शौर बपा है कुछ मुझ में उलझा हुआ है आईने से मुझे यूँ कौन घूरता है जाने कौन सा शख्स मेरी रूह में पोशिदा है कभी साद है आज कल बे आवाज़ है कभी संजीदा कभी रंजीदा है रात के गहरे सन्नाटे में कुछ कहता है दिल की लाखों परतों के नीचे दबा रहता है पत्ता कोई गिरे तो किसी के आने का वहम सा रहता है मन मैं है आखिर कौन वो जो इतना सहमा रहता है कल्ब के किसी खंडर में यादों का मजमा रहता है ऐ मेरी तहरीरो को पढ़ने वालो क्या तुमने किसी का टूटा हुआ मकाँ देखा है पहले चिंगारी फ़िर राख़ और फ़िर धुँआ देखा है गहरी अफसुर्दगी का क्या कोई कुआँ देखा है इख़्तियार में ना हो क्या ऐसा ज़िन्दगी का जुआ देखा है एक जाम की उदास शाम फ़िर शायद इस के बाद सहर ना हो डूबता हुआ सूरज मुझसे कहता है तुम शायद उकता जाओ ऐ राहगीरो ये यादें ख़ामोशी तन्हाई और उदासी इन से तो मेरा गहरा रिश्ता रहता है ©qais majaaz,3rdmaster #smog