Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best KKजन्मदिन_2 Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best KKजन्मदिन_2 Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos about

  • 6 Followers
  • 6 Stories

Krish Vj

द्वितीय रचना :- देश भक्ति 

हर  साँस मेें  "ज़िक्र" तेरा होता रहें
जहां तक  देखूँ, तू  नज़र आता रहें
शान से 'तिरंगा' प्यारा लहराता रहें
देख कर  इसे मन मेरा 'हर्षाता' रहें 

'जुल्म' का  यूँ  नामोनिशान ना रहें 
हर इंसान माँ की लाज बचाता रहें

लहू बहाके भी सींचते रहें चमन ये
गुलिस्ताँ यह  हर पल महकता रहें
दाग लगे ना दामन मेें माँ के कभी
कर्म ऐसा हर  'भारतीय' करता रहें   #cinemagraph #collabwithकोराकाग़ज़ #जन्मदिनकोराकाग़ज़ #kkजन्मदिनमहाप्रतियोगिता #kkजन्मदिन #kkजन्मदिन_2 #kkhbd2022 
#कोराकाग़ज़

Nitesh Prajapati

देश भक्ति (ग़ज़ल) 

हर एक घर और इंसान में बसता है देशभक्त,
सबके तौर तरीके अलग लेकिन जज़्बा तो है देश भक्ति का।

जिस देश की मिट्टी में ही मिला है लहू शहीदों का,
पैदा होता है वहांँ हर एक पीढ़ी में जज़्बा देशभक्ति का।

कोई सरहद पर लड़ता है तो कोई जल सीमा की रक्षा,
कोई आसमान में देता है पहरा, लेकिन चारों दिशाओं मे होता है जज्बा देशभक्ति का।


जब आता है ख़तरा देश पर तो क्या जात पात,
हो जाते हैं सब एक और देते हैं मिसाल देश भक्ति की।

देश का परचम हमेंशा शान से लहराता रहे इसीलिए, 
देते हैं वीर खुशी-खुशी शहादत दिल में रखके जज़्बा देशभक्ति का।

-Nitesh Prajapati  

#जन्मदिनकोराकाग़ज़
#kkजन्मदिनमहाप्रतियोगिता
#kkजन्मदिन
#kkजन्मदिन_2 
#kkhbd2022
#collabwithकोराकाग़ज़

Divyanshu Pathak

🇨🇮 शम्मा महफ़िल में जलती रहेगी तो सिर पतंगे उठाते रहेंगे। इश्क़ जिनको है अपने वतन से वो यूँ ही सिर कटाते रहेंगे। पहरेदारी में तत्पर खड़े हैं पहरुए बन संवर कर दीवाने। मातृभूमि की सेवा में अक़्सर भामाशाह फिर से आते रहेंगे। आँच आए जो मेरे वतन पे आग बन जाएगी तब जवानी।

read more
शम्मा महफ़िल में जलती रहेगी तो सिर पतंगे उठाते रहेंगे।
इश्क़ जिनको है अपने वतन से वो यूँ ही सिर कटाते रहेंगे।

पहरेदारी में तत्पर खड़े हैं  पहरुए बन  संवर  कर दीवाने।
मातृभूमि की सेवा में अक़्सर भामाशाह फिर से आते रहेंगे।

आँच आए जो मेरे वतन पे आग बन जाएगी तब जवानी।
राणा लड़ते मिलेंगे  समर में  शस्त्रु मुह की ही खाते रहेंगे।

ना झुकेगा कभी सिर हमारा ना लजायेंगे माता की ममता
हम भगतसिंह की छाया बनेंगे  ओर  ऊधम  बनाते  रहेंगे।

बनके डायर कभी कोई आए ऐसा दुस्साह ना हम सहेंगे।
छलनी कर देंगे उसी वक़्त सीना दुश्मनों को मिटाते रहेंगे।

अब लड़ाई तो बाकी है खुद से घर के घर में लुटेरे हुए हैं।
बाक़ी उम्मीद हमको है पंछी'  घोंसला  भी  बचाते  रहेंगे। 🇨🇮
शम्मा महफ़िल में जलती रहेगी तो सिर पतंगे उठाते रहेंगे।
इश्क़ जिनको है अपने वतन से वो यूँ ही सिर कटाते रहेंगे।

पहरेदारी में तत्पर खड़े हैं  पहरुए बन  संवर  कर दीवाने।
मातृभूमि की सेवा में अक़्सर भामाशाह फिर से आते रहेंगे।

आँच आए जो मेरे वतन पे आग बन जाएगी तब जवानी।

Tarot Card Reader Neha Mathur

                देशभक्ति:-ग़ज़ल 
        1222/1222/1222/1222

अमन की सारी दुनिया में अमिट पहचान भारत है 
ये धरती वीर गाथा की,दिलों की शान भारत है, 

शहादत देते सैनिक,देश की सरहद बचाते वो
तिरंगा ऊँचा दुनिया में, विजय ये गान भारत है, 

अलग हैं धर्म,भाषा अलग है भेष लोगों का
वतन ये तीन रंगों में है एक अभिमान भारत है, 

हिमालय और सागर तक है पावन रूप भारत माँ
ज़मीं के रंग ज़र्रे में है बसता मान भारत है,

वतन के वास्ते क्या तू,मर मिट सकती नेहा
मेरी है आबरू पहचान,मेरी ये जान भारत है। कोरा काग़ज़ :- दूसरा चरण 
ग़ज़ल:- देशभक्ति

#जन्मदिनकोराकाग़ज़ #kkजन्मदिनमहाप्रतियोगिता #kkजन्मदिन #kkजन्मदिन_2 #kkhbd2022 #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ 

Pic credit:- google images

DR. SANJU TRIPATHI

देशभक्ति (ग़ज़ल)

जब-जब लहराता है हमारा तिरंगा दिल खुशी से झूम जाता है,
मन में हिलोरें उठती हैं और तन-मन देशभक्ति से भर जाता है।

लहराते तिरंगे को देखकर हमको आजादी का अहसास होता है,
आजाद हैं हम ये सोच कर ही सीना गर्व से और भी भर जाता है।

तिरंगा हमारी शान है और हर भारतीय की बसती इसमें जान है,
शहीदों की कुर्बानी और बलिदान याद कर दिल रोने लग जाता है।

सबसे प्यारा है ये तिरंगा हमारा विश्व में इसकी एक अलग पहचान है,
केसरिया, सफेद, हरे के संग नीले चक्र में देशहित समाहित होता है।

देश हमारा विश्व गुरु है सभी को एकता और समभाव  सिखाता है,
सोच कर ही इसके उपकार"एक सोच"का दिल गर्व से भर जाता है।
 रचना क्रमांक -2

देशभक्ति (ग़ज़ल) -14/10/22
#जन्मदिनकोराकाग़ज़
#KKजन्मदिनमहाप्रतियोगिता
#KKजन्मदिन
#KKजन्मदिन_2
#KKHBD2022

id default

रानी लक्ष्मी बाई
************* 
गुलामी की आग तेज दहक रही जलता सा सब दिख रहा
वो दौर था जब हिन्दुस्तान वतन डूबता सा दिख रहा, 

लेकर तलवार हाथ में ऐलान करके वो मानों कह रही
जब इंसानियत टूट रही संग्राम चरम पर अपने बढ़ रहा, 

सर-ए-जमीं की ख़ातिर बलिदान ख़ुद को कर दिया,
काँप उठा गुट बुलंद आवाज़ से दुश्मनों को थर्रा दिया, 

वीरांगना का जांबाज़ी के जोश में खूनी खेल शुरू हुआ 
शेरनी की दहाड़ तलवार की तेज धार संघर्ष शुरू हुआ, 

महलों की थी वो रानी स्वाभिमान निडरता की मिसाल 
रानी लक्ष्मी बाई वतन हिन्दुस्तान की आन बान शान, 
 दूसरी रचना
रानी लक्ष्मी बाई 
ग़ज़ल 
देशभक्ति
#जन्मदिनकोराकाग़ज़ #KKजन्मदिनमहाप्रतियोगिता #KKजन्मदिन #KKजन्मदिन_2 #KKHBD2022 #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़


About Nojoto   |   Team Nojoto   |   Contact Us
Creator Monetization   |   Creator Academy   |  Get Famous & Awards   |   Leaderboard
Terms & Conditions  |  Privacy Policy   |  Purchase & Payment Policy   |  Guidelines   |  DMCA Policy   |  Directory   |  Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile