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Deep Bawara
हुआ हुआ रमशा तुम्हारी चूत मेरे लंड का मिलन हुआ रात गुजरी तुम्हारी बाहों में अंधेरे का रौशनी से जैसे मिलन हुआ ©Deep Bawara #Nojoto #yqdidi #yqbaba #कोराकाग़ज़ #yourquoterandibajar
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read moreDeep Bawara
मैं कुछ नहीं बोलूंगा आप बोलो। इस हिजड़े आरिफ़ अल्वी के स्तन दबाएं दिखाई देते है के नहीं ये आरिफ़ लैला जिस तरह से खड़ी है बताओ हिजड़ा है के नहीं पीछे से एक लड़का आरिफ़ अल्वी कि गांड नाप रहा है सही की नही मैं कुछ नहीं बोलूंगा सही है के नहीं ©Deep Bawara #Nojoto #yqdidi #yqbaba #yqaestheticthoughts #arif_alvi #कोराकाग़ज़ #हिजड़ा
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read moreDr. Naveen Prajapati
हर मुखौटे के पीछे, एक बिखरा हुआ इंसान छिपा होता है, जो व्यस्त होता है, अपने - पराए की पहचान करने में... हर आइने के पीछे , एक अनजान शख़्स छिपा होता है, जो उत्सुक होता है, अपने खुद के चेहरे की पहचान करने में... हर आशा के पीछे, एक बेबस इंसान छिपा होता है, जो लाचार होता है, एक सच्चे मददगार की पहचान करने में... हर कामयाबी के पीछे, एक कर्मठ इंसान छिपा होता है, जो जिज्ञासु होता है, अपनी ही गलतियों की पहचान करने में... हर रिश्ते के पीछे , एक अनोखा विश्वास छिपा होता है, जो अंधा होता है, अपने सच्चे प्यार की पहचान करने में.. #dr_naveen_prajapati #शून्य_से_शून्य_तक 🎀 Challenge-198 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।
#dr_naveen_prajapati #शून्य_से_शून्य_तक 🎀 Challenge-198 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।
read moreDr. Naveen Prajapati
वो एक लम्हा, जो तुम्हारे साथ बिताया था कभी... अब भूल गई क्या ? तुमने भी हमसे दिल लगाया था कभी... वो तेरी मासूमियत, अपनों से भी लड़ गया था कभी... सिर्फ तुम्हारे लिए ! तुम्हें पाकर बहुत कुछ खोया था कभी.. वो अंधेरी रातें, तुम्हें सीने से लगाया था कभी... आज चुप क्यों है ? रुठने पर, न जाने कितनी बार मनाया था कभी... वो सुबह की भोर, बस एक ही गीत गुनगुनाया था कभी... जो आज तू खुश है ! उस खुशी को भगवान से लड़कर लाया था कभी... वो आंँखों के आंँसू, जिन्हे न पोंछ पाया हूंँ कभी, क्या तुझे आभास है ? तुम्हारे जाने के बाद अंदर से न मुस्कुराया हूंँ कभी... #dr_naveen_prajapati#शून्य_से_शून्य_तक #कवि_कुछ_भी_कलमबद्ध_कर_सकता_है.. 🎀 Challenge-197 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।
#dr_naveen_prajapati#शून्य_से_शून्य_तक #कवि_कुछ_भी_कलमबद्ध_कर_सकता_है.. 🎀 Challenge-197 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।
read moreसानू
मैं तेरी याद रात बात प्यार में रहूँ, कहीं नहीं तो कम अज़ कम अफ्क़ार में रहूँ...— % & ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "अफ़्कार" "afkaar" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है चिंतन, काव्य, मन में उत्पन्न उलझनें एवं अंग्रेजी में अर्थ होता है concerns. अब तक आप अपनी रचनाओं में चिंतन शब्द का प्रयोग करते आए हैं। उसकी जगह आप इस उर्दू शब्द अफ़्कार का प्रयोग कर सकते हैं। ♥️ उदाहरण :- अफ़्कार सैकड़ों हों अगर हो न फ़िक्र-ए-इश्क़ वारस्तगी कहाँ है कहें जी फँसाए बिन
♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "अफ़्कार" "afkaar" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है चिंतन, काव्य, मन में उत्पन्न उलझनें एवं अंग्रेजी में अर्थ होता है concerns. अब तक आप अपनी रचनाओं में चिंतन शब्द का प्रयोग करते आए हैं। उसकी जगह आप इस उर्दू शब्द अफ़्कार का प्रयोग कर सकते हैं। ♥️ उदाहरण :- अफ़्कार सैकड़ों हों अगर हो न फ़िक्र-ए-इश्क़ वारस्तगी कहाँ है कहें जी फँसाए बिन
read moreAbhishek Trehan
बदल गई है दुनिया सारी तुम क्यूँ नहीं बदलते हो कल भी बहुत रुलाते थे आज भी कहाँ पिघलते हो अपनी कितनी शामों का हिस्सा हमने तेरे बिना गुज़ारा है रुठने का हक दिया था तुमको तुमने तो ज़िंदा मारा है क्या कागज़ के टुकड़ों के खातिर मुझको तुम परखते हो शीशे सा नाजुक दिल था मेरा तुम पत्थर मुझे समझते हो ख़ुद को बहुत मशरूफ़ किया है दिल फिर भी बेचारा है जिसको था पूरी शिद्दत से चाहा उसी ने पीठ में खंजर मारा है... © trehan abhishek #yqbaba #yqdidi #कोराकाग़ज़ #yqaestheticthoughts #yqrestzone #manawoawaratha #hindipoetry #hindishayari
Abhishek Trehan
किस चीज़ की तलाश है,किस की नज़र में हूँ जब से सफ़र शुरू किया तब से मैं सफ़र में हूँ घूम चुके दर-ब-दर,कभी इस,कभी उस शहर में हूँ कोई मुक्मल ठिकाना नहीं मिला,मैं फिर से अपने घर में हूँ न जाने क्यूँ वो नाराज़ है,मैं बीच भंवर में हूँ कश्ती किनारे डूब गई,मैं फिर से लहर में हूँ गहरी नींद से जाग के,मैं किसके असर में हूँ आदत पुरानी छोड़ दी,मैं अब भी ज़हर में हूँ... © trehan abhishek #तलाश #ज़हर #सफ़र #manawoawaratha #yqaestheticthoughts #yqrestzone #yqdidi #कोराकाग़ज़
Abhishek Trehan
जो मज़ा आए फ़कीरी में,वो मस्ती कहाँ अमीरी में ये दुनिया मुसाफ़िरखाना है,क्या रक्खा है दौलत और जागीरी में तेरे पास जो खज़ाना है,वो मिट्टी हो जाना है आ अब वापस लौट चलें,बचपन की उस गर्म दुपहरी में हम पेड़ पे बैठे पंछी हैं,एक दिन सबको उड़ जाना है लाख लगा लो ताले तुम,राज़ दफ़्न हैं सब शाम सिंदूरी में कुछ यार जोड़, कुछ प्यार लुटा,क्या मिला शराफ़त की बेशऊरी में वो स्वाद न छप्पन भोग में है,जो है प्यार की पंजीरी में चाहे सिक्कों की झोली भर ले,सब मिट्टी हो जाना है थोड़ी जान लगा और नाम बना,क्यूं फंसा है राग और कस्तूरी में जीवन गणित सा उलझा है,सांसें घटती जाती हैं लोग लगाते रहते हैं गुणा-भाग,क्या रक्खा है इस आलमगीरी में... © trehan abhishek #फ़कीरी #manawoawaratha #कोराकाग़ज़ #yqaestheticthoughts #yqrestzone #yqdidi #hindipoetry #hindishayari
Abhishek Trehan
ख़्वाबों में रोज़-रोज़ तुम आया न करो आ ही गई हो अगर तो फिर जाया न करो मासूम दिल है हमारा दुनियादारी की समझ नहीं बातों में अपनी गोल-गोल तुम हमें यूँ उलझाया न करो तैरने में यूं तो अब हम हो गए हैं माहिर फिर भी ख़्यालों में डुबाकर अपने हमें यूँ तड़पाया न करो... © trehan abhishek ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1002 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1002 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
read moreAbhishek Trehan
कभी बेचैनी,कभी सुकून देते हो मेरे किसी गुनाह के हिस्सेदार हो क्या देखकर तुम्हें दिल क्यूं फिसलता है तुम बारिश की पहली फुहार हो क्या... ♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के। 😊 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें। 💐 ♥️ केवल 2 पंक्ति लिखनी हैं और वो भी प्यार की। ♥️ कृपया स्वरचित एवं मौलिक पंक्तियाँ ही लिखें।
♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के। 😊 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें। 💐 ♥️ केवल 2 पंक्ति लिखनी हैं और वो भी प्यार की। ♥️ कृपया स्वरचित एवं मौलिक पंक्तियाँ ही लिखें।
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