Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best कोराकाग़ज़ Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best कोराकाग़ज़ Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos about

  • 553 Followers
  • 28392 Stories

Deep Bawara

हुआ हुआ रमशा तुम्हारी चूत
मेरे लंड का मिलन हुआ
रात गुजरी तुम्हारी बाहों में
अंधेरे का रौशनी से जैसे मिलन हुआ

©Deep Bawara #Nojoto #yqdidi #yqbaba #कोराकाग़ज़ #yourquoterandibajar

Deep Bawara

Dr. Naveen Prajapati

#dr_naveen_prajapati #शून्य_से_शून्य_तक 🎀 Challenge-198 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।

read more
हर मुखौटे के पीछे,
एक बिखरा हुआ इंसान छिपा होता है,
जो व्यस्त होता है,
अपने - पराए की पहचान करने में...

हर आइने के पीछे ,
एक अनजान शख़्स छिपा होता है,
जो उत्सुक होता है,
अपने खुद के चेहरे की पहचान करने में...

हर आशा के पीछे,
एक बेबस इंसान छिपा होता है,
जो लाचार होता है,
एक सच्चे मददगार की पहचान करने में...

हर कामयाबी के पीछे,
एक कर्मठ इंसान छिपा होता है,
जो जिज्ञासु होता है,
अपनी ही गलतियों की पहचान करने में...

हर रिश्ते के पीछे ,
एक अनोखा विश्वास छिपा होता है,
जो अंधा होता है,
अपने सच्चे प्यार की पहचान करने में.. #dr_naveen_prajapati
#शून्य_से_शून्य_तक
🎀 Challenge-198 #collabwithकोराकाग़ज़

🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है।

🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।

Dr. Naveen Prajapati

#dr_naveen_prajapati#शून्य_से_शून्य_तक #कवि_कुछ_भी_कलमबद्ध_कर_सकता_है.. 🎀 Challenge-197 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।

read more
वो एक लम्हा,
जो  तुम्हारे साथ बिताया था कभी...
अब भूल गई क्या ?
तुमने भी हमसे दिल लगाया था कभी...

वो तेरी मासूमियत, 
अपनों से  भी लड़ गया था कभी...
सिर्फ तुम्हारे लिए !
तुम्हें पाकर बहुत कुछ खोया था कभी..

वो अंधेरी रातें, 
तुम्हें  सीने से लगाया था कभी...
आज चुप क्यों है ?
रुठने पर, न जाने कितनी बार मनाया था कभी...

वो सुबह की भोर,
बस एक ही गीत गुनगुनाया था कभी...
जो आज तू खुश है !
उस खुशी को भगवान से लड़कर लाया था कभी...

वो आंँखों के आंँसू,
जिन्हे न पोंछ पाया हूंँ कभी,
क्या तुझे आभास है ?
तुम्हारे जाने के बाद अंदर से न मुस्कुराया हूंँ कभी... #dr_naveen_prajapati#शून्य_से_शून्य_तक
#कवि_कुछ_भी_कलमबद्ध_कर_सकता_है..
🎀 Challenge-197 #collabwithकोराकाग़ज़

🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है।

🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।

सानू

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "अफ़्कार" "afkaar" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है चिंतन, काव्य, मन में उत्पन्न उलझनें एवं अंग्रेजी में अर्थ होता है concerns. अब तक आप अपनी रचनाओं में चिंतन शब्द का प्रयोग करते आए हैं। उसकी जगह आप इस उर्दू शब्द अफ़्कार का प्रयोग कर सकते हैं। ♥️ उदाहरण :- अफ़्कार सैकड़ों हों अगर हो न फ़िक्र-ए-इश्क़ वारस्तगी कहाँ है कहें जी फँसाए बिन

read more
मैं तेरी याद रात बात प्यार में रहूँ,
कहीं नहीं तो कम अज़ कम अफ्क़ार में रहूँ...— % & ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :)

♥️ आज का शब्द है "अफ़्कार" "afkaar" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है चिंतन, काव्य, मन में उत्पन्न उलझनें एवं अंग्रेजी में अर्थ होता है concerns. अब तक आप अपनी रचनाओं में चिंतन शब्द का प्रयोग करते आए हैं। उसकी जगह आप इस उर्दू शब्द अफ़्कार का प्रयोग कर सकते हैं।

♥️ उदाहरण :-

अफ़्कार सैकड़ों हों अगर हो न फ़िक्र-ए-इश्क़
वारस्तगी कहाँ है कहें जी फँसाए बिन

Abhishek Trehan

बदल गई है दुनिया सारी
तुम क्यूँ नहीं बदलते हो
कल भी बहुत रुलाते थे
आज भी कहाँ पिघलते हो

अपनी कितनी शामों का हिस्सा
हमने तेरे बिना गुज़ारा है
रुठने का हक दिया था तुमको
तुमने तो ज़िंदा मारा है

क्या कागज़ के टुकड़ों के खातिर
मुझको तुम परखते हो
शीशे सा नाजुक दिल था मेरा
तुम पत्थर मुझे समझते हो

ख़ुद को बहुत मशरूफ़ किया है
दिल फिर भी बेचारा है
जिसको था पूरी शिद्दत से चाहा
उसी ने पीठ में खंजर मारा है... 
© trehan abhishek





 #yqbaba #yqdidi #कोराकाग़ज़ #yqaestheticthoughts #yqrestzone #manawoawaratha #hindipoetry #hindishayari

Abhishek Trehan

किस चीज़ की तलाश है,किस की नज़र में हूँ
जब से सफ़र शुरू किया तब से मैं सफ़र में हूँ

घूम चुके दर-ब-दर,कभी इस,कभी उस शहर में हूँ
कोई मुक्मल ठिकाना नहीं मिला,मैं फिर से अपने घर में हूँ

न जाने क्यूँ वो नाराज़ है,मैं बीच भंवर में हूँ
कश्ती किनारे डूब गई,मैं फिर से लहर में हूँ

गहरी नींद से जाग के,मैं किसके असर में हूँ
आदत पुरानी छोड़ दी,मैं अब भी ज़हर में हूँ... 
© trehan abhishek








 #तलाश #ज़हर #सफ़र #manawoawaratha #yqaestheticthoughts #yqrestzone #yqdidi #कोराकाग़ज़

Abhishek Trehan

जो मज़ा आए फ़कीरी में,वो मस्ती कहाँ अमीरी में
ये दुनिया मुसाफ़िरखाना है,क्या रक्खा है दौलत और जागीरी में

तेरे पास जो खज़ाना है,वो मिट्टी हो जाना है
आ अब वापस लौट चलें,बचपन की उस गर्म दुपहरी में

हम पेड़ पे बैठे पंछी हैं,एक दिन सबको उड़ जाना है
लाख लगा लो ताले तुम,राज़ दफ़्न हैं सब शाम सिंदूरी में

कुछ यार जोड़, कुछ प्यार लुटा,क्या मिला शराफ़त की बेशऊरी में
वो स्वाद न छप्पन भोग में है,जो है प्यार की पंजीरी में

चाहे सिक्कों की झोली भर ले,सब मिट्टी हो जाना है
थोड़ी जान लगा और नाम बना,क्यूं फंसा है राग और कस्तूरी में

जीवन गणित सा उलझा है,सांसें घटती जाती हैं
लोग लगाते रहते हैं गुणा-भाग,क्या रक्खा है इस आलमगीरी में... 
© trehan abhishek
 #फ़कीरी #manawoawaratha #कोराकाग़ज़ #yqaestheticthoughts #yqrestzone #yqdidi #hindipoetry #hindishayari

Abhishek Trehan

♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1002 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।

read more


ख़्वाबों में रोज़-रोज़ तुम
आया न करो
आ ही गई हो अगर
तो फिर जाया न करो

मासूम दिल है हमारा
दुनियादारी की समझ नहीं
बातों में अपनी गोल-गोल तुम
हमें यूँ उलझाया न करो

तैरने में यूं तो
अब हम हो गए हैं माहिर
फिर भी ख़्यालों में डुबाकर अपने
हमें यूँ तड़पाया न करो... 
© trehan abhishek ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1002 #collabwithकोराकाग़ज़

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊

♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा।

♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।

Abhishek Trehan

♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के। 😊 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें। 💐 ♥️ केवल 2 पंक्ति लिखनी हैं और वो भी प्यार की। ♥️ कृपया स्वरचित एवं मौलिक पंक्तियाँ ही लिखें।

read more
कभी बेचैनी,कभी सुकून देते हो
मेरे किसी गुनाह के हिस्सेदार हो क्या

देखकर तुम्हें दिल क्यूं फिसलता है
तुम बारिश की पहली फुहार हो क्या...  ♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के। 😊

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें। 💐

♥️ केवल 2 पंक्ति लिखनी हैं और वो भी प्यार की।

♥️ कृपया स्वरचित एवं मौलिक पंक्तियाँ ही लिखें।
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile