Find the Best आँधियों_ने_कुछ_कहा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos about
Insprational Qoute
आंधियों ने कुछ कहा ही नही मन की वेदना ने ललकारा हैं, अब ये वक्त हमारा हैं, उठ खड़े हो क्यो आलस्य को अपनाते हो,बदलो रूढ़िग्रस्त सोच को मन को न हराना हैं, नवोद्भिद, नवसृजन इन से ही जग का कल्याण हैं,तभी भविष्य होगा सुनहरा है, जग मनस्वी चेतना को बन हठयोगी, लिखना अब स्वर्णिम अक्षरों का तराना हैं, बुझ जाए जो दीपक हवा के झोंके से हम वो चिराग नही ये अब तुम्हें बताना हैं, जग में हमारी भी हस्ती बसती हैं, ये जागरूक मिशाल बन मशाल जलाना हैं। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-124 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-124 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
read moreनरेश होशियारपुरी
कि जब भी खामोशी हद्द से बढ़ जाएगी। अकड़ सबके होश दूर भगाएगी। क़ुदरती नज़ारों से नज़र हट जाएगी। मैं चुपके से आकर कहर बरपाउंगी। इंसानियत से बिछड़ों को सबक सिखाऊंगी। आंधियों ने कुछ कहा मैं सबको रंग दिखाऊंगी। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-124 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-124 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
read moreनरेश होशियारपुरी
आंधियों ने कुछ कहा। कि जब भी खामोशी हद्द से बढ़ जाएगी। अकड़ सबके होश दूर भगाएगी। क़ुदरती नज़ारों से नज़र हट जाएगी। मैं चुपके से आकर कहर बरपाउंगी। इंसानियत से बिछड़ों को सबक सिखाऊंगी। आंधियों ने कुछ कहा मैं सबको रंग दिखाऊंगी। Thanks for gave me a opportunity for participate 🙏 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-124 में स्वागत करता है..🙏🙏
Thanks for gave me a opportunity for participate 🙏 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-124 में स्वागत करता है..🙏🙏
read morePrerit Modi सफ़र
ज़ुम्बिश दिल की धड़कनों से आँधियों ने कहा एक चराग़ मुहब्बत का जला कर रखो ये मुक़द्दस शम'आ, अक़्सर मेरा रुख़ मोड़ देती हैं एक आरज़ू मुहब्बत की बनाकर रखो ज़ुम्बिश- कंपन मुक़द्दस- पवित्र 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-124 में स्वागत करता है..🙏🙏
ज़ुम्बिश- कंपन मुक़द्दस- पवित्र 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-124 में स्वागत करता है..🙏🙏
read moreDR. SANJU TRIPATHI
जीवन में हर मोड़ पर हमको मुश्किलों ने घेरा हौसलों का लिया इम्तिहान हिम्मत को तोड़ा। आंधियों ने कुछ कहा और रोका हमारा रास्ता। अनसुना करके बढ़ गए, था मंजिल से वास्ता। रुकना नहीं झुकना नहीं था हौले से समझाया। आंधियों ने सुर में सुर मिलाके गीत खुशी का गाया। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-124 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-124 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
read moreAnil Prasad Sinha 'Madhukar'
आँधियों ने कुछ कहा तूफानों से, चलो हम मिलकर ऊधम मचाते हैं, कमजोर दिल वालों के पनाहगाह को, उड़ाकर तार-तार कर जाते हैं। नहीं है ऐसा वीर साहसी जो अडिग खड़ा रहे, आँधियों और तूफानों में, हम दोनों ऐसा बवंडर मचा दें, जो जमीं भी नज़र आए आसमानों में। आँधियों और तूफानों को जरा कह दो, अपनी शक्ति पर जो इतराएगा, ये धरा है भीष्म कर्ण और अर्जुन का, जो तुझे अपनी औकात बताएगा। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-124 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को रचना का सार..📖 के प्रतियोगिता:-124 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।
read more
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited