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LOL
सारी चालें लौट के फिर से आ गयी हैं पियादे पे भुखमरी ज़िन्दा हो गयी राशन मिलने के वादे पे जिसे बे-मतलब कूटते फिरते हो वो कई रोज का भूखा है एक रोटी में ही जायेगा पिघल ना करो शक़ उसके इरादे पे गरीबी का गिरेबाँ पकड़ लिया तुमने कितनी आसानी से ये हुनर दिखाओ तो ज़रा सियासत के किसी शहजादे पे उसकी रूह-ए-शिकस्ता का सबब एक डरावना मर्ज़ है तुम्हारी नज़रें गढ़ी हैं क्यों आखिर उसके फटे लिबादे पे दुनिया में गर इंसानियत ही सबसे बड़ा मजहब है गोलियाँ चलती हैं फिर क्यों अक्सर सीधे-सादे पे.. ©KaushalAlmora #coronaeffects #lockdown #kaushalalmora #yqdidi #रोजकाडोजwithkaushalalmora #life #गरीब #भुखमरी
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read moreDILBAG.J.KHAN { دلباغ.جے.خان }
दुनियां की सबसे ऊंची मूर्ति वाले, देश में गरीबी की एक झलक ©DILBAG J KHAN #भुखमरी
Ankita Yadav
आबादी शब्द का मूल रूप से अर्थ है-- बेरोज़गारी, भ्रष्टाचारी, बेईमानी, भुखमरी ।।। ©पलभर ka shaayar ❤ कहावत है - जितनी चादर लम्बी हो ,उतना ही पैर फैलाना चाहिए।। उसी प्रकार आबादी उतनी ही होना चाहिए जिस में सब का बसर हो सके ।। #आबादी #बेरोजगार #भुखमरी #बेईमानी #भ्रष्टाचारी #connectwithme
कहावत है - जितनी चादर लम्बी हो ,उतना ही पैर फैलाना चाहिए।। उसी प्रकार आबादी उतनी ही होना चाहिए जिस में सब का बसर हो सके ।। #आबादी #बेरोजगार #भुखमरी #बेईमानी #भ्रष्टाचारी #connectwithme
read moreRakesh frnds4ever
#मौते होने की वजह हैं----- #मास्क, #सैनिटाइजर, #लॉकडाउन, ,,#भुखमरी, ,, #बेरोजगारी, ,,गलत #दवाएं, ,गलत /जहरीले #इंजेक्शन, ,,#जहरीली #वैक्सीन, ,,#डॉक्टर्स, ,#पुलिस, #सरकार,,,,#5g ,,#साइंस, #हॉस्पिटल/बूचड़खाना, #खराब #भोजन, , #यूरिया,#खाद #कीटनाशक #जिंक/#जहर,#मार्केट #प्रोडक्ट ,,असल में ये सब #कोरोना से मौत नहीं बल्कि ,,, इन सभी के द्वारा #मर्डर किया जा रहा है, ,,, ,, @एजेंडा २१,#गुलामी मौते होने की वजह हैं----- #मास्क, #सैनिटाइजर, #लॉकडाउन, ,,#भुखमरी, ,, बेरोजगारी, ,,गलत दवाएं, ,गलत /जहरीले इंजेक्शन, ,,जहरीली #वैक्सीन, #डॉक्टर्स, ,#पुलिस, सरकार,,,,#5g ,,साइंस, हॉस्पिटल/बूचड़खाना, खराब भोजन, , यूरिया,खाद कीटनाशक जिंक/जहर, मार्केट प्रोडक्ट ,,
priya
लोगों की जिंदगी हो रही बेहाल है हर हाल जीना दुष्वार हैं ऐसे में कुछ लोगों के लिये मेरे शब्दों का प्रहार हैं इतना कोई कैसे बना निर्दयी और हैवान हैं लोगों को लुट रहे राशन वाले जैसे कर रहे महान काम हैं कैसे न तुम्हें लगता कि ये कर रहे महापाप हैं किसको पता अब की कितनी जिंदगी अब और हैं ऐसे में तुम क्यों कर रहे ऐसा घिनोना जो काम हैं क्या तुम्हें लगता है कि तुम कर रहे उससे होगा सबका कल्याण है? कहते हो जब तुम बड़ी बड़ी बातें की देश की सेवा के लिए हम हरहाल तैयार हैं फिर आज कैसे तुम्हारे इन शब्दों का दिखा ऐसा परिणाम है आज कैसे तुम इतना गिर गये हो सारी इंसानियत को ही भूल गये हो अब जानवरों के बराबर भी तुम कहाँ रह गये हो सरकार अपनी आज मुझे अपँग ,अपाहिच लग रही हैं लूट के दौर में वो साथ के साथ दिखावा अंधेपन का कर रही हैं भाषणों की गड़गड़ाहट से मुँह कैसे फेर गये है ऐसी हालत में खतरे की घण्टी जब बजी देश में हाथ सबने ऊपर कर दिये है कैसे जहाँ देखो बस लूटमारी दिख रही आमजनता शोषण का शिकार कैसे बन रही आज बेरोजगार गरीब इंसान महँगाई में पीस रहा उसका जीवन दो रोटी को तरस रहा कैसे कोई अपनों का इलाज कराये नेता लोग भूखे मर रहे रुपयों के भंडार के लिये उनका काला बाजारी कैसे मन्द हो जाये ये चिंता बस उन्हें सताये भृष्ट आचरण लोगों में पनप रहा हर इंसान आज बदल रहा इंसानो को आज इंसान फिर से लूट रहा जिंदगी तो कुछ पल की कब पलट जाये ये भी वो बस भूल रहा ©lavnya94 #भृष्टआचार#कोरोना#महामारी#बेईमानी#गरीब#परेशानी#जिंदगी#निर्दयी#भुखमरी#महँगाई
SURESH
हिंदुस्तान में धर्म के नाम पर ख़ून सबका खौलता है बात जब #भुखमरी, #बेरोजगारी, #महामारी, #गरीबी की आती है तो सबका ख़ून पानी बन जाता है... #chai
ऋतिक वर्मा
DINESH SHARMA
#RDV19 #भुखमरी #रोटियां #इश्तिहार Pic Credit : Google/Photographer
DINESH SHARMA
अब भुखमरी मिटाने के डिजिटल इश्तिहार छपते है लिंक से डाउनलोड मगर रोटियां नहीं होती ©दिनेश शर्मा 15.09.2019, 07:00 AM #RDV19 #भुखमरी #इश्तिहार
Bambhu Kumar (बम्भू)
1. आइए महसूस करिए ज़िन्दगी के ताप को मैं चमारों की गली तक ले चलूँगा आपको जिस गली में भुखमरी की यातना से ऊब कर मर गई फुलिया बिचारी एक कुएँ में डूब कर है सधी सिर पर बिनौली कंडियों की टोकरी आ रही है सामने से हरखुआ की छोकरी चल रही है छंद के आयाम को देती दिशा मैं इसे कहता हूं सरजूपार की मोनालिसा कैसी यह भयभीत है हिरनी-सी घबराई हुई लग रही जैसे कली बेला की कुम्हलाई हुई कल को यह वाचाल थी पर आज कैसी मौन है जानते हो इसकी ख़ामोशी का कारण कौन है... आइए #महसूस करिए ज़िन्दगी के ताप को मैं चमारों की गली तक ले चलूँगा आपको जिस गली में #भुखमरी की यातना से ऊब कर मर गई #फुलिया बिचारी एक कुएँ में डूब कर है सधी सिर पर बिनौली कंडियों की टोकरी आ रही है सामने से हरखुआ की छोकरी