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Devesh Dixit
सौंदर्य (दोहे) काल्पनिक देखा जो सौंदर्य है, छाने लगा खुमार। जब वो आयी सामने, मानो चढ़ा बुखार।। क्या बखान उसका करूँ, दिखती थी मगरूर। जो सौंदर्य दिखा मुझे, तब जाना अतिक्रूर।। वाणी उसकी थी जहर, नैनों में अंगार। हाथों में नख थे बड़े, करती वो चीत्कार।। उसको पकड़े जो मिले, करती अत्याचार। देखा मैंने जब उसे, ऐसे हुआ फरार।। पीछे पड़ी चुढैल हो, करने मुझ पर वार। भागा-भागा मैं फिरूँ, दिखे नहीं उपचार।। नींद खुली जब भोर में, आया फिर तब होश। सपना था जाना तभी, आया मुझको जोश।। .......................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #सौंदर्य #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry सौंदर्य (दोहे) काल्पनिक देखा जो सौंदर्य है, छाने लगा खुमार। जब वो आयी सामने, मानो चढ़ा बुखार।। क्या बखान उसका करूँ, दिखती थी मगरूर।
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तुझ्या हास्याची मधुरता, तुझ्या डोळ्यांची चमक, मनाला भिडणारी तुझ्या सौंदर्याची गमक तूझ्या चेहऱ्याची चांदणी, तूझ्या आवाजाची सरस, प्रेमाच्या रंगात रंगणारी, सोनेरी फुलांची बरस ©aaj_ki_peshkash तुझ्या हास्याची मधुरता , तुझ्या डोळ्यांची #चमक , मनाला भिडणारी तुझ्या सौंदर्याची गमक तूझ्या चेहऱ्याची #चांदणी, तूझ्या आवाजाची सरस, प्रेमाच्या रंगात रंगणारी, #सोनेरी फुलांची बरस #हास्य #डोळे #मन #सौंदर्य #चेहरा #आवाज #प्रेम
Mukesh Poonia
जिस शरीर से परिश्रम नहीं होता पसीना नहीं निकलता सौंदर्य उस शरीर को छोड़ देता है . ©Mukesh Poonia #achievement जिस #शरीर से #परिश्रम नहीं होता #पसीना नहीं निकलता #सौंदर्य उस #शरीर को छोड़ देता है
अदनासा-
प्रकृति माँ स्वयं के सौंदर्य निर्माण हेतु सुंदर कलाओं का श्रृंगार भी करती है ©अदनासा- #माँ #हिंदी #प्रकृति #सौंदर्य #श्रृंगार #कला #निर्माण #Instagram #Facebook #अदनासा
Devesh Dixit
सौंदर्य (दोहे) सूरत के सौंदर्य को, अधिक न देना मान। चार दिवस का जोश है, फिर है वो शमशान।। सूरत के सौंदर्य में, जो डूबा इंसान। सीरत कोसों दूर है, ये कैसा अरमान।। सीरत जो सौंदर्य है, हिय को कोमल जान। मानवता इससे बढ़े, खुश होते भगवान।। सबको सुन्दर वो लगे, सीरत जिसके पास। जो डूबे सौंदर्य में, सूरत से वो खास।। हटे नहीं अपमान से, नहीं सौंदर्य वो खास। कितनी करे अराधना, नहीं ईश के पास।। सीरत के सौंदर्य को, तुम दे दो सम्मान। उसका जग में मान है, उसकी ही पहचान। .......................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #सौंदर्य #nojotohindi सौंदर्य (दोहे) सूरत के सौंदर्य को, अधिक न देना मान। चार दिवस का जोश है, फिर है वो शमशान।। सूरत के सौंदर्य में, जो डूबा इंसान।
#सौंदर्य #nojotohindi सौंदर्य (दोहे) सूरत के सौंदर्य को, अधिक न देना मान। चार दिवस का जोश है, फिर है वो शमशान।। सूरत के सौंदर्य में, जो डूबा इंसान।
read moreAzaad Pooran Singh Rajawat
"सौंदर्य पर, हर नज़र ठहर जाती है गर सौंदर्य हो अद्वितीय तो हर नज़र उसे एकटक देखना चाहती है ईश्वर ने मोर को अद्वितीय सुंदरता बख्शी है क्रमशः ©Azaad Pooran Singh Rajawat #सौंदर्य पर नज़र ठहर जाती है#
#सौंदर्य पर नज़र ठहर जाती है#
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"शौहर को सुकून भरी नींद सुलाना है ए हंसी, मदिरा अधरों की पिलाकर दोस्तों को भी गले लगाना है ए हंसी, दिल से दिल लगा कर हम जानते हैं,इश्क ए महफ़िल वालों सौंदर्य किसी एक की अमानत नहीं होता, सौंदर्य किसी एक की अमानतनहीं होता।" ©Azaad Pooran Singh Rajawat #shraddha #सौंदर्य किसी एक की अमानत नहीं होता#
Dr. Vishal Singh Vatslya
ना गिला, ना शिकवा किया किसी से बस अपना धर्म निभाया था... विश्व मंच पर खड़े होकर भारत का परचम फहराया था... ज्ञान वैराग्य को अपना कर आत्मा परमात्मा को एकाकार करता था... सत्य, न्याय, सौन्दर्य का ज्ञान उसे हर पल कसौटी पर खुद को कसता था... आओ मिल नमन करें उसे जो परम आनंद में रहता है... परम ज्ञानी होकर भी अज्ञानी हूं स्वयं को "विवेकानंद" कहता है... #विवेकानंद #सत्य #न्याय #सौंदर्य #ज्ञान #अज्ञान #yourquotedidi #yourquotebaba
Poetry with Avdhesh Kanojia
वर्षा का महत्व - - - - - - - - - - वे बौछारें बारिश की आईं रिमझिम शीतलता हैं लाईं। प्यासी धरा की प्यास मिटाने बन अमृत की बून्दे आईं।। कृष्ण मेघ छाए नभ ऐसे माँ प्रकृति के केश हों जैसे। शंखनाद सम मेघ का गर्जन स्वागत हरियाली का जैसे।। प्रसन्न दिख रहे हैं सब प्रानी बोल रहे सब कर्णप्रिय वानी। मोर का नृत्य देख कर नभ भी लिख रहा है मधुर कहानी।। मुदित हो रहे कृषक सभी हैं सुखद भविष्य सोचते अभी हैं। होती उपज है जब भरपूर खाते सब नागरिक तभी हैं।। वर्षा से पर्यावरण खिलता मन में हर्ष अपार है घुलता। करते रहते प्रतीक्षा जिसकी प्रकृति को नवप्राण वो मिलता।। #nature #poetry #प्राकृतिक #सौंदर्य
#Nature poetry #प्राकृतिक #सौंदर्य
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