Find the Best सरिता Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutसरिता शब्द का विलोम क्या है, 'आजाद और सरिता का ठेठ नागपुरी गीत', 'आजाद और सरिता का ठेठ नागपुरी गाना', 'आजाद और सरिता का ठेठ नागपुरी', 'आजाद और सरिता का डमकच',
दिनेश कुशभुवनपुरी
गीतिका: निर्झरणी धारा कहे नदी से बहते जाना है। पड़ा राह में पत्थर एक दिवाना है॥ आँख मूँदकर सरिता बहती राहों से। चाह यही बस मंजिल अब तो पाना है॥ वन उपवन पर्वत कितने अवरोध मिले। मात्र समंदर उसका मगर ठिकाना है॥ कल-कल करती राग सुनाती यही कहे। सागर में मिलकर अस्तित्व मिटाना है॥ जहाँ जहाँ से गुजरी भू की उपजाऊ। यही पाठ मानवता को पढ़वाना है॥ नगरी-नगरी द्वारे-द्वारे जिधर बही। वहीं मिला जीवन का ताना-बाना है॥ आओ मिलकर करें एक संकल्प सभी। निर्झरणी का झर-झर हमें बचाना है॥ ©दिनेश कुशभुवनपुरी #गीतिका #नदी #सरिता #निर्झरणी #सागर
Sarita Shreyasi
जल हो तुम जीवन हो, सबका तुमसे पोषण हो, बहो तुम सुदूर तक, हर ओर अभिनंदन हो। सान्निध्य हो तुम्हारा, मन शीतल सुगंधित चंदन हो, स्मृति चेतना तुम्हारी, निर्मल हो,धवल हो। गिरिवर से उतर आओ, सबकी जड़ो में समाओ, सबकी गति-उन्नति में, तुम्हीं तो स्पंदण हो। सागर की हो समृद्धि, बादल की निधि हो, विस्तार हिम-शिखर का हो, पुलकित प्रेम प्रखर हो। जल हो तुम जीवन हो, सबका तुमसे पोषण हो, बहो तुम सुदूर तक, हर ओर अभिनंदन हो। सान्निध्य हो तुम्हारा, मन शीतल सुगंधित चंदन हो, स्मृति चेतना तुम्हारी, निर्मल हो,धवल हो।
जल हो तुम जीवन हो, सबका तुमसे पोषण हो, बहो तुम सुदूर तक, हर ओर अभिनंदन हो। सान्निध्य हो तुम्हारा, मन शीतल सुगंधित चंदन हो, स्मृति चेतना तुम्हारी, निर्मल हो,धवल हो।
read moreVijay Tyagi
चित्त में बहे जो ये शब्द सरिता, वही कविता "हाइकु" कविता लिखने से पहले अनुभवों का मन मंथन अवश्य होता है. #yqhindi #शब्द #कविता #सरिता #YourQuoteAndMine Collaborating with Anuup Kamal Agrawal Collaborating with Roli Abhilasha Collaborating with Uma Manya
कविता लिखने से पहले अनुभवों का मन मंथन अवश्य होता है. #yqhindi #शब्द #कविता #सरिता #YourQuoteAndMine Collaborating with Anuup Kamal Agrawal Collaborating with Roli Abhilasha Collaborating with Uma Manya
read moreyogesh atmaram ambawale
माझ्या कवितेतील प्रत्येक शब्द, म्हणजे अप्रत्यक्ष प्रेमाची साक्ष. #कविता #सरिता #yqtaai #collab #love #मराठी_quote #मराठीलेखणी #YourQuoteAndMine Collaborating with सचिन गोविलकर Collaborating with Amita Paithankar
#कविता #सरिता #yqtaai #Collab love #मराठी_quote #मराठीलेखणी #YourQuoteAndMine Collaborating with सचिन गोविलकर Collaborating with Amita Paithankar
read moreAlok Vishwakarma "आर्ष"
वाणी मौन स्याही संग आँसू कागज़ पर कविता बन रही । ज्ञानी कौन हम तुम जिज्ञासु सरवर तर सरिता सन रही ।। #सागर #सरिता #eternal #love #yqdidi #कविता #प्रेम #yqhindi
खामोशी और दस्तक
एक तुकांत कविता बहती हैं जैसे कोई सरिता शब्दों का जल निर्बाध बहे समाहित इसमें मनोभाव रहें dilserearchu #seaside #nojotohindi #nojoto#कविता#सरिता
#seaside #nojotohindi nojoto#कविता#सरिता
read moreDINESH SHARMA
#नाभि #मेहबूब #सरिता #झूठ #परिंदा #भूतार
Ritika Pandey
तुम और कविता दोनों मेरे जिन्दगी में बहती हुई संगम की सरिता, अपने हर कविता से अपने प्रेम की भाव-भंगिमा को मैं दर्शाती हूँ, तेरे संगम जैसे निश्चछल प्रेम की सरिता में मै धाराओं की तरह बहती जाती हूँ, मैं अपने हर कविता में तुम्हारी ही जिक्र किया करती हूँ, पर सच तो यह है कि मैं वो प्रेयसी हूँ जो हृदय से अपने प्रियतम की फिक्र किया करती हूँ, मैं,तुम और कविता की कुछ ऐसी ही दास्ताँ है, जिसका ना कोई जमीं है ना कोई आसमां है।। #TumAurKavita
Roopanjali singh parmar
मायका और ससुराल (एक नज़रिया) (कृप्या अनुशीर्षक में पढ़ें) रीना की शादी को चार साल हो गए थे, उसका एक बेटा भी था अभय, जो एक साल का था। पति हर्ष और सास करुणा उसे बहुत प्यार करते थे, और ससुर महेंद्र सिंह भी कभी उसके साथ ससुर की तरह पेश नहीं आये थे। रीना की एक नन्द भी थी 'दिव्या'। उनके बीच सहेलियों जैसा रिश्ता था। दिव्या यूँ तो रीना से बड़ी थी मगर उस पर ना हुकुम चलाती और ना कभी किसी बात पर रोक-टोक करती। दिव्या की शादी उसके भाई हर्ष की शादी के दो साल पहले ही हुई थी। परिवार में हँसी ख़ुशी का माहौल बना रहता था। एक दिन सास करुणा, पड़ोसन सरिता के साथ अपने बरामदे म
रीना की शादी को चार साल हो गए थे, उसका एक बेटा भी था अभय, जो एक साल का था। पति हर्ष और सास करुणा उसे बहुत प्यार करते थे, और ससुर महेंद्र सिंह भी कभी उसके साथ ससुर की तरह पेश नहीं आये थे। रीना की एक नन्द भी थी 'दिव्या'। उनके बीच सहेलियों जैसा रिश्ता था। दिव्या यूँ तो रीना से बड़ी थी मगर उस पर ना हुकुम चलाती और ना कभी किसी बात पर रोक-टोक करती। दिव्या की शादी उसके भाई हर्ष की शादी के दो साल पहले ही हुई थी। परिवार में हँसी ख़ुशी का माहौल बना रहता था। एक दिन सास करुणा, पड़ोसन सरिता के साथ अपने बरामदे म
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