Find the Best मुकाम Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutमुकाम वो चाहिए की जिस दिन भी हारु, मुकाम meaning in hindi, इश्क़ के सात मुकाम, मुकाम का मतलब, मुकाम का अर्थ,
Dev Rishi
एहसासों का मुकाम कुछ ख़ास नहीं तेरे जज्बातों का कोई मान्य नहीं साक्ष्य बस इतना देने होते हैं उन्हें जितना गिर सकते हैं ये भी काफी नहीं.... ©Dev Rishi #मुकाम
વિસામો (હિમાંશુ વઘારીયા)
#जीवनडायरी कब्र सा सुकून मुजे जीते जी चाहिए, वरना मरने जे बाद सुकून कहां। ©વિસામો (હિમાંશુ વઘારીયા) #आखरी #मुकाम #जीवनडायरी #विसामो
#आखरी #मुकाम #जीवनडायरी #विसामो
read moreShubham Bhardwaj
क्या खूबसूरत मुकाम बनाया है इश्क़ में। मोहब्बत को सुबह शाम बनाया है इश्क़ में।। ©Shubham Bhardwaj #viratanushka #क्या #खूबसूरत #मुकाम #बनाया #है #इश्क #में
Abhishek Singh
यूं ज़िंदगी से परेशान इंसान यहां , अकेलेपन से परेशान इंसान यहां, हर खेल का अंत पता है फिर भी उस खेल को खेलता इंसान यहां , जीत की मुकाम के लिए इंसान परेशान यहां, और उस मुकाम को पा लेने के बाद भी इंसान परेशान यहां।। ©Abhishek Singh #paani #जीत #मुकाम #nojoto #जिंदगी
poetry with ansha
जो गलत रास्ता इख्तियार करते है जाते तो हैं वो बहुत ऊंचे मुकाम पर। मगर जब हिसाब होता है खुदा की अदालत में।। फिर वो कही के नहीं रहते।। ©creative ansha #मुकाम #Shayari #gajal
Pràteek Siñgh
पहले सोचा रहने देते हैं, फिर सोचा आखिर किसके लिए? बेशक!प्यार एक शख्स से ही होता है, पर बेगैरत लोग सिर्फ बुरा वक्त थे। ©Pràteek Siñgh #alone #ख़ुद की #बेहतरी के #ख्याल से #संवरती है, #जिन्दगी आगाज़ से #चलकर ही #मुकाम तक #पहुंचती है।
Rabindra Kumar Ram
" एक सफर पे चले हैं जैसे कोई कारवां हो , जाने कब - कहां - कैसे तेरी तलाश खत्म हो , कुछ अधुरी कुछ अनसुलझी सी पहलू है कब से , यूं मिल तु की हर मुकाम कहीं ना कहीं मुकम्मल हो ." --- रबिन्द्र राम " एक सफर पे चले हैं जैसे कोई कारवां हो , जाने कब - कहां - कैसे तेरी तलाश खत्म हो , कुछ अधुरी कुछ अनसुलझी सी पहलू है कब से , यूं मिल तु की हर मुकाम कहीं ना कहीं मुकम्मल हो ." --- रबिन्द्र राम #सफर #कारवां #तलाश #अनसुलझी #पहलू #मुकाम #मुकम्मल
Rabindra Kumar Ram
" क्या बताऊं क्या हाल अब है मेरा , अब ये कौन सा मुकाम है मेरा , कुछ उलझा कुछ सुलझा भी हूं मैं , अब क्या बताऊं ये कौन सा मुकाम है मेरा ." --- रबिन्द्र राम Pic : self " क्या बताऊं क्या हाल अब है मेरा , अब ये कौन सा मुकाम है मेरा , कुछ उलझा कुछ सुलझा भी हूं मैं , अब क्या बताऊं ये कौन सा मुकाम है मेरा ." --- रबिन्द्र राम
Pic : self " क्या बताऊं क्या हाल अब है मेरा , अब ये कौन सा मुकाम है मेरा , कुछ उलझा कुछ सुलझा भी हूं मैं , अब क्या बताऊं ये कौन सा मुकाम है मेरा ." --- रबिन्द्र राम
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