Find the Best काहे Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutकाहे को दुनिया बनाई, काहे को बुलाया, देहली तो ले काहे, काहे प्यार बनाया राम, बताई हम काहे जान,
Nawed Ali
हमारी नज़र में ,दाएं-बाएं ना किया करो हमसे सवाल किया करो,काहे काहे न किया करो। #काहे-काहे न करे
#काहे-काहे न करे
read moreManjul
जिंदगी में काहे का रोना, चले आओ मेरे पास, हम तुम्हे पिलाएंगे "कोरोना" ©Manjul Sarkar #काहे #रोना #Chle #आओ #कोरोना #हिंदी #हिंदीनोजोटो #हिंदी_शायरी #Nojoto #Nojoto2liner
#काहे #रोना #Chle #आओ #कोरोना #हिंदी #हिंदीनोजोटो #हिंदी_शायरी #Nojoto2liner
read moreReena Patel
सुनो ना... जब भी मेरी... नजरें_ तलाशती हैं जिसको वो प्यारा_सा_ ख्वाब हो तुम......!! मिलती हैं मुझसे दुनिया_सारी ना_मिलकर भी लाजवाब हो तुम....!! तुम्हारे संग मेरा रिश्ता मानो कुछ अनमोल सा हे...!! @_kuchbaateindilki_ ©Reena Patel #सुनो ना..💞#तेरामेरा साथ #जन्मों #जन्मांतर #काहे #♥️ #Nojoto #Reenapatel #kuchbaateindilki💕💕
#सुनो ना..💞तेरामेरा साथ #जन्मों #जन्मांतर #काहे #♥️ #Reenapatel kuchbaateindilki💕💕
read moreShivam Verma
तुम्हें जो मुझसे इश्क़ है, वो असर काहे का नही हु मैं तो तुम्हे कसर काहे का।। राहु यहाँ या नही तुम्हे खबर काहे का।।। #खबर #काहे #का।।।
Navneet Nirmal
हमसे काहे पूछ रहे ये रोग काहे पाला है हमहि तुमका बोल रहे हमरा प्यार बहुत निराला है काहे हमसे लड़त झगडत हो दुनिया वालो हम पगला गए है इ पागल अब चुप रहने वाला है नवनीत निर्मल #पागलपन कोशिश पूरी कविता करने की
#पागलपन कोशिश पूरी कविता करने की
read moreMohit kumar Evil
Happy Janmashtami हे कृष्णा मन काहे विचलित हो उठा,एसे मचलकर जैसे आया हो पथरीले पथ पे चलकर काहे मन की कसर को इसने जाहिर किया मुझे भी पता है मैंने भही ये जीवन कई बार है जिया..... मन की ईचछा या तन की शियाही खुसबू इसकी मन पर आई....
Sonu Kumar Yadav
प्रेम की ज्योति कोई पानं को प्रेम कहत है , कोई चहं चाहन को प्रेम कहत हैं, कोई पूजन को प्रेम कहत हैं| कहुँ प्रेम के मूरत मूर्त को पूजत हैं, कहुँ आस्था में प्रेम ढूढ़त हैं, कहुँ निराशा को प्रेम से जोरत हैं| फेर काहे प्रेम की निन्दा होवत हैं, फेर काहे प्रेम को गाली मिकत हैं| ...कवि सोनू प्रेम की ज्योति
प्रेम की ज्योति
read moreSonu Kumar Yadav
प्रेम की जोति कोई पानं को प्रेम कहत है , कोई चाहन को प्रेम कहत हैं, कोई पुजन को प्रेम मंत हैं| कहुँ प्रेम के मूर्त पूजत हैं, कहुँ आस्था आस्था में प्रेम ढ़ूंढ़त हैं, कहुँ निराशा को प्रेम से जोरत हैं| फेर काहे प्रेम की निंदा होवत हैं, फेर काहे प्रेम को गाली मिलत हैं| .....कवि सोनू प्रेम की ज्योति
प्रेम की ज्योति
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