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Best जग Shayari, Status, Quotes, Stories

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dimple

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मैं  भी  मिट्टी,  तू  भी  मिट्टी l
चलता फिरता जग सारा मिट्टी ll

मिट्टी  से  बने,  मिट्टी  में  पले,
इक दिन फिर हो जाएंगे मिट्टी l

जग का पेट भरने की खातिर,
बीज को चाहिए पानी मिट्टी l

नारियल के खोल में जैसे गिरि,
आत्मा है कंचन, शरीर मिट्टी l

कंक्रीट, एसी से तपते घरों को,
शीतलता देगी फिर से मिट्टी l

सांसों का खेल है सारा,
सांसें बंद, शरीर मिट्टी l

चाहे उड़ो सातवें आसमान पर,
याद रखो होना है इक रोज़ मिट्टी l

जीते जी बन जाओ सोना,
मर कर फिर होना है मिट्टी l

भागते भागते थक जाऊंगा जब,
गोद में अपनी सुला लेगी मिट्टी ll
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September 2024

©Dimple Kumar #मिट्टी #जग #दुनिया #सोना #उड़ान #प्यार #आसमान #भाग #थक  शायरी हिंदी में दोस्ती शायरी शायरी हिंदी में शायरी दर्द लव शायरी

deepmala kumari

Shilpa Yadav

Shilpa Yadav

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INDRAJEET KUMAR,

@thewriterVDS

@thewriterVDS

कवि मनोज कुमार मंजू

जग के कष्ट हरो हर लो
प्राणी के मन की हर माया
दुख की धूप मिटे कर दो
हर घर में सुख की तुम छाया

©कवि मनोज कुमार मंजू #जग 
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#माया 
#दुःख 
#धूप 
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#मँजू

Shubham Bhardwaj

Shashi Bhushan Mishra

#जग जाते हैं#

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ख़ुद ही ख़ुद को समझाते हैं, 
थक  जाते  फिर सो जाते हैं,

वक़्त कहाँ रुकता है फिर भी,
मिला   उसीके   हो  जाते   हैं, 

कट जाता है जीवन सबका, 
बदक़िस्मत  ही रुक जाते हैं,

नई सुबह  आती है  हर  दिन, 
ख़ुश-क़िस्मत जो जग जाते हैं,

चरैवेति   का   मंत्र   साधकर,
पर्वत   ऊपर   चढ़   जाते  हैं, 

दरिया   कैसे    पार    करेंगे?
साहिल  तक  ना  जा पाते हैं, 

अवसर उनको मिलता 'गुंजन',
जो  धीरज  रख  बढ़  जाते हैं, 
   --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
      चेन्नई तमिलनाडु

©Shashi Bhushan Mishra #जग जाते हैं#
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