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Rakesh frnds4ever
White अनगिनत ,,,,असंख्य ,,,,,,असीमित ,,,,,, बढ़ती विषैले जीवों (मनुष्य) की तादाद में अपने अस्तित्व का होना अखरता है मुझे कि लाखों करोड़ों में से मैं ही क्रूरता के लोक में, अत्याचारों के माहौल में, घुटन के घर में, कृंदन के कमरे में, कुंठा और द्वंद की संग्राम रूपी सैया पर ना जाने कितनी सदियों से संघर्षरत नरकीय जीवन का भोगी बना हुआ हूं,,, ©Rakesh frnds4ever अनगिनत #असंख्य #असीमित बढ़ती विषैलेजीवों ( #मनुष्य ) की तादाद में अपने अस्तित्व का होना अखरता है मुझे कि लाखों करोड़ों में से मैं ही #क्रूरताकेलोक में, अत्याचारों के माहौल में, #घुटन के घर में, कृंदन के कमरे में, #कुंठा और #द्वंद्व की संग्राम रूपी सैया पर ना जाने कितनी सदियों से संघर्षरत नरकीय #जीवन का भोगी बना हुआ हूं,,, #rakeshyadav @rky @rkyfrnds4ever @nojotohindi @nojoto #WORLD_POPULATION_DAY गोल्डन कोट्स इन हिंदी लाइफ कोट्स 'हिंदी कोट्स' कोट्स मोटिवेशनल कोट्स
अनगिनत #असंख्य #असीमित बढ़ती विषैलेजीवों ( #मनुष्य ) की तादाद में अपने अस्तित्व का होना अखरता है मुझे कि लाखों करोड़ों में से मैं ही #क्रूरताकेलोक में, अत्याचारों के माहौल में, #घुटन के घर में, कृंदन के कमरे में, #कुंठा और #द्वंद्व की संग्राम रूपी सैया पर ना जाने कितनी सदियों से संघर्षरत नरकीय #जीवन का भोगी बना हुआ हूं,,, #rakeshyadav @rky @rkyfrnds4ever @nojotohindi @nojoto #WORLD_POPULATION_DAY गोल्डन कोट्स इन हिंदी लाइफ कोट्स 'हिंदी कोट्स' कोट्स मोटिवेशनल कोट्स
read moreAmit Singhal "Aseemit"
असंख्य तारों से भले ही सजी हो रजनी, अकेले चांद के दीदार के बाद ही। करवाचौथ का अपना व्रत खोले सजनी, सुहाग के त्योहार की विधि है यही। ©Amit Singhal "Aseemit" #असंख्य #तारों #से #भले #ही
आयुष पंचोली
"दशावतार" जब जब धर्म की होंने लगती हैं हानि, धरती पर बढने लगते हैं, अधर्मी मनुष्य और अभिमानी । रोती हैं जब यह धरती माता खून के आँसू, गोओ का रूदन जब चित्कार मचाता हैं। तब हरने को पीड़ा इनकी, काल उतर कर युग परिवर्तन करने आता हैं। तब तब अवतरित होकर निराकार का परम अंश, धरकर कितने ही विविध रूप अपनी सर्वोच्च सत्ता की महानता का एहसास सबको कराता हैं।
जब जब धर्म की होंने लगती हैं हानि, धरती पर बढने लगते हैं, अधर्मी मनुष्य और अभिमानी । रोती हैं जब यह धरती माता खून के आँसू, गोओ का रूदन जब चित्कार मचाता हैं। तब हरने को पीड़ा इनकी, काल उतर कर युग परिवर्तन करने आता हैं। तब तब अवतरित होकर निराकार का परम अंश, धरकर कितने ही विविध रूप अपनी सर्वोच्च सत्ता की महानता का एहसास सबको कराता हैं। #kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan #ayuspiritual #dashavtaar
read moreअश्लेष माडे (प्रीत कवी )
बा प मा णू स ! 🔥 -माझं युद्ध न मला कधी जिंकायचंय न मला कधी हारायचंय! मला फक्त न फक्त ते लढायचंयं असा स्वतःशी निर्धार करत.. विचार, लेखणी, वक्तृत्व, कला अन् बाहू सोबतं बुद्धीचं सामर्थ्य. अश्या प्रकारची हत्यारं आपल्या सोबत घेऊन स्वतःला सामाजिक चळवळीसाठी झोकून देण्याचा विडा उचलणारा एक दिपस्तंभ अश्र्लेष माडे...🙌❤️ -सोशल मीडियाच्या दुनियेत नशिबानं मिळालेलं एक असामान्य व्यक्तिमत्व : म्हणजेच बापमाणूस! होय बापमाणूसचं कारण त्याच्या लिखाणाची धार अन् त्याच्या वैखरीतुन निघणाऱ्या शब्दांची आग जर याची देही अन् याची डोळा तुम्हाला जाणवली. जर तुम्हांला त्या शब्दांचा साक्षात्कार झाला तर तुम्ही सुद्धा त्याला बापमाणूसचं म्हणाल ह्यात काही वाद नाही!💯 -माउलीभक्त म्हणा! शिवभक्त म्हणा! मावळा म्हणा ! व्याख्याता म्हणा प्रत्येक क्षेत्रांत आपला अभ्यास, आपल्या जवळील ज्ञान, आपले अनुभव आपलं कौशल्य पणाला लावून आमच्या सारख्या रसिकांना, श्रोत्यांना, वाचकांना कसं भरभरून देता येईल यासाठी जन्माला आलेली काही माणसं असतात त्यापैकीचं हा एक!🙌 -ह्या एका वैचारिक वादळी पर्वाची सुरुवातचं जर अशी झाली आहे तर इथून पुढं उभ्या आयुष्यात असंख्य जाणत्या तरुणाईच्या अन् इतिहासाच्या काळजावर तुझा प्रत्येक शब्द न् शब्द कोरला जाईल यात तिळमात्र शंकां नाही! "आमच्यासारख्या भरकटलेल्या तरुणाईला जागेवर आणण्यासाठी तुझ्यासारख्या सशक्त विचारांची अन् कृतीची गरज आहे त्यामुळे तुझ्यासारख्या असामान्य व्यक्तिमत्वाला दीर्घायुष्य लाभावं हिच प्रार्थना! - अश्या असंख्य तरुणाईच्या प्रेरणास्थानाला, विचारांच्या दिपस्तंभाला, बंधुतुल्य व्यक्तिमत्वाला तुझ्या सर्व ईच्छा आकांक्षा पूर्ण होवोत हिच मनापासून सदिच्छा! नुसताप्रेम❤ मी✍🏻ऐश्वर्या छान लिखाण आहे खूप
छान लिखाण आहे खूप #Quote
read moreके_मीनू_तोष
अजन्मी कविताएँ असंख्य कविताएँ मेरे भीतर कहीं गहराई में छिपी हैं मानो ब्रह्मांड में छिपे असंख्य सूर्य नहीं खोज पाए अब तक जिन्हें हम कोटि कोटि प्रयत्न रोज़ विफल हुए हैं रहे हैं वंचित इनके प्रकाश से जाने कितनी दिव्यता लिए हुए हैं ये सभी मिल जाएं गर तो क्या से क्या हो जाएं हम कितनी ऊर्जा होगी उनमे या होगी सौम्यता रखते होंगे सामर्थ्य सब भस्म कर देने का या सब बिखरा हुआ सहेज लेने का कितनी ही नव कोपलें खिल उठेंगी इनके उदय से अथवा मुरझा जायेंगे खिले हुए पुष्प संझा में करे कोई खोज तो मिले भी उस अतुलित ब्रह्मांड में अथाह सागर की गहराई में सोई हुई हैं मेरी ये समस्त नन्हीं पारियों सी कविताएँ कोटि कोटि मोती छिपे हो सागर के गर्भ में जैसे शीतल शांत हृदय को असीम ठंडक देने वाली कंठहार बन सौन्दर्य का सृजन करती हुई सी प्रेम गीत गाती किसी जलपरी जैसे ममता का बिछौना बिछाए मीठी लोरिया गुनगुनाती सी उतरे कोई सागर के तल तक गोता लगता तो मिले भी ये अनमोल मोती ©के मीनू तोष (२४ अप्रैल २०१९) अजन्मी कविताएँ असंख्य कविताएँ मेरे भीतर कहीं गहराई में छिपी हैं मानो ब्रह्मांड में छिपे असंख्य सूर्य नहीं खोज पाए अब तक जिन्हें हम कोटि कोटि प्रयत्न रोज़ विफल हुए हैं रहे हैं वंचित इनके प्रकाश से जाने कितनी दिव्यता लिए हुए हैं ये सभी
अजन्मी कविताएँ असंख्य कविताएँ मेरे भीतर कहीं गहराई में छिपी हैं मानो ब्रह्मांड में छिपे असंख्य सूर्य नहीं खोज पाए अब तक जिन्हें हम कोटि कोटि प्रयत्न रोज़ विफल हुए हैं रहे हैं वंचित इनके प्रकाश से जाने कितनी दिव्यता लिए हुए हैं ये सभी #nojotohindi
read moreBabu Lal
Nice line....... 🌪🌪एक मिट्टी की मूर्तियां बनाने वाला (कुम्हार) ईश्वर से कहता है....._ ⚘_"हे प्रभु तू भी एक कलाकार है और मैं भी एक कलाकार हूँ,_ ⚘_तूने मुझ जैसे असंख्य पुतले बनाकर इस धरती पर भेजे हैं,_ ⚘_और मैंने तेरे असंख्य पुतले बना कर इस घरती पर बेचे हैं।_ ⚘_पर ईश्वर उस समय बड़ी शर्म आती है, जब तेरे बनाये हुए पुतले आपस में लड़ते हैं_, ⚘_और मेरे बनाये हुए पुतलों के सामने लोग शीश झुकाते हैं"_.. 🙏🙏 ध्यान से पढ़े कितना बड़ा सच है. 🌺🌺🌺 सुप्रभात 🌺🌺🌺 Follow more such stories by Babu Lal https://nojoto.com
Nice line....... 🌪🌪एक मिट्टी की मूर्तियां बनाने वाला (कुम्हार) ईश्वर से कहता है....._ ⚘_"हे प्रभु तू भी एक कलाकार है और मैं भी एक कलाकार हूँ,_ ⚘_तूने मुझ जैसे असंख्य पुतले बनाकर इस धरती पर भेजे हैं,_ ⚘_और मैंने तेरे असंख्य पुतले बना कर इस घरती पर बेचे हैं।_ ⚘_पर ईश्वर उस समय बड़ी शर्म आती है, जब तेरे बनाये हुए पुतले आपस में लड़ते हैं_, ⚘_और मेरे बनाये हुए पुतलों के सामने लोग शीश झुकाते हैं"_.. 🙏🙏 ध्यान से पढ़े कितना बड़ा सच है. 🌺🌺🌺 सुप्रभात 🌺🌺🌺 Follow more such stories by Babu Lal https://nojoto.com
read moreBabu Lal
*Nice line.......* *🌪🌪एक मिट्टी की मूर्तियां बनाने वाला (कुम्हार) ईश्वर से कहता है....._* *⚘_"हे प्रभु तू भी एक कलाकार है और मैं भी एक कलाकार हूँ,_* *⚘_तूने मुझ जैसे असंख्य पुतले बनाकर इस धरती पर भेजे हैं,_* *⚘_और मैंने तेरे असंख्य पुतले बना कर इस घरती पर बेचे हैं।_* *⚘_पर ईश्वर उस समय बड़ी शर्म आती है, जब तेरे बनाये हुए पुतले आपस में लड़ते हैं_,* *⚘_और मेरे बनाये हुए पुतलों के सामने लोग शीश झुकाते हैं"_..* 🙏🙏
*Nice line.......* *🌪🌪एक मिट्टी की मूर्तियां बनाने वाला (कुम्हार) ईश्वर से कहता है....._* *⚘_"हे प्रभु तू भी एक कलाकार है और मैं भी एक कलाकार हूँ,_* *⚘_तूने मुझ जैसे असंख्य पुतले बनाकर इस धरती पर भेजे हैं,_* *⚘_और मैंने तेरे असंख्य पुतले बना कर इस घरती पर बेचे हैं।_* *⚘_पर ईश्वर उस समय बड़ी शर्म आती है, जब तेरे बनाये हुए पुतले आपस में लड़ते हैं_,* *⚘_और मेरे बनाये हुए पुतलों के सामने लोग शीश झुकाते हैं"_..* 🙏🙏
read moreTOLCNR_Keep_Smile
तारे असंख्य हैं तारे असंख्य हैं हम फिर भी देखो किसी एक की रोशनी से दुनियां जगमगाती 🌟 🌟 रोशनी से तात्पर्य सूरज एवं गुणी व्यक्तियों से... #star
🌟 🌟 रोशनी से तात्पर्य सूरज एवं गुणी व्यक्तियों से... #Star
read moreAwadhesh Kumar Rai
अब ना कोई कृष्ण चौसर में लाज बचाने आऐगा। लुटती रहेंगी असंख्य द्रोपदी कोई ताज बचाने आऐगा। भारत में हर रोज़ कितनी घुटती रही है, देवियां। चिर हरण से हर रोज़ आहत कौन लाज बचाने आऐगा। बिसरी द्वापर बिसरी त्रेता आंखों में लाज बसाने आऐगा। हर तरफ चांडाल चौकड़ी दुशासन से चिर छुड़ाने आऐगा। बंधक बने सब पांडव बैंठे इस देश के पुरुष । इस देश के असंख्य द्रोपदी के लाज बचाने आऐगा। अवधेश कुमार राय."अवध" चीर हरण #Nojoto #Nojotohindi #चिरहरण #कृष्ण #महिला #Pencil #Paper
Neha Mittal
👏एक मिट्टी की मूर्तियां बनाने वाला कलाकार ईश्वर से कहता है..... "हे प्रभु तू भी एक कलाकार है और मैं भी एक कलाकार हूँ, तूने मुझ जैसे असंख्य पुतले बनाकर इस धरती पर भेजे हैं, और मैंने तेरे असंख्य पुतले बना कर इस घरती पर बेचे हैं। पर ईश्वर उस समय बड़ी शर्म आती है, जब तेरे बनाये हुए पुतले आपस में लड़ते हैं, और मेरे बनाये हुए पुतलों के सामने लोग शीश झुकाते हैं"... #Poetry
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