Find the Best सता Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutसताईसा क्या होता है, याद सताती है ओ मां, याद सताती है मां, तुम्हारी याद सताती है, याद सताती है पास बुलाती है,
Taniya
माना कि वक़्त #सता रहा है, पर कैसे चलना हैं, वो भी तो बता रहा है। @@@ ©Taniya #seaside # waqt#
#seaside # waqt#
read moreKrishna Soni
मेरी परछाई मुझे मेरी परछाई मुझे क्यो सता रही है , मौत भी जो तूने क़बूल करी तो क्यो पीछे हट रही है...... , जिंदगी भर जो तू साथ चली ....तेरा शुक्रिया पर अब क्यो मुझे सता रही है ???? #मेरी जिंदगी मुझे #फॉलो करें
निर्भय चौहान
क्या बात है जिन्दगी मुस्कुरा रही हो / कुछ तो है ,जो छुपा रही हो / मुझे अपने हालात पे तरस नही आता / तूम सुधरने के हुनर बता रही हो // जरुर किसी गम से दोस्ती हो गई होगी/ मुझे खुशिया दे कर आजमा रही हो // अजी सुनो तो क्यों बुरा मानती हो / यहीं रहना है तो कहाँ जा रही हो// मुझको मालूम है तुमसे वफ़ा का सिला / चलो सता लो जैसे सता रही हो // #IITkavyanjali #VOW #kavita #nojotohindi
#iitkavyanjali #Vow #kavita #nojotohindi
read moreनिर्भय चौहान
क्या बात है जिन्दगी मुस्कुरा रही हो / कुछ तो है ,जो छुपा रही हो / मुझे अपने हालात पे तरस नही आता / तूम सुधरने के हुनर बता रही हो // जरुर किसी गम से दोस्ती हो गई होगी/ मुझे खुशिया दे कर आजमा रही हो //
read moreShayar_rk.sunil
कोई खयाल उसे सता रहा है शायद कोई अपना उसे याद आ रहा है । चेहरे पर उदासी छाई है उसके जब से मायूसी चेहरे पर आई है उसके खल गई उसे कोई ऐसी बात शायद किसी अपने ने कर दी उससे दूर जाने की बात कोई खयाल उसे सता रहा है शायद कोई अपना उसे याद आ रहा है । सारा दिन बस उसके बारे में ही सोचती है दिन-रात ना ये जागे ओर ना सोती हैं क्यो तन्हाई से कर ली उसने दोस्ती बाहर खुश मगर ये अंदर से रोती है । कोई खयाल उसे सता रहा है शायद कोई अपना उसे याद आ रहा है इश्क़ का सफर भी कितना अजीब होता है पहले खुशियां फिर दर्द बहुत देता है सोचते सोचते उसका पूरा दिन यूही बीत जाता है जब कोई अपना उसे बहुत ज्यादा याद आता है कोई खयाल उसे सता रहा है शायद कोई अपना उसे याद आ रहा है -Rk_Sunil
@mahiralways
😑 तू.....लौट.....आ... यूँ.......ना.......सता।।। ♏🌸🌸®💹 ♏🌸🌸®💹 #तू#लौट#आ#यूँ#ना#सता secret shine OCEAN OF WORDS throughts_of_mr Hiravi Dalwadi Dilwala™️
S Ram Verma (इश्क)
लगता है फिर उसे मेरी याद सता रही है ; तभी तो देखो ना भरी दोपहरी उजयारे से भरे अपने कमरे को अँधेरे में डुबो रही है ! #याद #सता #रही #इश्क #sramverma
#याद #सता #रही #इश्क #sramverma
read morePnkj Dixit
काव्य संग्रह __🌷हमारे अहसास 🌷 🌷 ओ मेरे सनम 🌷 ये हवा , ये घटा , ये रुत हसीं चुरा रही मन मेरा , खिला रही ये तन मेरा ये कली - सा बदन , लग रही है अगन ना सता ओ पिया , बन के घटा , बरस भी जा ओ सखी , ओ नदी , अरी लहर धड़क रहा दिल मेरा , थरथराता बदन मेरा कंपकंपा रहे अधर , ख्वाहिशें तर-बतर आ भी जा , आ भी जा, आ भी जा ओ हमसफर बढ़ रही है तपन , चुभ रही है पवन डस रही बूँदे , मेरा गोरा गोरा ये बदन फड़क रहा अंग - अंग , तड़प रहा मेरा मन आ भी जा आ भी ओ मेरे सनम ये , हवा ये, घटा ये ज़मीं, ये आसमाँ सता रहे हैं सभी ओ मेरे हमनवाँ आ भी जा आ भी जा , ओ सनम ओ मेरे सनम ०५/०७/२०१९ 🌷👰💓💝 ...✍ कमल शर्मा'बेधड़क' काव्य संग्रह __🌷हमारे अहसास 🌷 🌷 ओ मेरे सनम 🌷 ये हवा , ये घटा , ये रुत हसीं चुरा रही मन मेरा , खिला रही ये तन मेरा ये कली - सा बदन , लग रही है अगन ना सता ओ पिया , बन के घटा , बरस भी जा
काव्य संग्रह __🌷हमारे अहसास 🌷 🌷 ओ मेरे सनम 🌷 ये हवा , ये घटा , ये रुत हसीं चुरा रही मन मेरा , खिला रही ये तन मेरा ये कली - सा बदन , लग रही है अगन ना सता ओ पिया , बन के घटा , बरस भी जा
read morePnkj Dixit
🌷 ओ मेरे सनम 🌷 ये हवा , ये घटा , ये रुत हसीं चुरा रही मन मेरा खिला रही ये तन मेरा ये कली - सा बदन , लग रही है अगन ना सता ओ पिया , बन के घटा , बरस भी जा ओ सखी , ओ नदी , अरी लहर धड़क रहा दिल मेरा , थरथरा बदन मेरा कंपकंपा रहे अधर , ख्वाहिशें तर-बतर आ भी जा , आ भी जा, आ भी जा ओ हमसफर बढ़ रही है तपन , चुभ रही है पवन डस रही बूँदे , मेरा गोरा गोरा ये बदन फड़क रहा अंग - अंग , तड़प रहा मेरा मन आ भी जा आ भी ओ मेरे सनम ये , हवा ये, घटा ये ज़मीं, ये आसमाँ सता रहे हैं सभी ओ मेरे हमनवाँ आ भी जा आ भी जा , ओ सनम ओ मेरे सनम ०५/०७/२०१९ 🌷👰💓💝 ...✍ कमल शर्मा'बेधड़क' 🌷 ओ मेरे सनम 🌷 ये हवा , ये घटा , ये रुत हसीं चुरा रही मन मेरा खिला रही ये तन मेरा ये कली - सा बदन , लग रही है अगन ना सता ओ पिया , बन के घटा , बरस भी जा ओ सखी , ओ नदी , अरी लहर धड़क रहा दिल मेरा , थरथरा बदन मेरा
🌷 ओ मेरे सनम 🌷 ये हवा , ये घटा , ये रुत हसीं चुरा रही मन मेरा खिला रही ये तन मेरा ये कली - सा बदन , लग रही है अगन ना सता ओ पिया , बन के घटा , बरस भी जा ओ सखी , ओ नदी , अरी लहर धड़क रहा दिल मेरा , थरथरा बदन मेरा
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