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princesslappi
#princesslappi #shahjadi #nojohindi #Video #viral Ruchi Mishra(Himanshu) Suraj Trivedi (रघुनन्दन) अर्पित तिवारी अज्ञात ਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ (RAVI) At
read moreVrishali G
तू सफर मेरा फिल्म ए दिल है मुश्किल गीत अमिताभ भट्टाचार्य गायक अरिजित सिंग संगीत प्रीतम मेरी एक कोशिश 🙏 #शायरी
read moreD N GUPTA
श्री राम राम रघुनन्दन राम राम कौशल्या दूलारे अवधपति राम दशरथ के हृदयपियारे श्री राम मर्यादा के स्वाभिमान हे राम राम श्री राम राम सितापति श्री राम असुर संहारक हे राम श्री राम 🙏रामनवमी की सपरिवार हार्दिक शुभकामनाऐं🙏 जय श्री राम ©D N GUPTA श्री राम राम रघुनन्दन राम राम कौशल्या दूलारे अवधपति राम दशरथ के हृदयपियारे श्री राम मर्यादा के स्वाभिमान हे राम राम श्री राम राम सितापति श्
श्री राम राम रघुनन्दन राम राम कौशल्या दूलारे अवधपति राम दशरथ के हृदयपियारे श्री राम मर्यादा के स्वाभिमान हे राम राम श्री राम राम सितापति श् #Drops
read moreOMG INDIA WORLD
🌹 *कुछ ही दिन की तो बात है।* *फिर से खुशहाली आएगी।।* *ये वीर भोग्या वसुंधरा।* *फिर हरी भरी हो जाएगी।।* *प्रभु श्रीराम रहे वर्षों वन में।* *हमको तो घर में रहना है।।* *जो कष्ट सहे रघुनन्दन ने।* *हमको उनको ना सहना है।।* *कोई फिक्र नहीं कुछ दिन।* *यदि अलग अलग रह जाएँगे।।* *जंग जीत ली जो हमने।* *सब मिलकर त्यौहार मनाएँगे।।* *सभी के उत्तम स्वास्थ्य की कामना के साथ* ©OMG INDIA WORLD 🌹 *कुछ ही दिन की तो बात है।* *फिर से खुशहाली आएगी।।* *ये वीर भोग्या वसुंधरा।* *फिर हरी भरी हो जाएगी।।* *प्रभु श्रीराम रहे वर्षों वन में।*
🌹 *कुछ ही दिन की तो बात है।* *फिर से खुशहाली आएगी।।* *ये वीर भोग्या वसुंधरा।* *फिर हरी भरी हो जाएगी।।* *प्रभु श्रीराम रहे वर्षों वन में।*
read moreकवि राहुल पाल 🔵
तुलसीदास और महावीर प्रसंग लेखक :- अंकित सारस्वत भैया तर्ज :- दोहा और राधेश्याम मिश्रण स्वर :- कवि राहुल पाल शेष पँक्ति :- तुलसीदास जी कृत #nojotohindi #nojotonews #धर्म_और_आस्था
read morePurohit Nishant
हिन्दी पत्रकारिता दिवस एक गौरवपूर्ण दिन ©Purohit Nishant 🌻 हिन्दी पत्रकारिता दिवस 🌻 हिन्दी पत्रकारिता की शुरुआत बंगाल से हुई और इसका श्रेय राजा राममोहन राय को दिया जाता है। राजा राममोहन राय ने ही
🌻 हिन्दी पत्रकारिता दिवस 🌻 हिन्दी पत्रकारिता की शुरुआत बंगाल से हुई और इसका श्रेय राजा राममोहन राय को दिया जाता है। राजा राममोहन राय ने ही #अखबार #हिंदीसाहित्य #हिन्दी_पत्रकारिता_दिवस #हिन्दवी #हिन्दी_युग #पंडित_जुगल_किशोर_शुक्ल #हिन्दीसमय
read moreAjayy Kumar Mahato
खामोश है जो ये वो सदा है, वो जो नहीं है, वो कह रहा है। साथियों, तुमको मिले जीत ही जीत सदा, बस इतना याद रहे, एक साथी और भी था।। जाओ जो लौट के तुम, घर हो खुशी से भरा, बस इतना याद रहे, एक साथी और भी था।। कल तुमसे बिछड़ी हुई ममता जो फिर से मिले, कल फूल चेहरा कोई जब तुमसे मिल के खिले। पाओ तुम इतनी खुशी, मिट जाएँ सारे गिले, पाओ तुम इतनी खुशी, मिट जाएँ सारे गिले।। है प्यार जिनसे तुम्हें साथ रहे वो सदा, बस इतना याद रहे, एक साथी और भी था।। अच्छा चलता हूँ, दुआओं में याद रखना, मेरे ज़िक्र का जुबां पे स्वाद रखना। दिल के संदूकों में, मेरे अच्छे काम रखना, चिट्ठी तारों में भी मेरा तू सलाम रखना।। ©Khamosh Zindagi #खामोश है जो ये वो सदा है, वो जो नहीं है, वो कह रहा है। साथियों, तुमको मिले जीत ही #जीत सदा, बस इतना #याद रहे, एक साथी और भी था।। जाओ जो
नेहा उदय भान गुप्ता
कर लेना राघव आज मेरा वरण तुम, हर घड़ी ना लो परीक्षा तुम मेरी इतनी। विरह में तेरे व्याकुल मैं हूँ भटक रही, तुम मेरे, मैं भी हूँ तेरी अनमोल रतनी।। अपने नाम के पीछे तेरा नाम लगाऊँ, कहलाऊँ मैं तो बस तेरी ही दुल्हनियाँ। प्रेम का ऐसा पर्याय सिखा दो मुझको, मैं भटक रही बनकर तेरी जोगनिया।। प्रेम अनूठा, सच्चा व समर्पित अपना हो, मेरी माथे पर सजी वो सिन्दूर तुम्हारा हो, बना लो तुम मुझको अपना जीवन साथी, तेरे आँगन में बस तेरी नेह का बसेरा हो।। अपने राजा राघव की रानी बन जाऊँ मैं, मिल जाए मुझको तेरे प्रेम का आलिंगन, लाड़ लगा ले हम दोनों अपने उपवन में, प्राप्त होता रहे मुझे तेरे प्रेम का छुअन।। सांझ सवेरे बस तुझको ही निहारती रहूँ, बन जाऊँ तेरे अधरो की मधुर मुस्कान। गुलाबी तन को सींचू मैं तेरे श्रृंगार रस से, तुम हो रघुनन्दन मेरे यौवन की पहचान।। झूम रही है ये तो पवन अलबेरी बदलिया, मेरा चंचल रंगी चितवन भी मचल रहा है। प्यासे मेरे लबों को चूम लो आज तुम राम, तड़पती निगाहें व जिया मेरा धड़क रहा है।। काव्य मिलन —1 कर लेना राघव आज मेरा वरण तुम, हर घड़ी ना लो परीक्षा तुम मेरी इतनी। विरह में तेरे व्याकुल मैं हूँ भटक रही, तुम मेरे, मैं भी
काव्य मिलन —1 कर लेना राघव आज मेरा वरण तुम, हर घड़ी ना लो परीक्षा तुम मेरी इतनी। विरह में तेरे व्याकुल मैं हूँ भटक रही, तुम मेरे, मैं भी #कोराकाग़ज़ #श्रृंगार_रस #collabwithकोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #kkकाव्यमिलन #काव्यमिलन_1 #कोराकाग़ज़काव्यमिलन #neha_ram
read moreनेहा उदय भान गुप्ता😍🏹
कर लेना राघव आज मेरा वरण तुम, हर घड़ी ना लो परीक्षा तुम मेरी इतनी। विरह में तेरे व्याकुल मैं हूँ भटक रही, तुम मेरे, मैं भी हूँ तेरी अनमोल रतनी।। अपने नाम के पीछे तेरा नाम लगाऊँ, कहलाऊँ मैं तो बस तेरी ही दुल्हनियाँ। प्रेम का ऐसा पर्याय सिखा दो मुझको, मैं भटक रही बनकर तेरी जोगनिया।। प्रेम अनूठा, सच्चा व समर्पित अपना हो, मेरी माथे पर सजी वो सिन्दूर तुम्हारा हो, बना लो तुम मुझको अपना जीवन साथी, तेरे आँगन में बस तेरी नेह का बसेरा हो।। अपने राजा राघव की रानी बन जाऊँ मैं, मिल जाए मुझको तेरे प्रेम का आलिंगन, लाड़ लगा ले हम दोनों अपने उपवन में, प्राप्त होता रहे मुझे तेरे प्रेम का छुअन।। सांझ सवेरे बस तुझको ही निहारती रहूँ, बन जाऊँ तेरे अधरो की मधुर मुस्कान। गुलाबी तन को सींचू मैं तेरे श्रृंगार रस से, तुम हो रघुनन्दन मेरे यौवन की पहचान।। झूम रही है ये तो पवन अलबेरी बदलिया, मेरा चंचल रंगी चितवन भी मचल रहा है। प्यासे मेरे लबों को चूम लो आज तुम राम, तड़पती निगाहें व जिया मेरा धड़क रहा है।। काव्य मिलन —1 कर लेना राघव आज मेरा वरण तुम, हर घड़ी ना लो परीक्षा तुम मेरी इतनी। विरह में तेरे व्याकुल मैं हूँ भटक रही, तुम मेरे, मैं भी
काव्य मिलन —1 कर लेना राघव आज मेरा वरण तुम, हर घड़ी ना लो परीक्षा तुम मेरी इतनी। विरह में तेरे व्याकुल मैं हूँ भटक रही, तुम मेरे, मैं भी #कोराकाग़ज़ #श्रृंगार_रस #collabwithकोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #kkकाव्यमिलन #काव्यमिलन_1 #कोराकाग़ज़काव्यमिलन #neha_ram
read moreankit saraswat
जय श्री राम।। कलयुग काल अमोघ है इससे बचा ना कोई, रिश्ते सब जल गये, मानव बचा ना कोय, मारुती इक देव हैं राम भक्त हनुमान। एक संजीवनी शक्ति है बालाजी का नाम, राम भजन के प्यासे हैं मेरे बालाजी महाराज।। रिश्वत कोई चले नहीं बाबा के दरबार राम भजन की घूस ही लें बालाजी महाराज, राम नाम के भजन से कट जाऐगी पीर, जितना नाम जपोगे तुम दर्शन देंगे महावीर। एक बार की बात है चित्रकूट का घाट था, रघुनन्दन के भक्त एक तुलसी जिनका नाम था, प्रभु मिलन की प्यास थी मन में भारी आस थी, राम कथा कहते निश दिन वो सुनते थे महावीर, एक रोज महावीर ने दे दर्शन किया कृतार्थ तुलसीदास जी धन्य हुए पा महावीर का साथ, बोले तुलसी प्रभु आपने जीवन किया उद्धार, राम लखन के दरस को तरसे नैन हमार आप भगत हो राम के करो प्रभु उद्धार सुनकर बाते भगत की फिर बोले महावीर, तुम चंदन देते निशि दिन आते हैं रघुवीर, इतना सुनकर आँख से बहने लगा फिर नीर, तुलसीदास रोने लगे काहे ना मैं पहचाना रघुवीर अगले रोज सवेरे जब तिलक लेन आये रघुवीर हुनमान जी कहन लगे चित्रकूट घाट पर भयी संतन की भीर तुलसीदास चंदन घिसें तिलक लेत रघुवीर, इतना सुन गोसाँई ने जा पकरे रघुवर के पाँये बहुत छकाये प्रभु आज तक अब छोड़ू पाँय, दर्शन दो प्रभु मोहै आज लै धनुष बान भी साथ, मुस्काकर फिर प्रभु ने दर्शन दिये अपार, तुलसीदास कृत कृत हुऐ फिर किया मानस निर्माण।। ##footsteps कलयुग काल अमोघ है इससे बचा ना कोई, रिश्ते सब जल गये, मानव बचा ना कोय, मारुती इक देव हैं राम भक्त हनुमान। एक संजीवनी शक्ति है बा
##footsteps कलयुग काल अमोघ है इससे बचा ना कोई, रिश्ते सब जल गये, मानव बचा ना कोय, मारुती इक देव हैं राम भक्त हनुमान। एक संजीवनी शक्ति है बा #कविता
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