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RunstarBy mrityunjay
सबसे बेहतरीन नजर वो है जो अपनी कमियों को देख सके क्योंकि नींद तो रोज ही खुलती है पर आँखे कभीrunstarby YouTube ━━━━✧❂✧━━━━ #जानकारी
read moreAnjali Singhal
"ख़्वाबों की महफ़िल में, आपके नाम की शमा जलती है; दीदार-ए-ख़्वाहिश में, पलकों की सबा महकती है। नींद फिर न जाने कब में, भोर से जा उलझती है; #Quotes #AnjaliSinghal
read more{¶पारसमणी¶}
#Alap सामने उसके कहाँ कुछ भी छुपा पाता हूँ सीधा मुजरिम हूँ, हरेक बार सज़ा पाता हूँ! रोज़ पढ़ता हूँ तेरे ख़त को नई हैरत से रोज़ इक लफ़्ज़
read moreMiMi Flix
"मोती हिरण और सूरज की दोस्ती: साहस और आशा" - जंगल के दिल में एक अनोखा हिरण है, मोती, जिसकी चमक से सभी प्रभावित हैं। लेकिन एक डर ने उसे सूरज #वीडियो
read moreNisheeth pandey
मेरी कविताओं के दर्पण में, बस तेरी रंग-रूप; है तेरी परछाईं नीचे कोने में अपना नाम लिखता, तू कविता के शब्द शब्द में छाई कविता की मर्म समझती तू मुझको, तुम मेरी अपनी कविता की रक्तवाहिनी जान पड़ती हो तुम पढ़ती हो मेरी कविता, मैं तेरा चेहरा पढ़ता हूँ । तेरी बातों की रिमझिम से, मेरी चाय में चीनी घुलती है मेरे होठ पर शब्द जब थम जाती है, तब तेरे होठ पर डिक्शनरी खुलती है तू मेरे जीवन में आई न जाने कैसे, तब से जग से बिछड़ता गया हूँ तुम पढ़ती हो मेरी कविता, मैं तेरा चेहरा पढ़ता हूँ । तेरे मन की कलियाँ-कलियाँ मेरे जीवन की फूल-फूल, तूझे रेशमी शरम में सिमट लूँ, मैं तेरी रंगीन रात की रंगरलियाँ तेरी माथे पर सूरज उगाउँ , हृदय में चाँद की चाँदनी चमकाउं, मेरी खुंशी प्राणों से बढ़कर तेरा प्यार जकड़ता हूँ तुम पढ़ती हो मेरी कविता, मैं तेरा चेहरा पढ़ता हूँ । #निशीथ ©Nisheeth pandey #merikHushi मेरी कविताओं के दर्पण में, बस तेरी रंग-रूप; है तेरी परछाईं नीचे कोने में अपना नाम लिखता, तू कविता के शब्द शब्द में छाई कविता की
#merikHushi मेरी कविताओं के दर्पण में, बस तेरी रंग-रूप; है तेरी परछाईं नीचे कोने में अपना नाम लिखता, तू कविता के शब्द शब्द में छाई कविता की #lovequotes #Remember #eternallove #Likho #Streaks #निशीथ #Parchhai #Tuaurmain #BhagChalo
read moreNisheeth pandey
मेरी कविताओं के दर्पण में, बस तेरी रंग-रूप; है तेरी परछाईं नीचे कोने में अपना नाम लिखता, तू कविता के शब्द शब्द में छाई कविता की मर्म समझती तू मुझको, तुम मेरी कविता की रक्तवाहिनी जान पड़ती हो तुम पढ़ती हो मेरी कविता, मैं तेरा चेहरा पढ़ता हूँ । तेरी बातों की रिमझिम से, मेरी चाय में चीनी घुलती है मेरे होठ पर शब्द जब थम जाती है, तब तेरे होठ पर डिक्शनरी खुलती है तू मेरे जीवन में आई न जाने कैसे, तब से जग से बिछड़ता गया हूँ तुम पढ़ती हो मेरी कविता, मैं तेरा चेहरा पढ़ता हूँ । तेरे मन की कलियाँ-कलियाँ मेरे जीवन की फूल-फूल, तूझे रेशमी शरम में सिमट लूँ, मैं तेरी रंगीन रात की रंगरलियाँ तेरी माथे पर सूरज उगाउँ , हृदय में चाँद की चाँदनी चमकाउं, मेरी खुंशी प्राणों से बढ़कर तेरा प्यार जकड़ता हूँ तुम पढ़ती हो मेरी कविता, मैं तेरा चेहरा पढ़ता हूँ । #निशीथ ©Nisheeth pandey #Parchhai मेरी कविताओं के दर्पण में, बस तेरी रंग-रूप; है तेरी परछाईं नीचे कोने में अपना नाम लिखता, तू कविता के शब्द शब्द में छाई कविता की म
#Parchhai मेरी कविताओं के दर्पण में, बस तेरी रंग-रूप; है तेरी परछाईं नीचे कोने में अपना नाम लिखता, तू कविता के शब्द शब्द में छाई कविता की म #Artist #Yaari #creative #talaash #FriendshipDay #Streaks #निशीथ #TereHaathMein #BehtaLamha #ChaltiHawaa
read moreSethi Ji
ना खुद से कोई सवाल करो , ना हमसे कोई बवाल करो आज से तुम सिर्फ़ अपने मेहबूब की मोहब्बत का ख्याल करो संवारते हुए देखो खुद को आईने में एक नज़र मेरी नज़रों से हमारे चाँद का दीदार करो ना किसी को याद करो , ना ख़ुदा से कोई फ़रियाद करो आ कर बाहों में मेरी , अपनी आँखों से मोहब्बत का इज़हार करो ना सीने में किसी तरह का उबाल करो ना अपनी ज़िन्दगी में किसी चीज़ का मलाल करो बनाऊंगा तुमको अपना भर कर तुम्हारे माथे में सिन्दूर तुम भी तड़पती हो , रह कर मुझसे दूर बस आज से अगली चाँदनी रात का इंतज़ार करो मांगता हूँ ईश्वर से तुम्हारी सलामती की दुआ हर पल भुला कर अपना सब कुछ , तुम सिर्फ़ मुझसे प्यार करो 💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗 🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸 ©Sethi Ji 🩷 ख़्वाबों की महफ़िल 🩷 🩷 हकीक़त की मंज़िल 🩷 ख़्वाबों की महफ़िल में आपके नाम की शमा जलती हैं ।। दीदार-ए-ख़्वाहिश में पलकों की सबा महकती है ।।
Er.Shivampandit
जल्दी में हों तो बनारस मत आना..... बनारस की नींद धीरे-धीरे खुलती है ..... आहिस्ता-आहिस्ता जागता है यह शहर ©Er.Shivam Tiwari #बनारस जल्दी में हों तो बनारस मत आना..... बनारस की नींद धीरे-धीरे खुलती है ..... आहिस्ता-आहिस्ता जागता है यह शहर .... यह दुबई नहीं कि दिन