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Best चिराग़ Shayari, Status, Quotes, Stories

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Tarun Rastogi kalamkar

Nasamajh

अजब चिराग हूँ दिन-रात जलता रहता हूँ ,
थक गया हूँ मैं हवा से कहों बुझाएँ मुझे ।। #चिराग़

आलोक अग्रहरि

चिराग हूं मैं भी किसी के आशियाने का,
मगर तुमने मुझे बेगैरत- सा समझ लिया।।

तुम्हारे टूटे हुए दिल को जरा बहलाने क्या लगे,
मगर तुमने तो आलोक को खिलौना समझ लिया।।

©आलोक अग्रहरि #चिराग़

मोहम्मद मुमताज़ हसन

#_ग़म #चिराग़ घर…

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Sad love quotes in Hindi अपना ग़म ले के कोई अब कहां जाए
घर का चराग़ जब घर को आग लगाए

-मोहम्मद मुमताज़ हसन #_ग़म #चिराग़ #घर…

मोहम्मद मुमताज़ हसन

#_ग़म #चिराग़ घर…

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Sad love quotes in Hindi अपना ग़म ले के कोई अब कहां जाए
घर का चराग़ जब घर को आग लगाए

-मोहम्मद मुमताज़ हसन #_ग़म #चिराग़ #घर…

Silent Shayar

#Berukhi #बेरुखी #andhera #अंधेरा #चिराग़ #chirag Sagar Kumar Kapil Nayyar Sandeep Maheswari Dubey Author shivam kumar mishra

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तेरी ये बेरुखी कब तक है रहती देखता हूँ मैं...

अंधेरा गर हुआ तो ढूंढा चिराग़ ही जायेगा । #berukhi #बेरुखी #andhera #अंधेरा #चिराग़ #Chirag Sagar Kumar Kapil Nayyar Sandeep Maheswari Dubey Author shivam kumar mishra

Rahul yadav

शाम होते ही बुझा देता हूँ सारे चिराग
मेरा दिल ही काफी है तेरी याद में जलने के लिए #चिराग़
#first #two #line #shayri

ViRan

#चिराग़-ए-ख़ास #दीवाली-मगन

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दिए हुए हम चिराग बन कर,
जलती लो का धुआं हुए।
  अश्क़ मिटे दुःख कटे,
  उल्फ़त में आफताब बने।।
रह गई वो बची ख़ुशी,
जिसको लेने वो अब चले।
मिल न सकी वो मंज़िल उन्हें,
जिसके हम अरमान बने।। #चिराग़-ए-ख़ास
#दीवाली-मगन

Subhash Thakur

बड़ी लंबी क़तार है लोगों की अंधेरों से गुज़रने के लिए, 
मैं इक टूटा चिराग़ हूँ, भला कैसे जलूँ? #चिराग़

Parnassian's Cafe

ज़रूरी नहीं क़सूर आँधी का हो चिराग़ बुझाने में। कभी-कभी हाथ से भी चिराग़ भुझाये जाते हैं।। #ज़रूरी #नहीं #क़सूर #आँधी #का #हो #चिराग़ #बुझाने में। #कभी-#कभी #हाथ #से #भी #चिराग़ #भुझाये #जाते हैं।। #ललितकुमारगौतम #parnassiansCafe #lalitKumarGautam

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ज़रूरी नहीं क़सूर आँधी का हो चिराग़ बुझाने में।
कभी-कभी हाथ से भी चिराग़ भुझाये जाते हैं।। ज़रूरी नहीं क़सूर आँधी का हो चिराग़ बुझाने में।
कभी-कभी हाथ से भी चिराग़ भुझाये जाते हैं।।
#ज़रूरी #नहीं #क़सूर #आँधी #का #हो #चिराग़ #बुझाने #में।
#कभी-#कभी #हाथ #से #भी #चिराग़ #भुझाये #जाते #हैं।।
#ललितकुमारगौतम #parnassianscafe #lalitkumargautam
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