Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best हारनहींमानूँगा Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best हारनहींमानूँगा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos about

  • 24 Followers
  • 24 Stories

ANURAG

पहली मोहब्बत #हारनहींमानूँगा # very sad love quotes in hindi shayari sad sad status in hindi alone sad dp Extraterrestrial life

read more
वो पहली मोहब्बत में.....
हारी हुई लड़की,

मेरी मोहब्बत को....
मजाक ही समझती हैं।।

©ANURAG पहली मोहब्बत 
#हारनहींमानूँगा # very sad love quotes in hindi shayari sad sad status in hindi alone sad dp Extraterrestrial life

AJAY NAYAK

#हारनहींमानूँगा Krishna G pragati Anupriya Mukesh Poonia Disha Ravikant Dushe कृतान्त अनन्त नीरज... AD Grk Miss Shalini Vishwajeet Ritu Tyagi Shilpa yadav Mr RN SINGH Sethi Ji Zara Sogra एक अजनबी Lalit Saxena heartlessrj1297 Ashutosh Mishra ~Bhavi KRISHNA jitendra sharma Nikhil saini Shailendra Gond kavi Madhusudan Shrivastava marana.das परिंदा Pragya Bisht video Rakesh Kumar Das

read more

sati

Rahul Sharma

स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी नमन हे युगपुरुष' उनकी कविता की एक प्रसिद्ध पंक्ति को Collab के माध्यम से उन को श्रद्धांजलि अर्पित करें। तीन बार प्रधानमंत्री रहे भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म 24 दिसंबर, 1924 को ग्वालियर, मध्यप्रदेश में हुआI वे जीवन भर राजनीति में सक्रिय रहेI राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रूप में आजीवन अविवाहित रहने के संकल्प को पूरी निष्ठा से पालन कियाI भारतीय जनता पार्टी को एक राष्ट्रीय पार्टी बनाने में उन का योगदान सर्वोपरि है।

read more
अब फिर ना आऊंगा, तुम को समझाने मैं
स्वतंत्रता की कीमत बतलाने मैं 
तुम तो सब ज्ञानी हो, लोभी हो क्रोधी हो
महा अभिमानी हो
स्वतंत्रता की परिभाषा बदल दी 
शहीदों की अभिलाषा निष्फल ही कर दी
क्यों कर समझाऊं मैं, क्यों लौट आऊं मैं 
फिर भी मुझे कोई कर्म अखरता है 
तुम को समझाने को, गीत नया गाने को 
मैं फिर से आऊंगा, कर्मपथ दिखाने को 
किसी तीर तरकश को, मैं कुछ न जानूंगा 
हार नहीं माना था, हार नहीं मानूंगा || स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी
नमन हे युगपुरुष'

उनकी कविता की एक प्रसिद्ध पंक्ति को Collab  के माध्यम से उन को श्रद्धांजलि अर्पित करें। 

तीन बार प्रधानमंत्री रहे भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म 24 दिसंबर, 1924 को ग्वालियर, मध्यप्रदेश में हुआI 
वे जीवन भर राजनीति में सक्रिय रहेI राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रूप में आजीवन अविवाहित रहने के संकल्प को पूरी निष्ठा से पालन कियाI भारतीय जनता पार्टी को एक राष्ट्रीय पार्टी बनाने में उन का योगदान सर्वोपरि है।

Lipsa..👰

मैं हूं निश्चय मैं हूं "अटल" मैं हूं निमित्त मैं हूं "प्रबल" कोई तूफ़ान मुझे न तोड़ पायेगा मौत को सीना तान के न्यौता दिया था तो आज ऐसे कैसे मैं हार मान जाऊंगा आंधियों में बुझते दीये जलाने की हिमाकत की है

read more
मैं हूं निश्चय मैं हूं "अटल"
मैं हूं निमित्त मैं हूं "प्रबल"
कोई तूफ़ान मुझे न तोड़ पायेगा
मौत को सीना तान के न्यौता दिया था
तो आज ऐसे कैसे मैं हार मान जाऊंगा

आंधियों में बुझते दीये जलाने की हिमाकत
की है
हर चुनौती का सामना दोनो बाहें फैला के 
की है
तो आज ये मौत मुझे न मार पायेगा
अपने सादगी के जरिये शत्रु को मित्र बनाया था
तो आज ऐसे कैसे मैं हार मान जाऊंगा

"हिन्दराष्ट्र" का सपना लिए आया था
"पोखरन" के जरिये पूरे बिश्व में अपना
शक्ति प्रदर्शन किया था
तो आज काल के करालता मुझे न झुका पायेगा
मेरी "प्रतिज्ञा" अटल थी मेरा "जज़्बा" अटल था
तो आज ऐसे कैसे मैं हार मान जाऊंगा
हर हिंदुस्तानी के दिल में जिंदा रहूंगा 
अटल था अटल जिया अटल ही मैं कहलाऊंगा मैं हूं निश्चय मैं हूं "अटल"
मैं हूं निमित्त मैं हूं "प्रबल"
कोई तूफ़ान मुझे न तोड़ पायेगा
मौत को सीना तान के न्यौता दिया था
तो आज ऐसे कैसे मैं हार मान जाऊंगा

आंधियों में बुझते दीये जलाने की हिमाकत
की है

विमुक्त

स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी नमन हे युगपुरुष' उनकी कविता की एक प्रसिद्ध पंक्ति को Collab के माध्यम से उन को श्रद्धांजलि अर्पित करें। तीन बार प्रधानमंत्री रहे भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को ग्वालियर, मध्यप्रदेश में हुआI वे जीवन भर राजनीति में सक्रिय रहेI राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रूप में आजीवन अविवाहित रहने के संकल्प को पूरी निष्ठा से पालन कियाI भारतीय जनता पार्टी को एक राष्ट्रीय पार्टी बनाने में उन का योगदान सर्वोपरि है।

read more
रार नहीं ठानूँगा,
काल के कपाल पर लिखता मिटाता हूँ।
गीत नया गाता हूँ।....................
 स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी
नमन हे युगपुरुष'

उनकी कविता की एक प्रसिद्ध पंक्ति को Collab  के माध्यम से उन को श्रद्धांजलि अर्पित करें। 

तीन बार प्रधानमंत्री रहे भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को ग्वालियर, मध्यप्रदेश में हुआI 
वे जीवन भर राजनीति में सक्रिय रहेI राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रूप में आजीवन अविवाहित रहने के संकल्प को पूरी निष्ठा से पालन कियाI भारतीय जनता पार्टी को एक राष्ट्रीय पार्टी बनाने में उन का योगदान सर्वोपरि है।

Insprational Qoute

दिल की सुनो,
अपनी मंजिल चुनो।।।। #हार_जीत #हारनहींमानूँगा #जिंदगी_का_सफ़र #कामयाबी__करीब___है #yqquotes #yqhindi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with Shalu Badgujjar

Aniket Sen

वो पाकिस्तान के बिना हिंदुस्तान को अधुरा मानने वाले,

दिल में शांती, सुलह और अमन रखते थे।


व्यक्तित्व इतना अटल था उनका कि,

पड़ोसी को दुनियाँ के नक़्शे से हटाने का भी दम रखते थे।
 #श्रधांजलि #अटलविहारीवाजपेयी #अटलजी #हिंदुस्तान #पाकिस्तान #हारनहींमानूँगा #yqdidi #ifyoulikeitthenletmeknow

Manish Kumar

वो पुरोधा थे
इस युग के,
चंद शब्दों में क्या ही
गुणगान करें!! #rip #atalbiharivajpeyee #श्रद्धांजलि #हारनहींमानूँगा  #YourQuoteAndMine
Collaborating with  Priyanshi Hardaha

Juhi Grover

स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी नमन हे युगपुरुष' उनकी कविता की एक प्रसिद्ध पंक्ति को Collab के माध्यम से उन को श्रद्धांजलि अर्पित करें। तीन बार प्रधानमंत्री रहे भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म 24 दिसंबर, 1924 को ग्वालियर, मध्यप्रदेश में हुआI वे जीवन भर राजनीति में सक्रिय रहेI राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रूप में आजीवन अविवाहित रहने के संकल्प को पूरी निष्ठा से पालन कियाI भारतीय जनता पार्टी को एक राष्ट्रीय पार्टी बनाने में उन का योगदान सर्वोपरि है।

read more
राह में कितनी भी मुश्किल आए,हार नही मानूँगा,
मंज़िल चाहे कितनी भी दूर हो, ज़िद्द यही ठानूँगा,
पथ पर गिरते पड़ते चलते चलते,राह नही भूलूँगा,
देश की बुराइयाें को खत्म करने की,रार नई ठानूँगा।
                               ..............हार नही मानूँगा। स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी
नमन हे युगपुरुष'

उनकी कविता की एक प्रसिद्ध पंक्ति को Collab  के माध्यम से उन को श्रद्धांजलि अर्पित करें। 

तीन बार प्रधानमंत्री रहे भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म 24 दिसंबर, 1924 को ग्वालियर, मध्यप्रदेश में हुआI 
वे जीवन भर राजनीति में सक्रिय रहेI राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रूप में आजीवन अविवाहित रहने के संकल्प को पूरी निष्ठा से पालन कियाI भारतीय जनता पार्टी को एक राष्ट्रीय पार्टी बनाने में उन का योगदान सर्वोपरि है।
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile