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Anuradha T Gautam 6280
Andy Mann
White चीख इधर कई दिनों से रात में तारे गिनते रहते हैं नींद नहीं आती पता नहीं जब भी सोने का कोशिश करते हैं तो चीख सोने नहीं देती कहीं कोई भूख से विलप रहा उसकी सिसकियां मेरे कानों तक पहुंच जाती हैं मन सिहर उठता है कभी अपने स्कूटर से निकलते हुए सामने से आती हुई औरत चेहरा मुरझाया हुआ उनके अंदर की सिसकियां मन को चीर देती हैं कभी बच्चों को देखते हुए लगता है कि महीनों से भूखे हैं शरीर नंगा है उनकी अंदर की चीख मन को चीरती हैं तब रात में उन्हीं स्मरण को याद करते हुए नींद उड़ जाते हैंक्योंकि इतनी सारी चीखें मुझे बेचैन करती हैं असल में देश में इतना शोर है उस दम्भ का जहां चीखें मिट्टी से पाट दी जाती हैं पर प्रतिरोध का क्या है वो उस पाटी गई मिट्टी को भी चीर देती हैंऔर उस दम्भ को अपने अक्स तले ढेर सारी मिट्टी से कई स्तर में पाट दी जाती हैं ताकि समाज में दम्भ हो ही न। ©Andy Mann #चीख Danish M Ashutosh Mishra Munni MohiTRocK F44 sana naaz मेरेख्यालमेरेजज्बात Sangeet... Dr. uvsays Sharma_N Alpha_Infinity KRISHNA Ranjit Kumar KK क्षत्राणी Kshitija poonam atrey Arshad Siddiqui the greatest gunjan Ak.writer_2.0 Neel Bhanu Priya Yusuf Shayar New तरु_का_आशियाना(संस्कृत_लेखिका_मेरठी_कुड़ी) Krishna G Santosh Narwar Aligarh Poonam शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) Miss Anu.. thoughts AARPANN JAIIN Sh@kila Niy@z Ravi Ranjan Kumar Kausik Vijay Vidrohi Blissful Bihari Anshu writer
#चीख Danish M Ashutosh Mishra Munni MohiTRocK F44 sana naaz मेरेख्यालमेरेजज्बात Sangeet... Dr. uvsays Sharma_N Alpha_Infinity KRISHNA Ranjit Kumar KK क्षत्राणी Kshitija poonam atrey Arshad Siddiqui the greatest gunjan Ak.writer_2.0 Neel Bhanu Priya Yusuf Shayar New तरु_का_आशियाना(संस्कृत_लेखिका_मेरठी_कुड़ी) Krishna G Santosh Narwar Aligarh Poonam शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) Miss Anu.. thoughts AARPANN JAIIN Sh@kila Niy@z Ravi Ranjan Kumar Kausik Vijay Vidrohi Blissful Bihari Anshu writer
read moreAuthor Munesh sharma 'Nirjhara'
गूँजती है चीख, 'उस शरीर' की बाहरी और अंदरूनी दीवारों में 'स्याह रात' में 'मूक' हो गई थी 'वो' बहा आँसू असहनीय वेदना में तड़पती आत्मा,तड़पता शरीर 'उसका', बसर कर रही 'वह' 'शैतानों' में प्रश्न कौंधता एक मन में, क्यूँ उपजी 'वह' 'फूल' बन 'कंटक झाड़ों' में! 💫💫 Challenge-135 #collabwithकोराकाग़ज़ 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) #चीख #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️
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