Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best बज़्म_ए_इख़लास Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best बज़्म_ए_इख़लास Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutखामोशी है एक वजह, बज़्म का अर्थ in english, जिन्दगी जब भी तेरी बज़्म में, बज़्म-ए-जानाँ meaning in hindi, एक दिया शहीदों के नाम,

  • 1 Followers
  • 12 Stories

#Jitendra777

#better #मैं_और_मेरी_तन्हाई अक्सर "दूर" निकल जाते हैं। बीते हुये कुछ "लम्हें", "पीछे-पीछे" चले आते हैं। हम कुछ लोगों को ,

read more
#मैं_और_मेरी_तन्हाई 
अक्सर "दूर" निकल जाते हैं।

बीते हुये कुछ "लम्हें",
"पीछे-पीछे" चले आते हैं।

हम कुछ लोगों को ,
क़भी "भूल" नहीं पाते हैं।

"तन्हाई" में वही लोग,
"याद" बहुत आते हैं।

#मैं_और_मेरी_तन्हाई #better 
#मैं_और_मेरी_तन्हाई 
अक्सर "दूर" निकल जाते हैं।

बीते हुये कुछ "लम्हें",
"पीछे-पीछे" चले आते हैं।

हम कुछ लोगों को ,

#Jitendra777

#mausam "शाम" ढली तो दिन निकलेगा, #आज का "मंज़र" कल न रहेगा। जो करना है आज में करलो, #आज ही कल "इतिहास" बनेगा।

read more
मौसम की तरह तुम "शाम" ढली तो दिन निकलेगा,
#आज का "मंज़र" कल न रहेगा।

जो करना है आज में करलो,
#आज ही कल "इतिहास" बनेगा।

हर दिन कुछ लेकर आता है,
हर दिन कुछ देकर जाता है।

जिसनें #आज से लिया तज़ुर्बा,
कल वो "तज़ुर्बा" काम पड़ेगा। #mausam 

"शाम" ढली तो दिन निकलेगा,
#आज का "मंज़र" कल न रहेगा।

जो करना है आज में करलो,
#आज ही कल "इतिहास" बनेगा।

#Jitendra777

#Love क़भी दिल किसी का "दुखाना" नहीं, हर जगह अपना "रुतबा" दिखाना नहीं। "असली-नकली" का पता नहीं चलता, जल्दी किसी के "झाँसे" में आना नहीं।

read more
क़भी दिल किसी का "दुखाना" नहीं,
हर जगह अपना "रुतबा" दिखाना नहीं।

"असली-नकली" का पता नहीं चलता,
जल्दी किसी के "झाँसे" में आना नहीं।

#आज-कल "ज़माना" बड़ा ख़राब है,
"दिल-विल" हर किसी से लगाना नही। #Love 

क़भी दिल किसी का "दुखाना" नहीं,
हर जगह अपना "रुतबा" दिखाना नहीं।

"असली-नकली" का पता नहीं चलता,
जल्दी किसी के "झाँसे" में आना नहीं।

#Jitendra777

#Struggle क़ोई #तस्वीर मेरे ख्यालो में बनती नही जिंदगी इतनी आसानी से भी चलती नहीं। जिंदगी रंगीन है हमारी रिश्तों के रंग से रिश्तों में क़ोई रंगदारी क़भी चलती नहीं।

read more
मेरे संघर्ष की कहानी क़ोई #तस्वीर मेरे ख्यालो में बनती नही
जिंदगी इतनी आसानी से भी चलती नहीं।

जिंदगी रंगीन है हमारी रिश्तों के रंग से
रिश्तों में क़ोई रंगदारी क़भी चलती नहीं।

#रूठना जरूरी नहीं होता हर बात के लिए
यहां आपकी #मर्ज़ी हर जगह चलती नहीं। #Struggle 

क़ोई #तस्वीर मेरे ख्यालो में बनती नही
जिंदगी इतनी आसानी से भी चलती नहीं।

जिंदगी रंगीन है हमारी रिश्तों के रंग से
रिश्तों में क़ोई रंगदारी क़भी चलती नहीं।

#Jitendra777

#धीरे_धीरे बिखर गए,रंग #इंद्रधनुष के। "नज़ारा" नज़रों में रहा बहुत देर तक़। #धीरे_धीरे "वक़्त" गुज़रता गया हाथों से, आदमी "ख्यालो" में रहा बहुत देर तक। अभी भी वक़्त है "हक़ीक़त" में आने का, "कोशिश" करो सुबह से शाम होने तक।

read more
 #धीरे_धीरे बिखर गए,रंग #इंद्रधनुष के।
"नज़ारा" नज़रों में रहा बहुत देर तक़।

#धीरे_धीरे "वक़्त" गुज़रता गया हाथों से,
आदमी "ख्यालो" में रहा बहुत देर तक।

अभी भी वक़्त है "हक़ीक़त" में आने का,
"कोशिश" करो सुबह से शाम होने तक।

#Jitendra777

#धीरे_धीरे बिखर गए,रंग #इंद्रधनुष के। "नज़ारा" नज़रों में रहा बहुत देर तक़। #धीरे_धीरे "वक़्त" गुज़रता गया हाथों से, आदमी "ख्यालो" में रहा बहुत देर तक। अभी भी वक़्त है "हक़ीक़त" में आने का, "कोशिश" करो सुबह से शाम होने तक।

read more
 #धीरे_धीरे बिखर गए,रंग #इंद्रधनुष के।
"नज़ारा" नज़रों में रहा बहुत देर तक़।

#धीरे_धीरे "वक़्त" गुज़रता गया हाथों से,
आदमी "ख्यालो" में रहा बहुत देर तक।

अभी भी वक़्त है "हक़ीक़त" में आने का,
"कोशिश" करो सुबह से शाम होने तक।

#Jitendra777

वफ़ा "बाज़ार" में नहीं मिलती, रिश्तों को "निभाना" पड़ता है। इश्क़ जब "दस्तक़" दे सावधान रहो, भारी "क़ीमत" चुकाना पड़ता है। #शुभसँध्या #बज़्म_ए_इख़लास

read more
 वफ़ा "बाज़ार" में नहीं मिलती,
रिश्तों को "निभाना" पड़ता है।

इश्क़ जब "दस्तक़" दे सावधान रहो,
भारी "क़ीमत" चुकाना पड़ता है।

#शुभसँध्या 
#बज़्म_ए_इख़लास

#Jitendra777

#काश प्यार के बदले में प्यार मिलता, सबको अपना मन "पसंद" यार मिलता। बेशक़ बहुत हसीन होती दुनिया हमारी, #काश दर्द देने वालों को "हिसाब" मिलता। "आवाज़" तो आती हैं कहीं-कहीं से मग़र, हर आवाज़ पर अन्याय से "न्याय" मिलता।

read more
 #काश प्यार के बदले में प्यार मिलता,
सबको अपना मन "पसंद" यार मिलता।

बेशक़ बहुत हसीन होती दुनिया हमारी,
#काश दर्द देने वालों को "हिसाब" मिलता।

"आवाज़" तो आती हैं कहीं-कहीं से मग़र,
हर आवाज़ पर अन्याय से "न्याय" मिलता।

#Jitendra777

सितारों की चाहत थीं चाँद नज़र आये, दीदार हो चाँद का मिज़ाज निखर जाए। रात भी चाहती है राज़ ज़ाहिर हो चाँद के, आप #ओढ़नी हटा लो रात को क़रार आये। भीड़ बढ़ने लगी दीवानों की झरोखे पर, आओ झरोखे में हसरतें दिल की निकल जाये।

read more
सितारों की चाहत थीं चाँद नज़र आये,
दीदार हो चाँद का मिज़ाज निखर जाए।

रात भी चाहती है राज़ ज़ाहिर हो चाँद के,
आप #ओढ़नी हटा लो रात को क़रार आये।

भीड़ बढ़ने लगी दीवानों की झरोखे पर,
आओ झरोखे में हसरतें दिल की निकल जाये।
💝💛💝 सितारों की चाहत थीं चाँद नज़र आये,
दीदार हो चाँद का मिज़ाज निखर जाए।

रात भी चाहती है राज़ ज़ाहिर हो चाँद के,
आप #ओढ़नी हटा लो रात को क़रार आये।

भीड़ बढ़ने लगी दीवानों की झरोखे पर,
आओ झरोखे में हसरतें दिल की निकल जाये।

#Jitendra777

#शिद्दत से #मौसम अनुकूल होते हैं, हर मौसम बहरों का मौसम नहीं होता। #शिद्दत से मिलते है समझने वाले, सबको को दर्द का एहसास नहीं होता। खुशियों से भी भर आती है आँखे, #आँशु सिर्फ़ दर्द की पहचान नहीं होता।

read more
 #शिद्दत से #मौसम अनुकूल होते हैं,
हर मौसम बहरों का मौसम नहीं होता।

#शिद्दत से मिलते है समझने वाले,
सबको को दर्द का एहसास नहीं होता।

खुशियों से भी भर आती है आँखे,
#आँशु सिर्फ़ दर्द की पहचान नहीं होता।
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile