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paras Dlonelystar
कहीं धुआँ छंटा, था कुछ नहीं एक खयाल, पता कुछ नहीं कब बिछड़े दो जिस्म एक जान यूँ ही बेवजह, खता कुछ नहीं अब ना सफर रहा, ना उम्मीद कोई दिल तड़प रहा, सज़ा कुछ नहीं की कहीं धुआँ छंटा, था कुछ नहीं ©paras Dlonelystar #parasd #PoetryMonth #धुआँ #खता #पता #कुछ_नहीं
Sonu Sharma
#कोशिश तो #कीजिए, #कोई तो #फायदा होगा। #कुछ_नहीं तो #फिर_भी, #शून्य से तो #ज्यादा ही होगा।। ©Sonu Sharma
Sandhya Rani Das
मुझे कुछ नहीं चाहिए, तु खुश रहे बस इतनी चाहिए।। #yqdidi #yqquotes #कुछ_नहीं #चाहिए #बस_तुम #खुश_रहो
Sandhya Rani Das
मुझे कुछ नहीं चाहिए, तु खुश रहे बस इतनी चाहिए।। #yqdidi #yqquotes #कुछ_नहीं #चाहिए #बस_तुम #खुश_रहो
Shayar E Badnaam
ला-ज़वाल हूं मेरा ख्याल कुछ नहीं, मैं वो सवाल हूं जिसमे सवाल कुछ नहीं, जिस ओर से भी आओगे मुझी तक पहुंचोगे मुझे ढूंडने में कमाल कुछ नहीं.... #ला_ज़वाल #ख्याल #सवाल #ढूंढने #कमाल #कुछ_नहीं #शायर_ए_बदनाम
ऋतुराज पपनै
मोबाईल घर रख कर आओ और फिर पकड़ो मेरा हाथ। पैदल पैदल साथ चलेंगे और करेंगे ब्रज की बात।। ©ऋतुराज पपनै #कुछ_नहीं
arrey.oh.chachu
Logon Kee Khamoshi Tumhaari Baaton Kee Madhoshi Ka Aalam Hai #मैं #तुम#कुछ_नहीं#yqdidi#yqquotes#लेखन #voshakhsh #mitra Collaborating with Garima अनकहीअभिव्यक्ती
Ritik sheoran
M kuch khu vo kuch or smjte hai Aakhon hi aakhon s isara krte hai Kisi or ko dekh k hmari traf hi njara krte hai #तुम#कुछ_नहीं#yqdidi#yqquotes#लेखन #voshakhsh #mitra #YourQuoteAndMine Collaborating with Garima अनकहीअभिव्यक्ती
#तुम#कुछ_नहीं#yqdidi#yqquotes#लेखन #voshakhsh #Mitra #YourQuoteAndMine Collaborating with Garima अनकहीअभिव्यक्ती
read moreUma Vaishnav
कुंडलियां - छंद **************** पैसा बीना #कुछ_नहीं, मतलब के सब लोग। बिन मतलब के भक्त भी, नहीं लगाते भोग।। नहीं लगाते भोग , प्रभु से मांगते रहते। पूरा हो हर काम , प्रभु से बस यही कहते।। जानू ना ये बात , उमा ये पैसा कैसा। देता नाते तोड़ , पास जब ना हो पैसा।। ©Uma Vaishnav #कुंडलियां #kuchnahi
Samar Shem
"कुछ नहीं" मतलब??" तुम कुछ भी कहती कहती "कुछ नहीं" कहकर बात क्यों टालती हों.. ----- कुछ नहीं मतलब... "कुछ नहीं" में छुपा होता है "बहुत कुछ"। जैसे "अब प्यार नहीं करती" में छुपा होता है "प्रेम"। "अब याद नहीं आती" में छुपी होती हैं "बहुत सारी याद"। "तुम्हे कब का भुला दिया" में छुपी होती है "अनगिनत यादें"। जैसे "अब बात नहीं होती" में छुपी होती है ''एक दुखांत प्रेम कहानी"। कैसे कह देती हो कि "बात नहीं बचीं"। इसलिए फोन रख देना चाहिए। क्या चुप रहना बात करना नहीं? कहीं पढ़ा था, आदमी बात कर सकता है और चुप रह सकता है, एक ही वक्त में। बहुत कम लोग इसे समझते हैं। तुम्हारी सांस और बालों के सरकने की आवाजों को भी मैं घण्टों सुन सकता हूँ। घर के काम भी करती रहोगी तो मैं बर्तनों की आवाज सुनकर भी घण्टों बैठा रहा सकता हूँ तुम्हारे फोन पर। ये अर्थहीन सी बात है कि बात नहीं बचीं तो बात न करें। मैं चाहता हूं तुम्हारे झुमकों की आवाज को सुनना भी तुमसे बात करने में गिना जाना चाहिए। जब सारी बातें खत्म हो जाएंगी तो मैं तुम्हारे आसपास की आवाजों को ही सुन लिया करूँगा। इसे सुनने के बजाय कि "अब बात नहीं होतीं" ©samar shem #कुछ_नहीं